इन 8 योगासन की मदद से बढ़ाई जा सकती हैं हाइट, आज से ही करें शुरू

हर कोई चाहता हैं कि उनकी पर्सनलिटी आकर्षक दिखें और इसके लिए उनकी हाइट अच्छी हो। कई लोग हैं जो छोटी हाइट की समस्या से परेशान हैं और अपनी हाइट बढ़ाना चाहते हैं। कई बार तो हाइट बढ़ाने की चाहत में लोग अलग-अलग तरह की दवाइयों का सेवन करने लगते है जिनसे किसी प्रकार का कोई फायदा नहीं होता हैं। ऐसे में आप योगासन की मदद ले सकते हैं। योगासन रीढ़ को सीधा करने व सही आकार में लाने, शरीर के पोश्चर को सही करने का काम करते हैं जिससे लंबाई बढ़ती हुई दिखाई देती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपकी हाइट बढ़ाने में मदद मिलेगी। आइये जानते हैं इन योगासन के बारे में...

बालासन

बालासन शरीर के विभिन्न हिस्सों को स्ट्रेच करने में मदद करता है। इसे करने के लिए समतल जमीन पर योग मैट बिछाकर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब लंबी गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथ सीधे सिर से ऊपर लेकर जाने हैं। फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकना है। इस अवस्था में कूल्हे एड़ियों से सटे रहेंगे और हाथ व सिर जमीन से सटे रहेंगे। कुछ देर इसी अवस्था में रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें। फिर सांस लेते हुए उठें और हाथों को सीधा सिर के ऊपर ले जाएं और बाद में हाथों को आराम से जांघों पर रख दें।

वृक्षासन

वृक्षासन शरीर को सीधा रखकर किया जाता है। नियमित तौर पर वृक्षासन करने से लंबाई बढ़ाने वाले हार्मोन को ग्रोथ मिलती है। वृक्षासन को करने के लिए सिर को सामने रखकर एक पैर पर खड़े होकर दूसरे पैर को पहले पैर की जांघों के ऊपर रखा जाता है। फिर दोनों हाथों को सिर के ऊपर नमस्कार मुद्रा में रखा जाता है। योग गुरु एक दिन में वृक्षासन के 2 से 3 सेट करने की सलाह देते हैं।

ताड़ासन

ताड़ासन को करने से शरीर में संतुलन आता है। इसे करने के लिए समतल पर सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को शरीर से सटाकर रखें। अब लंबी गहरी सांस लेते हुए हाथों को सीधा ऊपर की ओर ले जाएं। दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाकर ग्रिप बना लें और हथेलियों की दिशा आसमान की ओर रखें। साथ ही बाजुओं को कान के साथ सटाकर रखें। अब शरीर को ऊपर की ओर खींचते हुए पूरे शरीर का भार पैरों के पंजों पर ले आएं। कुछ देर इसी पोजीशन में रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें और साथ ही सामने की तरफ देखें। अब धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।

त्रिकोणासन

शरीर का संतुलन ठीक करने के लिए त्रिकोणासन करने की सलाह दी जाती है। नियमित तौर पर त्रिकोणासन करने से शरीर की लंबाई को बढ़ाने में मदद मिलती है। इस योगासन करने के लिए योगा मैट पर पैरों को चौड़ा करके सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद दाहिने पैर को दाईं ओर और अपने बाएं पैर को सीधे आगे की ओर इशारा करते हुए अपने दाहिने तरफ मुड़ें।

भुजंगासन

भुजंगासन पूरे शरीर को स्ट्रेच करने में मददगार है। इससे मांसपेशियां सुदृढ़ होती हैं। इसे करने के लिए समतल जगह पर योग मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को कंधे के पास रखें। अब सांस लेते हुए हाथों के बल शरीर को नाभि तक ऊपर उठाएं। कुछ देर इसी पोजीशन में रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें। फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।

चक्रासन

सबसे पहले पीठ के बल लेटकर अपने दोनों हाथों और पैरो को एक सीध में रखें। अब पैरों के घुटनों को मोड़ते हुए दोनों हाथों को पीछे की ओर ले जाएं। फिर दोनों पैरों पर वजन डालते हुए कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं। अब दोनों हाथों पर भी अपना वजन डालें और कंधों को ऊपर उठा लें। जमीन से शरीर को उठाते समय अपने हाथ और पैर को पूरी सीध में रखें।

उत्तानासन

उत्तानासन शरीर से तनाव को रिलीज करके रीढ़ को सीधा करने में मददगार है। इसे करने के लिए समतल जगह पर सीधे खड़े हो जाएं और फिर सांस लेते हुए हाथों को सीधा ऊपर की ओर ले जाएं। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। आगे की ओर झुकते हुए हथेलियों को पैरों के पास जमीन के साथ और नाक को घुटनों के साथ स्पर्श करने का प्रयास करें। ध्यान रहे कि घुटने न मुड़ें। कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहें और फिर सांस लेते हुए सीधे हो जाएं और हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। इसके बाद हाथों को नीचे ले आएं और आराम करें।

अधोमुख श्वानासन

जमीन पर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को आगे करते हुए नीचे जमीन की ओर झुकें, घुटने सीधे रहें। हथेलियों को झुकी हुई अवस्था में आगे की ओर फैलाएं और उंगलियां सीधी रखें। सांस छोड़ें और घुटनों को अधोमुख श्वानासन मुद्रा के लिए हल्का सा धनुष के आकार में मोड़ें। हाथों को पूरी तरह जमीन पर कंधों के नीचे से आगे की ओर फैलाए रखें। घुटनों को जमीन पर थोड़ा और झुकाएं और कूल्हों को जितना संभव हो ऊपर उठाएं। सिर जमीन की ओर झुका होना चाहिए और पीठ के बराबर हो।