विटामिन और प्रोटीन से भरपूर होता है दलिया, सुबह खाने से आपको होते हैं ये फायदे

दलिया यानी सेहत का खजाना। दलिये का सेवन आपके स्वास्थ्य को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। अमूमन लोग दलिये का सेवन नाश्ते में करते हैं। यदि आप रोज सुबह 50 ग्राम दलिया खाते हैं तो यह आपके शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित होगा। दलिया विटामिन और प्रोटीन से भरपूर होता है। इसके अलावा इसमें लो कैलोरी और फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दलिया एक ऐसा आहार है जो आपके शरीर में सभी पोषक तत्वों की मात्रा को पूरा करता है। सुबह में दलिया खाने से दिनभर के लिए जरूरी सभी तत्व पूरे हो जाते हैं।

सीलिएक रोग मे फायदेमंद

दोस्तों सीलिएक रोग एक ऐसा रोग होता है ,जो छोटी आंत को नुकसान पहुंचाता है। इसकी वजह से शरीर के अंदर पोषण तत्वों की कमी हो जाती है। लेकिन यदि आप गेहूं का बना दलिया खाते हैं तो आपको इस रोग से आराम मिल सकता है।वजन कम होना, ब्लोटिंग, पेट फूलना, डायरिया, कब्ज, पेट दर्द इस रोग के लक्षण होते हैं। हालांकि सभी प्रकार के गेहूं कि किस्मे इसके अंदर उपयुक्त नहीं होती हैं। गेहूं लस मुक्त होना चाहिए

कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करें

आजकल कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या आम है। दलिया में घुलनशील और अघुलनशील दोनों ही फाइबर पाए जाते हैं। शरीर में उच्च मात्रा में फाइबर होने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित रहती है। जिससे व्यक्ति को हृदय रोग होने की संभावना न के बराबर रहती है। एक शोध से भी साफ हो चुका है जो लोग प्रतिदिन दलिये का सेवन करते हैं, उन्हें हृदय रोग होने की आशंका न के बराबर होती है।

ब्रेस्ट कैंसर से बचाने मे उपयोगी

दोस्तों दलिया के अंदर उच्च मात्रा के अंदर फाइबर पाया जाता है और यह महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से बचाने का काम करता है। जिन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की समस्या है। उनको दलिया खाना चाहिए। इसके अलावा यह इसकी संभावनाओं को कम करने का काम भी करता है।

हड्डियों को दें मजबूती

आजकल हड्डियों में कमजोरी आम समस्या है। मैग्नीशियम और कैल्शियम का खजाना होने के कारण दलिये का नियमित सेवन हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। दलिया का नियमित सेवन करने वालों को उम्र दराज होने पर जोड़ों के दर्द की शिकायत नहीं होती। इसके अलावा दलिया खाने से पित्त की थैली में पथरी की समस्या भी दूर होती है।

पाचन मे काफी मददगार होता है

आमतौर पर जब किसी का ऑपरेशन वैगरह करवाया जाता है तो गेहूं का दलिया ही सबसे पहले दिया जाता है। इसका कारण यह है कि यह पचने मे बहुत ही आसान होता है। और आपकी आंतों को इसके लिए कोई कठिन कार्य नहीं करना पड़ता है।‌‌‌जिन लोगों को भोजन ठीक से नहीं पचता है उनको गेहूं का बना दलिया का सेवन करना चाहिए।

हीमोग्लोबिन बढ़ाए

आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में कमजोरी और थकान की शिकायत आम हो जाती है। दलिया आयरन का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बैलेंस करता है। इसके अलावा दलिया शरीर के तापमान और मेटाबॉलिज्म को भी सही मात्रा में बनाए रखता है।