दाल में आपने अरहर, मूंग का नाम तो सुना होगा लेकिन मसूर दाल इन दालों से अलग होती है। मसूर की दाल को छिलके व बिना छिलके के साथ खाया जाता है। इसमें छिलके में घुलनशील फाइबर मौजूद होता है। लेकिन अरहर की दाल बिना छिलके में अधिक पसंद किया जाता है उसी तरह मसूर की दाल को लोग अधिकतर बिना छिलके के उपयोग में लाते है। मसूर की दाल अन्य दाल की तुलना में जल्दी पकता है और खाने में स्वादिष्ट होता है। हालांकि मसूर की दाल फलिया परिवार से जुडी है और इनके कई किस्म होते है जिनमे लाल मसूर, काली मसूर, पीली व भूरे मसूर आदि होती है। शायद कई लोग यह नहीं जानते है मसूर की दाल केवल आहार नहीं है बल्कि हमारे स्वास्थ्य की कई तरह समस्या को रोकने में मददगार होता है। इसमें अनगिनत पोषक तत्व और खनिज की अच्छी मात्रा शामिल है।
हृदय और कोलेस्ट्रॉल के लिएमसूर दाल में पाया जाने वाला फाइबर और फोलेट का अनोखा मिश्रण आपके हृदय के लिए लाभदायक हो सकता है। फाइबर आपके शरीर से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है। मसूर दाल में पाया जाने वाला फोलेट होमोसिस्टीन (जो दिल के दौरे के लिए एक जोखिम कारक होते हैं) के खतरे को कम करता है। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से दिल के दौरे के खतरे को कम किया जा सकता है। इससे अनियंत्रित रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता हैं।
कैंसर को रोकेहमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए मसूर के फायदे जाने जाते हैं जिनमें कैंसर का सामना करने की क्षमता भी शामिल है। मटर, सोयाबीन, मूंगफली और गेहूं जैसे प्रोटीन में समृद्ध खाद्य पदार्थ कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं। इसके साथ ही लेक्टिन या प्रोटीन साइटोटोक्सिसिटी और एपोप्टोसिस का कारण बन सकता है जिसका अर्थ है कि वे कैंसर के विकास को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इसके साथ एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि मसूर में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है जो कैंसर को रोकने में मदद करती है।
पेट के विकारों में है लाभकारीपाचन से सबंधित समस्याओं के कारण ही अक्सर पेट में अनेक प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं। बता दें कि पाचन क्रिया को ठीक करने वाले कई पौष्टिक तत्व मसूर की दाल में पाए जाते हैं जो न सिर्फ पाचन तंत्र को ठीक करते हैं अपितु पेट से सम्बंधित विकारों को भी नष्ट करते हैं। पेट से सम्बंधित विकारों को दूर करने के लिए आप मसूर दाल का सूप बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
एजिंग को रोकेलाल मसूर को सबसे अच्छा एंटी-एजिंग फूड्स में से एक माना जाता है। मसूर दाल में फाइबर, प्रोटीन और अन्य आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं इसलिए इसे न्यूट्रिशन का पावर हाउस कहा जाता है जो आपके शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाते, फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और एजिंग को रोकते हैं।
दांतो के लिए दोस्तों आज के समय में कम उम्र में ही दांत कमजोर होने लगे हैं इसके आलावा दांतों का ठीक से ख्याल नहीं रखने की वजह से दांत कई रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं। यदि आपके दांतो पर पीलापन, दांतों से खून आता है अथवा आप दांतो से संबधित किसी भी रोग से पीड़ित हैं तो आप मसूर दाल का उपयोग कर सकते हैं। दांतों के रोगों से छुटकारा पाने के लिए आप दाल को जलाकर उसका मंजन बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।