अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर करेगी सही डाइट, आहार में शामिल करें ये 10 चीजें

पीरियड्स महिलाओं के शरीर में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें ब्लड और टिशूज वेजाइना के रास्ते गर्भाश्य यानी यूट्रस से बाहर निकलते हैं। यह एक नियमित प्रक्रिया हैं जो अंतराल के बाद रिपीट होती हैं जिसे पीरियड साइकल के तौर पर जाना जाता हैं। सामान्य तौर पर पीरियड साइकल 26 से 32 दिनों के बीच रहती हैं। लेकिन कई बार अनियमित पीरियड्स की समस्या सामने आती हैं जिसकी वजह से सेहत से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता हैं। खानपान में बदलाव कर अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। आज यहां हम आपको ऐसे ही आहार की जानकारी देने जा रहे हैं।

अदरक

अदरक पीरियड्स को रेगुलर करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके सेवन से मासिक धर्म की अनियमितता कम हो जाती है। इसके लिए पहले छोटे-छोटे पीस में अदरक को काट लें। अब इस अदरक में शहद मिलाकर सेवन करें। फिर ऊपर से गर्म पानी पी लें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखने लगेगा।

हल्दी

आप हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकती हैं। इसका शरीर पर एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव होता है। ये अनियमित पीरियड्स की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा भी ये आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

एलोवेरा

ऐलोवेरा हमारे हार्मोन्स को कंट्रोल करने के साथ ही मैनेज करने में भी मदद करता है, जो बदले में पीरियड्स को नियंत्रित यानी रेगुलेट करता है। बेस्ट रिजल्ट के लिए एक चम्मच फ्रेश एलोवेरा पल्प या जेल के साथ एक चम्मच शहद नियमित रूप से अपने ब्रेकफास्ट में लें। रिजल्ट जल्दी ही देखने को मिलेंगे।

दालचीनी

दालचीनी का स्वाद आपको कैसा लगता है? पसंद है न? केक और दूसरे व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के आलावा दालचीनी का प्रयोग आपकी पीरियड साइकल को भी नियमित करनें के लिए भी किया जा सकता है। दालचीनी शरीर को अंदर से गर्म रखता है, जिससे रक्त प्रवाह यानी ब्लड का फ्लो बढ़ता है।

कच्चा पपीता

रोजाना अपने डाइट में कच्चा पपीता शामिल करने से भी आपके पीरियड्स रेगुलर हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पपीता यूट्रस में मांसपेशियों के सिकुड़ने में मदद करता है। इसके लिए आप पपीते का सलाद बना कर या सब्जी बना कर खा सकते हैं।

जीरा

जीरे में कुछ ऐसे प्रभावशाली पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकोड़ने और पीरियड्स की साइकिल को सुव्यवस्थित करने में मदद करते हैं। आप नियमित रूप से कुछ दिनों के लिए जीरे वाला पानी पिएं। इसके लिए रात में एक कप पानी में दो चम्मच जीरा डालकर छोड़ दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पिएं।

गुड़

गुड़ इर्रेगुलर मासिक धर्म की समस्या में बेहद लाभकारी माना जाता है। यह पीरियड्स को ठीक करने में मददगार होता है। इसके लिए सबसे पहले गुड़, तिल, हल्दी और कैरेम के बीजों को मिलाकर खा लें, उसके बाद गर्म पानी पिएं। इससे अनियमित पीरियड्स की समस्या दूर हो जाएगी।

सौंफ का पानी

एक गिलास पानी को उबाल लें। इसमें 1 से 2 चम्मच सौंफ डालें। इसे छान लें। इसके बाद इसका सेवन करें। ये अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर करने में मदद करता है। ये पेट दर्द और ऐंठन को दूर करने में मदद करता है।

अनानास

यदि आपको पीरियड्स में किसी भी तरह की समस्या होती है या फिर अधिक दर्द, ऐंठन होता है, तो आप अनानास का सेवन जरूर करें। इस फल में ब्रोमेलेन नामक एन्जाइम होता है, जो यूटरस की लाइनिंग में आने वाली समस्या को सही करके पीरियड्स को नियमित बनाने में मदद करता है। यह लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाता है। इस तरह से पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो सही होता है।

कलौंजी ड्रिंक

पीरियड्स के दौरान दर्द और फ्लो की समस्या को नियंत्रित करने के लिए आप घर पर ही कलौंजी का डिटॉक्स ड्रिंक तैयार कर सकती हैं। इसके लिए 2 गिलास गरम पानी में आधा चम्मच कलौंजी, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, आधा चम्मच धनिया पाउडर और आधा चम्मच कैलेंडुला के फूलों का पाउडर मिलाकर ड्रिंक तैयार करें और इसका सेवन करें। इस ड्रिंक के सेवन से पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।