अस्थमा सांस की नली और फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसमें कई बार सही समय पर मरीज को इलाज ना मिले, तो उसकी जान भी जा सकती है। यह रोग बच्चों से लेकर वयस्कों को कभी भी हो सकता है। अस्थमा से पीड़ित लोगों में वायुमार्ग संकीर्ण हो जाता है और बहुत अधिक बलगम पैदा करता है। यह सांस लेने में कठिनाई, घरघराहट, खांसी और सांस की तकलीफ को ट्रिगर करता है। कई कारक अस्थमा से पीड़ित होने के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। आयुर्वेद ने अस्थमा को असंतुलित कफ, वात और पित्त दोष के लिए जिम्मेदार ठहराया है, जिससे सूखी खांसी, शुष्क त्वचा, चिड़चिड़ापन, बुखार, चिंता और कब्ज होता है। अस्थमा के लिए आयुर्वेदिक उपचार भी बेहतर विकल्प है। आयुर्वेद के अनुसार, रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली कुछ चीजों के जरिए अस्थमा के मरीजों को लक्षणों को काबू में रखने में मदद मिल सकती है।
हर्बल चायदमा के मरीज अपने लक्षणों को कम करने के लिए नियमित रूप से विभिन्न जड़ी बूटियों से बनी हर्बल चाय पी सकते हैं. अजवायन, तुलसी, काली मिर्च और अदरक के मिश्रण से बनी हर्बल चाय अस्थमा के रोगियों के लिए बेहतर उपाय है क्योंकि यह कफ को खत्म करती है।
शहद और प्याजएक गिलास में थोड़ी सी काली मिर्च, लगभग 1 चम्मच शहद और थोड़ा प्याज का रस मिलाएं और इसे धीरे-धीरे पिएं। यह दवा की आवश्यकता होने से पहले कुछ लक्षणों को प्राकृतिक तरीके से दूर करने में मदद करेगा।
सरसों तेल की मसाजरोगी की छाती पर भूरे रंग के सरसों के तेल की मालिश करने से आराम मिल सकता है। मालिश करने से फेफड़ों को गर्माहट मिलती है जिससे छाती में जमा कफ दूर होता है और सांस लेना आसान बनता है।
हल्दी (करक्यूमिन)करक्यूमिन हल्दी में पाया जाने वाला सबसे शक्तिशाली तत्व है और इसकी वजह से हल्दी का रंग पीला होता है। हल्दी में कुछ औषधीय और एंटीऑक्सीडेंट घटक शामिल हैं, जिनमें से सूजन को रोकने की इसकी क्षमता है। यह अस्थमा के लिए असरदार है। इसके लिए आप हल्दी का पानी या चाय पी सकते हैं।
शहद और लौंगफेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए लौंग और शहद का मिश्रण एक परफेक्ट उपचार है। आप अस्थमा के लक्षणों से राहत पाने के लिए एक गिलास गर्म पानी और शहद के साथ लौंग चबा सकते हैं। यह क्रोनिक ब्रोन्कियल अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए बहुत मददगार है।
प्याज और नींबूप्याज और नींबू के इस्तेमाल से कफ की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले प्याज को अच्छी तरह से छिल के काट लें, अब इसे अच्छी तरह से पीस लें। इसके बाद उसमें एक नींबू का रस मिला दें, फिर दोनों को एक कटोरी पानी में उबाल लें। अच्छी तरह उबलने के बाद आप इसे एक चम्मच शहद के साथ पी सकते हैं।
काली मिर्चकाली मिर्च स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ सेहत को भी फायदा पहुंचाती है. इसके इस्तेमाल से आप कफ की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। सबसे पहले काली मिर्च के कुछ दानों को अच्छी तरह से पीस लें और इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। इस पेस्ट को 15 से 20 सेकंड तक गर्म करें और फिर पी लें। इससे पीने से आप काफी हल्का महसूस करेंगे।
अदरक और शहदअदरक और शहद खाने से सर्दी जुकाम के साथ-साथ कफ की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरत के हिसाब से अदरक को कूट लें और उसमें दो से तीन चम्मच शहद मिला दें। इस पेस्ट को दो से तीन बार दिन भर में खाएं, कुछ दिनों में ही समस्या दूर हो जाएगी।
लेमन टी
अगर आप चाहे तो लेमन टी भी पी सकते हैं, क्योंकि नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड कफ निकालने में मदद करता है। इसके लिए आप ब्लैक टी बनाएं, फिर उसमें एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।