फैटी लीवर की समस्या से जूझ रहे थे सिंगर KK, जानें इस बीमारी के बारे मे सबकुछ

मशहूर सिंगर केके का 31 मई कोलकाता में निधन हो गया था। वे कोलकाता में एक कॉन्सर्ट के लिए गए थे। बता दें, उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट में पता चला कि उन्हें फैटी लीवर की समस्या थी। लीवर महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ऐसी में इसका स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। जब किसी व्यक्ति को फैटी लीवर की समस्या हो जाती है तो कई लक्षण नजर आ सकते हैं।

हर इंसान के लिवर में थोड़ी मात्रा में फैट जरुर होता लेकिन जब फैट की मात्रा लिवर के कुल वजन का 5-10 प्रतिशत तक हो जाती है तो यह परेशानी का कारण बन सकती है। ज्यादातर मामलों में फैटी लिवर डिसीज किसी भी गंभीर समस्या का कारण नहीं बनता या आपके लिवर को सामान्य रूप से काम करने से नहीं रोकता। लेकिन 7 से 30 प्रतिशत लोगों में फैटी लिवर की समस्या समय के साथ बढ़ने लगती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि कुछ लोगों को इस फैटी लिवर का खतरा अधिक होता है इसलिए इन लोगों को अपनी सेहत पर ध्यान रखना बेहद जरुरी है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि फैटी लीवर होने पर क्या-क्या लक्षण नजर आ सकते हैं। साथ ही कारण और बचाव के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे तो चलिए जानते है इसके बारे में...

क्या है फैटी लिवर?

फैटी लिवर बीमारी, लिवर में अतिरिक्त चर्बी जमा होने लगती है। जिसकी वजह से लीवर को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण लीवर के टिशू कठोर हो जाते हैं। अधिकांश लोगों में इस बीमारी के कारण कोई लक्षण नहीं आते। लेकिन अगर यह समस्या बढ़ जाती है को यह कुछ मामलों में लिवर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है और लिवर कैंसर भी हो सकता है। एक्सपर्ट का मानना है कि कोई भी लाइफस्टाइल में बदलाव करके फैटी लिवर बीमारी को रोक सकता है या कम किया जा सकता है।

फैटी लीवर के प्रकार?

बता दें कि फैटी लीवर के तीन रूप हो सकते हैं। पहला स्टीटोसिस (जब सूजन के बिना व्यक्ति को फैटी लीवर की समस्या होती है)। दूसरा स्टीटोहेपिटाइटिस (जब शराब के सेवन के कारण लीवर में जख्म और सूजन आने लगती है) तीसरा रूप non-alcoholic स्टीटोहेपिटाइटिस। ऐसे में व्यक्ति को तीनों रूपों की जांच करवानी चाहिए।

फैटी लिवर के कारण

- ज्यादा मात्रा में मिर्च-मसाला खाना
- टाइप-2 डायबिटीज
- ज्यादा मोटापा होना
- खून में फैट का बढ़ाना
- कोलेस्ट्रॉल हाई होना
- मेटाबोलिज्म कम होना

फैटी लिवर के लक्षण

पेट में दर्द


पेट में दर्द होना फैटी लिवर डिसीज का संकेत हो सकता है। लेकिन ऐसा संभव नहीं है कि हर पेट दर्द फैटी लिवर का ही कारण हो। कई बार गलत खान-पान या अन्य कारणों से भी पेट में तकलीफ या दर्द हो सकता है। इसलिए इसलिए अगर आपको बिना किसी कारण के लंबे समय पेट में दर्द हो रहा है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें और उसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचें। जिसे फैटी लिवर की समस्या होती है उसे पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द होता है।

भूख न लगना

भूख न लगना भी फैटी लिवर का लक्षण हो सकते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि जिन लोगों को एक्टिविटी और उम्र के मुताबिक, भूख कम लगने लगती है, उसका कारण फैटी लिवर हो सकता है। क्योंकि कई मामलों में देखा गया है कि इस बीमारी में लोगों को भूख कम लगने लगी है।

वजन कम होना

वजन का अचानक से कम होना भी फैटी लिवर का संकेत हो सकता है। एक्सपर्ट का मानना है कि वैसे तो वजन कम होने के कई वजह हो सकती हैं लेकिन अगर किसी का पेट फूला रहे और बाकी का शरीर कम होता जाए तो यह इस बीमारी का संकेत हो सकते हैं। लेकिन किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

थकान या मानसिक भ्रम

अगर किसी को फैटी लिवर संबंधी समस्या है और वह समय के साथ बढ़ रही है तो उसे धीरे-धीरे अधिक थकान होने लगेगी और भ्रम जैसी स्थिति भी पैदा होने लगेगी। अगर थोड़ा भी काम करेंगे तो काफी जल्दी थक जाएंगे और कोई भी चीज को सोचने-समझने में अधिक मेहनत की जरूरत होगी।

पीली त्वचा और आंखों का सफेद होना

आंखों का सफेद होना और त्वचा का पीला होना भी फैटी लिवर डिसीज का संकेत हो सकता है। अगर आपको कभी ये लक्षण दिखते हैं तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें।

फैटी लीवर होने पर कैसे रखें ख्याल

- फैटी लीवर होने पर यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो सबसे पहले मधुमेह को कंट्रोल में रखें। अपने ब्लड में शुगर की मात्रा को बिल्कुल ना बनने दें। वरना यह समस्या गंभीर हो जाती हैं।
- फिजिकल एक्टिविटीज को अपनी दिनचर्या में जोड़ें। नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करें। जरूरी योग और व्यायाम को भी अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
- अपने वजन को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है या जो लोग मोटापे के शिकार होते हैं उनके लिए ये समस्या खतरनाक साबित हो सकती है।
- फैटी लीवर से ग्रस्त रोगियों को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए वरना इससे समस्या और बढ़ सकती है।

फैटी लिवर से बचने के लिए

- नारियल पानी, दाल, दाल का पानी और छाछ खूब पिएं।
- रोजाना व्यायाम जरूर करें, भले ही कम ज्यादा हो लेकिन व्यायाम करना न भूलें।
- लहसुन का सेवन करें, सारी सब्जियों में लहसुन का प्रयोग करें।
- भोजन रात में 9 बजे से पहले ही कर लें, देर रात भोजन न करें।
- शराब, धूम्रपान तो एकदम ही त्याग दें।
- किसी भी खाने को अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाएं।
- बादी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ कम खाएं।
- ब्रोकली, मछली, एवोकाडो का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।