सौंफ के ये फायदे जानकर आज से ही करने लगेंगे आप इसका रोजाना सेवन, आइये जानें

जब भी कभी आप किसी होटल या ढ़ाबे पर खाना खाने जाते हैं तो आपने देखा ही होगा कि भोजन के बाद उनके द्वारा सौंफ जरूर दी जाती हैं और घरों में भी लोग मुखवास के तौर पर खाने के बाद सौंफ का सेवन करना पसंद करते हैं जो कि स्वाद में तो अच्छी लगती ही हैं लेकिन इसी के साथ ही सेहत को भी फायदा पहुंचाने का काम करती हैं। जी हां, औषधीय गुणों से भरपूर सौंफ में विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन, फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सौंफ की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी में इसका इस्तेमाल बढ़ जाता है। आज इस कड़ी में हम आपको सौंफ के सेवन से मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बाद आप भी रोजाना इसका सेवन करने लगेंगे। तो आइये जानते हैं इन फायदों के बारे में...

वजन घटाने में असरदार

सौंफ फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन को घटाने में आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, इसमें फाइबर होता है, जो बार-बार भूख लगने की परेशानी को कम करने में आपकी मदद करता है। इतना ही नहीं, यह आपके मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाता है, जिससे आपके शरीर का वजन संतुलित रह सकता है। नियमित रूप से हरी सौंफ का सेलन करने से काफी हद तक वजन कम कर सकते हैं। हालांकि, सौंफ खाने के साथ आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज और सही डाइट की आवश्यकता होती है।

पेट की समस्याओं में रामबाण है सौंफ

सौंफ के बीज को कब्ज, पेट के सूजन और अपच को ठीक करने के लिए वर्षों से प्रयोग में लाया जाता रहा है। गर्मियों में सौंफ की ठंडाई पेट को ठंडक देने के साथ पेट फूलने और अपच की समस्या में काफी लाभदायक मानी जाती है। अध्ययनों से पता चलता है कि सौंफ में एनेथोल, फेनचोन और एस्ट्रैगोल जैसे आवश्यक तत्व होते हैं जो एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीस्पास्मोडिक गुणों के लिए जाने जाते हैं। पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए भोजन के बाद एक चुटकी सौंफ का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।

अस्थमा रोगियों के लिए फायदेमंद

हरी सौंफ में फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytonutrients) की उच्च मात्रा होती है, जो साइनस की समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करती है। नियमित रूप से इस छोटे से बीज का सेवन करने से ब्रोन्कियल को आराम मिलता है, जो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।

रक्तचाप को करता है कंट्रोल

जिन लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत बनी रहती है, सौंफ का सेवन उनके लिए भी विशेष लाभदायक हो सकता है। जर्नल ऑफ फूड साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि सौंफ चबाने से लार में नाइट्राइट का स्तर बढ़ जाता है। यह प्राकृतिक तत्व, रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक है। इसके अलावा सौंफ में पोटैशियम भी प्रचुर मात्रा में होती है जो रक्तचाप और हृदय गति को नियंत्रित करने में सहायक है।

कैंसर से करे बचाव

हरी सौँफ के नियमित रूप से सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर परेशानी से बचा जा सकता है। कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि हरी सौंफ में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो फ्री-रेडिकल्स के प्रभावों को कम कर सकते हैं। साथ ही यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं। ऐसे में हरी सौंफ कैंसर के जोखिमों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।

स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए फायदेमंद

सौंफ में गैलेक्टोजेनिक गुण पाए जाते हैं, जिसका अर्थ है कि यह दूध के स्राव को बढ़ाने में मदद करता है। शोध से पता चलता है कि सौंफ का सेवन रक्त में प्रोलैक्टिन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है। यह हार्मोन शरीर को स्तन के दूध का उत्पादन करने का संकेत देता है। यही कारण है कि प्रसव के बाद अक्सर माताओं को सौंफ चबाने को दिया जाता रहा है।

आंखों की रोशनी बढ़ाए

आंखों की रोशनी को बढ़ाने में हरी सौंफ काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इसमें विटामिन ए और एसेंशियल विटामिन होता है, जो आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। हरी सौंफ के अर्क का सेवन करने से ग्लूकोमा जैसी परेशानी को कम किया जा सकता है।