दूध वाली चाय की जगह सुबह-सुबह पिए तुलसी की चाय, जाने फायदें और बनाने का तरीका

तुलसी को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। तुलसी का पौधा हर घर में आसानी से मिल जाता है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है। इसे सुख और कल्याण के तौर पर देखा जाता है। लेकिन पौराणिक महत्व से अलग तुलसी एक जानी-मानी औषधि भी है, जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों में किया जाता है। तुलसी में यूजिनॉल नाम का तत्व पाया जाता है जो शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को कम कर तनाव दूर करने में मदद करता है। सर्दी-खांसी से लेकर कई बड़ी और भयंकर बीमारियों में भी तुलसी एक कारगर औषधि है। आयुर्वेद में तुलसी के पौधे के हर भाग को स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद बताया गया है। आज हम तुलसी के पत्तों की नहीं बल्कि तुलसी की चाय पीने के कितने फायदे हैं इस बारे में आपको अवगत कराने वाले है।

फायदों का भंडार काली इलायची, इस तरह रखती है आपकी सेहत का ख्याल

- आपके शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रांग करती है तुलसी। सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों को चबाना चाहिए लेकिन अगर आप इसको नहीं चबा सकते तो सुबह-सुबह तुलसी के पत्तों की बनी चाय का सेवन करे। सुबह अगर आप दूध से बनी चाय का सेवन करते है तो उसकी जगह तुलसी के पत्तों की बनी चाय पीए। दरअसल, तुलसी के पत्तों में ऐंटिऑक्सिडेंट्स होता है जो शरीर को फ्री-रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाकर रखता है। साथ ही तुलसी की चाय सूजन को कम करने और तनाव दूर करने में भी मदद करती है।

- तुलसी की चाय का सेवन करने से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। लेकिन अगर आप डायबीटीज के मरीज हैं तो तुलसी की चाय में शहद का इस्तेमाल न करें। इसके अलावा तुलसी की चाय पीने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट और फैट का मेटाबॉलिज्म सही रहता है जिससे खून में मौजूद शुगर आपको एनर्जी देने का काम करता है।

- जॉइंट्स में होने वाली सूजन और जलन की समस्या को दूर करने में तुलसी की चाय मदद करती है। तुलसी की चाय में सूजन कम करने वाला ऐंटिऑक्सिडेंट गुण भी होता है। लिहाजा तुलसी की चाय आर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह जोड़ों में दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करती है।

- तुलसी की चाय शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को बनाए रखने और कम करने में मदद करती है। जब शरीर में कॉर्टिसोल का लेवल कम होगा तो आपका ओवरऑल स्ट्रेस भी कम हो जाएगा, ऐंग्जाइटी यानी बेचैनी महसूस नहीं होगी और आपका मूड फ्रेश रहेगा।

- तुलसी की चाय आपके पाचन तंत्र को मजबूत कर उसे सुचारू रूप से चलाती है। तुलसी की चाय, डाइजेशन के लिए जरूरी गैस्ट्रिक जूस को रिलीज करने के लिए शरीर को उत्तेजित करती है जिससे पाचन आसानी से होता है। अगर आपको कब्ज की परेशानी है तो तुलसी की चाय आपको इससे निजात दिलाएगी। इसके अलावा यह लिवर और ब्लैडर को डिटॉक्स करने में भी मदद करती है।

- अगर बदलते मौसम की वजह से आपको सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्या बनी रहती है तो तुलसी की चाय राहत दिलाने में मदद करेगी। तुलसी की चाय में पाया जाने वाला यूजिनॉल और ऐंटिऑक्सिडेंट्स बलगम और म्यूकस को बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही साथ तुलसी की चाय में ऐंटिसेप्टिक और ऐंटि-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी होती हैं जिससे सर्दी-खांसी के लक्षणों को दूर करने में मदद मिलती है।

- आजकल नींद ना आना एक आम समस्या बन गई है। ऐसे में तुलसी की चाय आपकी मदद कर सकती है। तुलसी की चाय आपके स्ट्रेस को कम करती है जिसकी वजह से नींद अच्छी आती है।

ऐसे बनाए तुलसी की चाय

तुलसी की चाय में दूध या चीनी न डालें वरना इसके फायदे कम हो जाते हैं। ऐसे में तुलसी की चाय बनाने के लिए सबसे पहले पानी उबालें और फिर उसमें तुलसी की 8 से 10 पत्तियों को धोकर डाल दें। आप चाहें तो इसमें थोड़ी सी अदरक और इलायची पाउडर भी डाल सकते हैं। करीब 10 मिनट तक इसे उबलने के लिए छोड़ दें। जब चाय अच्छी तरह से उबल जाए तो उसे छान लें। इसमें अपने स्वाद के अनुसार शहद या नींबू का रस भी डाल सकते है।