कई शारीरिक समस्याओ का समाधान हैं फिटकरी, जानें इससे मिलने वाले फायदों के बारे में

फिटकरी (Alum) का इस्तेमाल कई सालों से घरों में होता आ रहा हैं। लेकिन आज भी इसके कई गुणों से लोग वाकिफ नहीं हैं। आमतौर पर घरों में फिटकरी का इस्तेमाल गंदे पानी को साफ करने या शेविंग के बाद इंफेक्शन से बचने के लिए किया जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिटकरी इतनी गुणकारी हैं कि आपकी कई शारीरिक समस्याओं को चुटकियो में हल कर सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको औषधीय गुणों से भरपूर इस फिटकरी के कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको हैरान कर देंगे। तो आइये जानते हैं फिटकरी के उपायों के बारे में...

बुखार, खांसी और अस्थमा में मिलती है राहत
एक स्टडी के अनुसार फिटकरी का उपयोग खांसी, काली खांसी, अस्थमा और मलेरिया व थायराइड फीवर में फायदेमंद होता है। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि आपको इन स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हो रही है तो आप थोड़ी मात्रा में फिटकरी को पानी में घोलकर पी सकते हैं। लेकिन यह मात्रा कितनी होनी चाहिए इसके लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।

वजाइनल हेल्थ के लिए लाभकारी

फिटकरी का पानी वजाइनल हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है। एक स्टडी के अनुसार यह संक्रमण के कारण होने वाली ब्लीडिंग को रोकने में मदद कर सकती है। फिटकरी एक स्ट्रांग एस्ट्रिंजेंट के रूप में काम करता है, जो ब्लीडिंग वाले भाग पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इसके अलावा फिटकरी के पानी से वजाइना को साफ करने से व्हाइट डिसचार्ज और इंफेक्शन की समस्या खत्म हो जाती है।

घाव भरने में सहायक

फिटकरी में घाव भरने का गुण भी पाया जाता है। इस कारण मामलू काटने और छोटे घावों को साफ करने व भरने के लिए भी फिटकरी के लाभ असरदार साबित हो सकते हैं। अगर आपको कोई चोट लग गई हो या फिर घाव हो गया हो और उससे लगातार खून आ रहा हो तो फिटकरी के पानी से घाव को धो लें। इससे खून बहना बंद हो जाएगा। फिटकरी के पानी की जगह आप फिटकरी को महीन पीसकर भी प्रयोग में ला सकते हैं।

दांतों की समस्या करें दूर

फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है। दांत में दर्द और मुंह की बदबू को दूर करने के लिए भी फिटकरी का इस्तेमाल किया जाता है। ये एक नेचुरल माउथवॉश है। दांत दर्द होने पर फिटकरी के पानी से गार्गल करना फायदेमंद रहता है।

बुखार में लाभकारी

अगर आपको बुखार है तो फिटकरी का उपयोग बहुत लाभकारी होता है। डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि बुखार आने पर आप फिटकरी के पानी से स्नान जरूर करें। बुखार यदि अधिक है तो एक चुटकी फिटकरी का पाउडर लें, उसमें सौंठ को मिलाएं और बताशे के साथ इस मिश्रण का सेवन करें। दिन में दो बार इस उपाय को करने से धीरे- धीरे आपके शरीर का तापमान कम होने लगेगा।

मुंह के छालों से राहत

यदि आप दर्दनाक मुंह के छाले से पीड़ित हैं, तो आप फिटकिरी के साथ कोशिश कर सकते हैं। फिटकिरी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, इसमें मौजूद नमक बैक्टीरिया की वजह से संक्रमण का सामना करता है और इस प्रकार यह जल्दी ठीक होने में सहायता करता है। इसलिए आपको केवल प्रभावित क्षेत्र पर अल्म ब्लॉक को दबाना है। यह छालों पर जलन का कारण बनता है और यह बेहद दर्दनाक हो सकता है, इसलिए सावधान रहें।

एक्जिमा और खुजली से राहत

फिटकरी के लाभदायक गुण एक्जिमा और खुजली जैसी त्वचा से संबंधित समस्याओं में भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई के फिटकरी से संबंधित एक शोध से होती है। शोध में माना गया है कि फिटकरी कई शारीरिक समस्याओं के साथ ही एक्जिमा और प्यूरिटिस (खुजली) की समस्या में लाभकारी प्रभाव प्रदर्शित कर सकती है।

शरीर के ऐंठन और सूजन में उपयोगी

फिटकरी के पानी का इस्तेमाल आप शरीर में ऐंठन और सूजन होने पर भी कर सकते हैं। इसमें उपस्थित एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने का काम करता है। फिटकरी को जब हल्दी के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है तो यह मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करने के लिए एकदम सही प्राकृतिक उपाय के रूप में कार्य करता है। फिटकरी और हल्दी के रक्त को पतला करने वाले एंटीसेप्टिक गुण अच्छे तरीके से मदद करते हैं। एक मोटी पेस्ट बनाने के लिए, एक चुटकी हल्दी और पानी के साथ सतह पर फिटकरी का एक टुकड़ा रगड़ें। इसे मांसपेशियों की ऐंठन पर लगाएं और स्वाभाविक रूप से शुष्क होने के लिए इसे छोड़ दें। दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए 2 से 3 दिनों के लिए इसे दिन में दो बार दोहराएं।