सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का निवारण करता है तितली आसन, जानें फायदे और करने का तरीका

भागदौड़ भरी इस जिंदगी में स्वस्थ रहने की चाहत सभी की होती हैं जिसे पूरा करने में आपकी मदद कर सकते हैं आसन जो प्राचीन समय से ही अच्छी सेहत दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वर्तमान समय में योग और आसन की तरफ लोगों का रूझान बढ़ने लगा हैं। योग न केवल हमारे दिमाग, मस्तिष्क को ही ताकत पहुंचाता है बल्कि हमारी आत्मा को भी शुद्ध करता है। आज इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं तितली आसन के बारे में। तितली आसन को यह नाम इस लिए दिया गया है क्योंकि इस आसन में आप अपनी टाँगें इस तरह हिलाते हैं जिस तरह की एक तितली अपने पंख फड़फड़ाती है। आज इस कड़ी में हम आपको तितली आसन करने के तरीके और इससे होने वाले फायदों की जानकारी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं...

लो स्टैमिना की समस्या होगी दूर

पुरुषों में थकान और कमजोरी या लो-स्टैमिना की समस्या को तितली पोज दूर करता है। अगर आपको थकान है या आपका स्टैमिना कम है तो आप तितली पोज ट्राय कर सकते हैं। वहीं जिन पुरुषों को लोअर बैक पेन की समस्या होती है उन्हें भी तितली पोज को ट्राय करना चाहिए।

तनाव होगा दूर

तितली आसन आपकी पीठ के दर्द को ठीक करता है। इसके अलावा यह आपकी मसल्स का तनाव दूर करता है, इसके अभ्यास से ओवरी में ब्लड फ्लो बढ़ाता है, जिससे पीरियड्स नियमित हो जाते हैं और आपको ज्यादा फर्टाइल बनाता है।

मासिक धर्म की पीड़ा में मिलेगा आराम

माहवारी के दौरान कई महिलाओं को पेट, कमर और पूरे शरीर में तेज दर्द होता है। तितली आसन मासिक धर्म में होने वाली समस्याओं को दूर करता है। अगर आपको भी पीरियड्स के दौरान तेज दर्द सहना पड़ता है तो रोज तितली आसन जरूर करें।

प्रोस्टेट कैंसर से बचाव

प्रोस्टेट ग्लैंड के लिए भी तितली आसन फायदेमंद माना जाता है, प्रोस्टेट ग्लैंड के हेल्दी रहने से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी टल जाता है। इसके अलावा इस आसान को करने से ब्लैडर, किडनी और पेट से जुड़े ऑर्गन हेल्दी रहते हैं। आंतों के लिए भी तितली पोज फायदेमंद माना जाता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए सहायक

तितली आसन को अंग्रेजी में बटरफ्लाई पोज कहा जाता है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है। यह आपके पेट और एब्डोमेन में होने वाले दर्द हो मिटाता है। यही नहीं, आपके हिप्स, थाइस और पेल्विक एरिया की एक्सरसाइज हो जाती है, जिससे डिलीवरी आसानी से होती है।

रिप्रोडक्टिव हेल्थ में फायदेमंद

रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए तितली पोज फायदेमंद माना जाता है। इस पोज को करने से पुरुष और महिलाएं दोनों के रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे फर्टिलिटी की उम्मीद भी बढ़ती है क्योंकि तितली पोज को करने से रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स में ब्लड और ऑक्सीजन ज्यादा मात्रा में पहुंचती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होगी दूर

इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या यानी स्तंभन दोष कम से कम लगातार तीन महीने की अवधि से ज्यादा यौन संबंध के दौरान स्तंभन को बनाए रखने के रूप में परिभाषित किया गया है। कई पुरुष संभोग के दौरान अपने गुप्तांग में पर्याप्त इरेक्शन लाने में सक्षम नहीं हो पाते या फिर उसको बरकरार रख पाने में कामयाब नहीं हो पाते उन्हें तितली आसन की मदद लेनी चाहिए। ये आसान इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करता है।

अंदरूनी मांसपेशियां होगी मजबूत

तितली आसान को करने से अंदरूनी मांसपेशियां मजबूत होती हैं। अंदरूनी जांघ में तनाव है तो वो भी दूर होता है। पुरुषों में बाइक चलाने के कारण कभी-कभी जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता है जिसे ठीक करने के लिए आप तितली आसन को करें। वहीं अगर आप बहुत देर तक खड़े रहते हैं तो इस कारण होने वाली थकान को भी तितली पोज दूर करता है।

कूल्हों में आता है लचीलापन

अगर आप सुबह उठकर इस आसन का अभ्यास करते हैं तो शरीर की थकान को दूर हो जाती है। यह आंतों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। इससे कूल्हों में लचीलापन भी आता है।


तितली आसन को करने का तरीका

- तितली आसन में बैठने के लिए दंडासन की अवस्था में बैठ जाएं।
- आप अपने घुटनों को मोड़ लें और पैर के तलवों को आप एक-दूसरे से मिलाएं।
- आपको एड़ियों को शरीर के करीब रखना है।
- धीरे-धीरे घुटने को ऊपर और नीचे करें।
- घुटने को नीचे करने के लिए कोहनी का इस्तेमाल करें।
- घुटने को नीचे लेकर जाते समय ध्यान रखें कि वो जमीन से टच न हो।
- आपको 30 से 40 बार ऊपर और नीचे की ओर पैर चलाने हैं, अभ्यास को आप धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।