महिलाओं में बढ़ता जा रहा स्तन कैंसर का खतरा, सावधानी से करें इन 8 चीजों का सेवन

वर्तमान समय में देखा जा रहा हैं कि कैंसर की बीमारी घातक रूप लेते हुए कई लोगों की जान ले रही हैं। कैंसर कई तरह का होता हैं। इनमें से एक हैं ब्रैस्ट कैंसर अर्थात स्तन कैंसर जिसका ज्यादा खतरा महिलाओं को होता हैं। खबरों के मुताबिक हर साल लाखों की गिनती में ब्रेस्ट कैंसर से शिकार लोग अपनी जान गवां रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार इसका मुख्य कारण बनता जा रहा हैं आपका गलत खानपान। जी हां, शरीर में होने वाली इस घातक बीमारी से खुद को बचाना है तो अपनी डाइट से महिलाओं को कुछ आहार हटाने की जरूरत हैं या ग्रहण करते समय सावधानी बरतने की जरूरत हैं। तो आइये जानते हैं इन चीजों के बारे में।

आर्टिफिशियल स्वीटनर

चीनी के ज्‍यादा सेवन करना नुकसानदेह होता है, और इसके ज्‍यादा सेवन से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है, और वजन में भी लगातार बढ़ोतरी होने लगती है। यह बात तो हम सभी जानते है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि चीनी की जगह इस्‍तेमाल किये जाने वाले आर्टिफिशियल स्वीटनर एक तरह का केमिकल है। आर्टिफिशियल स्वीटनर का स्वाद चीनी की तरह ही होता है, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि यह किसी मीठे जहर से कम नहीं है। आर्टिफिशियल स्वीटनर से सिरदर्द, याददाश्त की कमी, अचानक चक्कर आकर गिर पड़ना और कैंसर जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। इसके सेवन से मस्तिष्क ट्यूमर की संभावना बनी रहती है।

दूध और दूध से बने आहार

दूध सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। मगर आज के समय में कई जगहों पर दूध में मिलावट की जाती है। दूध को बढ़ाने के लिए जानवरों को केमिकल्स और हार्मोन्स के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। मगर इसके कारण दूध शुद्ध नहीं रहता है। बता दें, ऑक्सीटोसिन और rGBH ऐसे केमिकल्स हैं, जिसके इंजेक्शन जानवरों को लगाने से वे ज्यादा मात्रा में दूध देते हैं। मगर ऐसा केमिकल्स वाला दूध पीने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। ये केमिकल्स शरीर में पहुंचकर सेल और डीएनए को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।

अल्कोहल भी है घातक

अल्कोहल के अधिक सेवन से डायबिटीज, मोटापा और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बना रहता है। जो लोग शराब पीते हैं उनमें कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। आजकल महिलाएं भी इसका आनंद लेने में पीछे नहीं रह गयी है। लेकिन एक ताजा स्टडी के अनुसार अल्कोहल पीने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर की दर में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

हानिकारक फैट्स का सेवन

शरीर के लिए फैट्स की भी जरूरत होती है। मगर हानिकारक फैट्स खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। ये हानिकारक फैट्स ज्यादातर प्रॉसेस्ड फूड्स में पाए जाते हैं। एक अध्ययन मुताबिक, खाद्य पदार्थों में मौजूद ट्रांस फैट से भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। ये फैट बिस्किट, फ्राइड फूड्स, डोनट्स, पेस्ट्रीज, केक, कुकीज और फास्ट फूड्स में सबसे अधिक होता है।

माइक्रोवेव पॉपकॉर्न से बचें

हर कोई पॉपकार्न खाने के लिए उतावला रहता है। चाहे मूवी हॉल हो या घर में दोस्‍तों के साथ मैच देखने का प्रोग्राम, इस समय पॉपकॉर्न को सभी खाना पसंद करते हैं। यह एक टाइम पास, सस्ता और स्वादिष्ट आहार है। और इसे माइक्रोवेव में बनाना बहुत आसान और सुविधाजनक होता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि इसको बनाते समय इसमें एक (PFOA) केमिकल डाला जाता है जो बहुत खतरनाक होता है। इसके खाने से लोगों का किडनी, मूत्राशय, लीवर और आंत कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

रेड मीट का सेवन

रेड मीट खाने से प्रोटीन व अन्य पोषक तत्व मिलते हैं। मगर एक्सपर्ट अनुसार, रेड मीट का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर की चपेट में आने का खतरा अधिक रहता है। दरअसल, प्रॉसेस्ड मीट में प्रिजर्वेटिव्स और नमक का इस्तेमाल अधिक होता है। इसके साथ ही इसमें हानिकारक फैट की मात्रा भी अधिक पाई जाती है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए।

आलू चिप्स

आलू के चिप्स या फेंच फ्राई जैसी चीजों के शौकीन लोगों को सावधान हो जाना चाहिए क्‍योंकि ये केवल मोटापे और दिल के रोगों को बढ़ाने के साथ कैंसर का कारण भी है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, स्टार्च वाले कुछ खाद्य पदार्थों में ऐक्रिलामाइड नामक एक केमिकल पाया जाता है। ऐक्रिलामाइड एक ऐसा तत्व है, जो 120 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक तापमान पर पकाए, तले अथवा ग्रिल किए जाने वाले खाद्य पदार्थों में उपस्थित होता है और कैंसर से संबधित होता है।

वेजिटेबल ऑयल

एक्सपर्ट अनुसार, वेजिटेबल ऑयल यानि वनस्पति तेल का अधिक सेवन करने भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसके साथ ही सनफ्लावर ऑयल, सोयाबीन ऑयल, कॉर्न और अन्य वे चीजें, जिनमें पॉलीसैचुरेटेड फैट अधिक मौजूद होता है। उनके सेवन से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है।