आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिनका उपयोग शरीर के कई रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है। ऐसा ही एक पौधा है मरुआ जो हमारे आस-पास मौजूद होता है लेकिन हम इसके गुणों से अपरिचित होते है। दरअसल तुलसी जैसा दिखाई देने वाला यह मरुआ घरों में गमलों में उगाया जाता है। यह एक सुगंधित पौधा है, इसका उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है, क्योंकि इसके पत्तो में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, विटामिन सी और कैल्शियम काफी मात्रा में होता है। वहीँ मरुआ विटामिन बी6, आयरन और मैग्नीशियम का भी अच्छा सोर्स है।
सर्दी-जुकाम से दे राहतबदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या होना आम बात है। आप इस से निजात पाने के लिए तो मरुआ की पत्तियां का उपयोग कर सकते हैं। मरुआ की पत्तियां सर्दी-जुकाम और खांसी में भी आराम दिलाती हैं। इसके लिए आप अपनी चाय में मरुआ की 8-10 पत्तियां डाल लें और साथ में मुलेठी भी डाल ले। इससे जल्दी ही सर्दी-जुकाम में आराम मिलेगा।
पेट के कीड़ों को करें खत्मअक्सर बच्चों के पेट में कीड़ों की समस्या होती है जो उन्हें काफी परेशान करती है। ऐसे में मरुआ के पत्ते चबाने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। ऐसे में मरुआ के पत्तों का उपयोग घरेलू तौर पर कर सकते हैं। इसके लिए बच्चों को मरुआ की पत्तियां चबाने के लिए दी जा सकती है। इनको चबाने का कोई साईड इफैक्ट नहीं है। ये पत्तियां पेट का संक्रमण दूर करने के लिए भी उपयोगी मानी जाती हैं।
सिरदर्द को करे दूरअगर आपको सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या है तो मरुआ के पत्ते आपके लिए बहुत उपयोगी है। ऐसे में अगर आपको माइग्रेन की शिकायत है, तो 8-10 पत्तियां का रस निकाल लें। इस रस की 4-4 बूंद दोनों नासिकाओं में डाल दें, इससे आपको काफी आराम मिलेगा। इसके अलावा आप मरुआ के पत्तों का लेप बनाकर भी माथे पर लगा सकते हैं। इससे सिरदर्द और माइग्रेन में आराम मिलेगा।
मुँह की दुर्गंध भगाएक्या आप जानते है मरुआ की पत्तिया आपके मुँह की दुर्गंध को दूर करने में भी काफी उपयोगी है। मरुआ के पत्ते मुँह में बदबू, मसूड़ों की समस्या को दूर करने में कारगर है। इसके लिए आप मरुआ की पत्तियों को चबा सकते है या इनका रस पी सकते हैं या थूक भी सकते हैं। इससे आपके मुंह की दुर्गंध दूर होगी। इसके साथ ही मसूड़ों की सूजन के साथ मसूड़ों की समस्या भी दूर होगी। वहीं अगर आपको गले में खराश होने की भी समस्या है तो आप मरुआ के पत्तों को पानी में उबालकर गरारे भी कर सकते हैं।
डाइजेशन को करे ठीकमरुआ की पत्तियां डाइजेशन की समस्या को दूर करने में भी लाभकारी हैं। इसके लिए अदरक के साथ मरुआ के पत्तों की चटनी बना लें। इससे डाइजेशन की समस्या दूर होगी, साथ की भूख भी बढ़ेगी, क्योंकि मरुआ पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
मच्छारों को भगाएमरुआ एक तुलसी प्रजाति का पौधा होता है। जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं इसकी खुशबू से घर में मच्छर प्रवेश नहीं करते हैं। इसके साथ ही इसके पत्तों को हाथ पैरों पर मसलने से मच्छर नहीं कटते हैं। वहीं अगर बच्चों को उल्टी या दस्त की परेशानी रहती है या जी मचलने की समस्या रहती है तो भी इसके रस को पिलाया जा सकता है, जिससे उन्हें तुरंत राहत मिलती है।