बच्चों को खाना खिलाना बहुत मुश्किल होता हैं जिसमें कि ऐसी चीजें खिलाना जो पौष्टिक हो। बच्चों के नखरों के कारण शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं और सही से विकास ना होते हुए वे बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में आप बच्चों के भोजन में दही को शामिल करें जिसे बच्चे बड़े चाव से खाते हैं और पोषण की पूर्ती होती हैं। दही में कैलोरी, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, सेलेनियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन ए, विटामिन बी12 आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। दही के सेवन से बच्चों को कई तरह के फायदे मिलते हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं सके बारे में...
हड्डियों की सेहत के लिएबता दें कि दही के अंदर पाए जाने वाला कैल्शियम न केवल हड्डियों को स्वस्थ रखता है बल्कि बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए भी उपयोगी है। इससे अलग शिशु की कमजोर हड्डियों को जरूरी पोषक देने के लिए आप बच्चों की डाइट में दही को जोड़ सकते हैं।
दांतो को बनाएं मजबूतजैसा कि हमने पहले भी बताया दही के अंदर कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो न केवल हड्डियों को मजबूती देता है बल्कि दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। दांतो को मजबूत बनाने के लिए भी कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में दही का सेवन दांतों की समस्या को दूर करने में उपयोगी है।
भूख बढ़ाने में मददगारज्यादातर बच्चों को भूख नहीं लगती है या वे मन से खाना नहीं खाना चाहते हैं। ऐसे में दही का सेवन उनकी भूख बढ़ाने में मदद करता है। दही पहले तो उनके पेट को ठंडा करता है और फिर भूख बढ़ाने वाले हार्मोन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा ये बच्चों में मेटाबोलिज्म को तेज करता है और भूख बढ़ाता है। इसलिए रोजाना अपने बच्चों को एक कटोरी दही जरूर खिलाएं।
पेट से जुड़ी समस्याएं करें दूर दही प्रोबायोटिक्स में से एक है। इसमें लैक्टोबैसिलस नामक बैक्टीरिया की एक प्रजाति होती है। यह स्वाभाविक रूप से मनुष्य की आंतों और मूत्र पथ में पाया जाता है। यह पाचन में सहायता करता है और शरीर को रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से सुरक्षित रखता है। बच्चों में जंक फूड खाने की प्रवृत्ति होती है और उनका पेट खराब हो जाता है। दही के कुछ चम्मच हर रोज माइक्रोबायोटा को हेल्दी रखता है और आंत को संतुलित करने में मदद करता है। इससे मेटाबोलिक रेट के साथ बॉवेल मूवमेंट भी सही होता है और आपको कब्ज की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा दही पेट दर्द, दस्त और गैस्ट्रिक समस्या से राहत पाने में मदद करता है।
प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंबच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है। ऐसे में बच्चे जल्दी किसी बीमारी या संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। अगर माताएं बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहती हैं तो वे उनकी डाइट में दही को जोड़ सकती हैं और इम्यूनिटी को बढ़ा सकती हैं।
स्वस्थ हृदय के लिएबढ़ता वजन कई बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है। ऐसे में रीसर्च में यह बात सामने आई है कि दही का सेवन वजन को संतुलित कर हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। इतना ही नहीं अन्य शोध में यह बात सामने आई है कि दही का सेवन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करके हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।
खून की कमी से बचाएखून की कमी यानी कि एनीमिया की समस्या। जब शरीर में खून की कमी हो जाती है तो एनीमिया की समस्या हो सकती है। बता दें कि रेड ब्लड सेल्स को बनाने में फोलेट बेहद सहायक होते हैं। ऐसे में दही के अंदर पाए जाने वाले फोलेट इस समस्या को दूर करने में आपके काम आ सकता है।
बच्चों के विकास में मददगारदही में प्रोटीन की एक अच्छी मात्रा होती है। इसलिए, अगर आप वेजिटेरियन हैं तो दही आपके बच्चे के आहार का मुख्य हिस्सा होना चाहिए। प्रोटीन बच्चों को लंबे समय तक सक्रिय और तृप्त रहने में मदद करता है। ये शरीर के चयापचय में सुधार करता है और शरीर में मांसपेशियों और टीशूज के विकास और मरम्मत में मदद करता है।