डाइट में इन आहार को शामिल कर बच्चों के दांतों और मसूड़ों को बनाए स्वस्थ

वर्तमान समय में देखा जा रहा हैं कि बच्चों को कम उम्र में ही दांतों और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। कम उम्र में ही दांतों में आई कमजोरी चिंता की बात हैं जो आगे चलकर विकट स्थिति पैदा कर सकती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि बच्चों के दांतों और मसूड़ों को सड़न से बचाने के लिए अपने बच्चों के खानपान में सुधार लाया जाए। कई बार बच्चे कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट जैसी चीजें खाते हैं जो दांतों को नुकसान पहुंचाती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके बच्चे के दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ बनाने का काम करेंगे।

मिल्क प्रोडक्ट्स

ब्रेड, सफेद आलू और पास्ता जैसे स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट शुगर में टूट जाते हैं। इस शुगर आपके बच्चे के मुंह में के बैक्टीरिया अपना खाना बनाते हैं और कैविटी पैदा करने वाले एसिड का उत्पादन करते हैं। जब आपका बच्चा दूध पीता है या पनीर खाता है जो कैल्शियम, विटामिन डी और फॉस्फेट से भरपूर होता है। यह उसके मुंह में पीएच स्तर को बढ़ाता है, एसिड के स्तर को कम करता है और दांतों की सड़न के जोखिम को कम करता है। कैल्शियम कई अन्य तरीकों से भी फायदेमंद होता है। ये आपके एनेमल को मजबूत बनाता है और दांतों से चिपक जाता है। आगे चलकर उन्हें एसिड से बचाता है। यह क्षतिग्रस्त दांतों की मरम्मत करता है और आपके बच्चे के दांतों के आसपास की हड्डियों को मजबूत करता है, जिससे वे बाद में पीरियडोंटल बीमारी से बचे रहते हैं। इसी तरह दही में प्राकृतिक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं जो कि प्लाक बिल्डअप और मसूड़े की सूजन का कारण बनते हैं। तो, बच्चों के दांतों को मजबूत बनाने के लिए उन्हें दूध, दही और पनीर जैसे मिल्क प्रोडक्ट्स जरूर खाने को दें।

आंवले की कैंडी

आंवले की कैंडी बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, ये आंवले से बनती है और दांतों को मजबूत बनाती है। आंवला में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी की अच्छाई होती है, जो मुंह में बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने में मदद करती है और मसूड़ों को ठीक करती है। साथ ही ये प्राकृतिक क्लींजर के रूप में भी काम करती है और आपके बच्चों के मुंह से आने वाली सांसों की दुर्गंध को कम करने में मददगार है। आप अपने बच्चे को रोजाना एक ताजा आंवला खिला सकते हैं और आधा कप पानी में आधा चम्मच सूखा आंवला पाउडर मिला कर दे सकते हैं।

हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियां फोलेट से भरपूर होती हैं और दांतों के लिए फोलेट के फायदे कई हैं। दरअसल, हरी सब्जियों में मिलने वाला फोलेट मसूड़ों की सूजन को कम कर सकता है और प्लॉक को कम कर सकता है। साथ ही ये ब्लीडिंग गम्स की समस्या को भी कम करता है और मसूड़ों की बीमारी से बचाव में मदद करता है।

नट्स एंड सीड्स

नट और सीड्स में नेचुरल फैट्स होते हैं जो दांतों तो एक सुरक्षित कोटिंग देते हैं और बैक्टीरिया से बचाव में मदद करते हैं। बीजों में मौजूद तेल गम्स को मजबूत करने में मदद करते हैं और बच्चों के दांतों को स्वस्थ बनाते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चों को सूरजमुखी के बीज खिला सकते हैं। बता दें कि सूरजमुखी के बीजों में फोलिक एसिड भी होता है जो कि मसूड़ों की सूजन को कम करता है।

विटामिन सी से भरपूर फूड्स

आपके बच्चे के मुंह में कई अलग-अलग प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं, और उनमें से कुछ मसूड़े की सूजन का कारण बन सकते हैं, जो कि मसूड़ों की बीमारी का पहला चरण है। संतरे, नीबू, कीवी, खरबूजा, पपीता और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों में विटामिन सी होते हैं जो कि इन बैक्टीरिया को मारने का काम करते हैं। यह मसूड़ों में कोलेजन की कमी को दूर करते हैं। पर खट्टे खाद्य पदार्थ या कोई ड्रिंक पीने के बाद बच्चों को अपने दांत ब्रश करने से पहले कम से कम 30 मिनट तक बच्चों को रूकने को कहें। ऐसा इसलिए क्योंकि फलों में साइट्रिक एसिड होता है जो कि दांतों के इनैमल को कमजोर कर सकता है और दांतों को ब्रश करने से इनका क्षरण हो सकता है।

रागी

रागी कैल्शियम के बहुत कम शाकाहारी स्रोतों में से एक है और इसमें बाकी अनाज की तुलना में ज्यादा कैल्शियम है। बच्चों का रागी खिलाने के फायदे ज्यादा हैं क्योंकि ये बच्चों में हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और उनके दांतों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। साथ ही रागी में विटामिन सी भी होता है जो कि दांतों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। साथ जो बच्चे कमजोर हैं या उनमें खून की कमी है, उनके लिए भी रागी में मिलने वाला आयरन भी फायदेमंद है। आप अपने बच्चों को रागी की रोटी, दलिया और कुकीज बना कर दे सकते हैं।

तिल के बीज

तिल के छोटे-छोटे बीज कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो आपके दांतों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, तिल दांत में जमा प्लाक को भी साफ करने में मदद करते हैं। इस तरह तिल के बीज स्वस्थ दांतों के लिए बहुत फायदेमंद है। आप अपने बच्चों को तिल के लड्डू और तिल से बनी दूसरी चीजें दे सकते हैं।

अंडे

विशेष रूप से अंडे की जर्दी में विटामिन डी होता है, दांतों के इनेमल के निर्माण और सुरक्षा के लिए आवश्यक खनिज है। इसमें कैल्शियम और फॉस्फेट भी है जो कि दांतों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी भी है। इसके लिए रोज अपने बच्चे को एक अंडा खाने को दें। वे अगर अंडा नहीं खाना चाहतें तो उन्हें इससे बनी कोई रेसिपी खाने को दें।