देश के कई इलाकों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा हैं और गर्मियां बढ़ने लगी हैं। गर्मियों के इन दिनों में पसीने और गर्मी की वजह से घमौरियां होना आम बात होती हैं जो कि बेहद पीड़ादायी साबित होती हैं। घमौरियों में त्वचा पर लाल दाने होने लगते हैं जो कि खुजली और चुभन उत्पन्न करते हैं। इनसे जल्द राहत नहीं पाई जाए तो ये खुजली की समस्या उत्पन्न करने लगते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आसानी से घमौरियों को मिटाने का काम करते हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।
बर्फ के टुकड़े
बर्फ के टुकड़े घमौरियों का प्रारंभिक उपचार है क्योंकि इसके उपयोग से किसी को एलर्जी आदि की कोई समस्या नहीं होती है। इसे सीधा घमौरियों पर लगाने की बजाय एक कपड़े में बांधकर घमौरियों के स्थान पर धीरे- धीरे इससे सेंक करें। एक बार में चार से पांच मिनट के लिए इसका उपयोग करें एवं दिन में कम से कम तीन बार इसका उपयोग आप आराम से कर सकते हैं। जल्द ही आपको लाभ होने लगेगा।
चंदन
चंदन से शीतलता मिलती है इसलिए घमौरियां होने पर आप चंदन पाउडर में गुलाबजल मिलाकर उसका लेप बना लें और इस लेप को घमौरियां वाले स्थान पर लगाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। लेप जब सूख जाए तो इसे ठंडे पानी से धो लें। आप पाएंगे कि लेप लगाते ही आपको खुजली एवं जलन में अपने आप राहत मिलने लगेगी। साथ ही त्वचा पर गर्मी के बजाय ठंडक भी हो जाएगी। लाल बारीक दाने भी बैठने लगेंगे।
मुल्तानी मिट्टी
घमौरियां का उपचार करने के लिए मुल्तानी मिट्टी भी एक अच्छा विकल्प है। मुल्तानी मिट्टी को पीसकर इसका पाउडर बना लें और इसमें गुलाबजल मिलाएं। इसका लेप बहुत ज्यादा पतला न करें। गाढ़ी- गाढ़ी मुल्तानी मिट्टी को ही मोटी परत के रूप में पीठ पर लगाएं। यह उपचार आपके काम आएगा। 10 मिनट तक इसे ऐसे ही लगे रहने देने के बाद ठंडे पानी से त्वचा को धोकर उसपर गुलाबजल लगा लें। घमौरियां ठीक हो जाएगी।
एलोवेरा
एलोवेरा त्वचा से जुड़ी समस्याओं में रामबाण की तरह काम करता है। ऐसे में आप त्वचा पर ताजा एलोवेरा का जेल लगाएं। इस जेल को सीधा न लगाते हुए पहले किसी कटोरी में निकाल लें, फिर इसे अपने हाथों से घमौरियों के ऊपर लगाएं। इसे सूखने के लिए छोड़ दें। दिन में तीन से चार बार इस उपाय को आजमाएं। इसके अलावा आप एलोवेरा के आइसक्यूब्स भी घमौरियां पर लगा सकते हैं।