डायबिटीज खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से पनपने वाली बीमारी है। जिसको कंट्रोल रखना बेहद जरुरी है। आज के समय में डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है। डायबिटीज मरीजों को शुगर कंट्रोल करने के लिए दवा के साथ ही डाइट पर कंट्रोल करना भी बेहद जरुरी है। शुगर पेशेंट कुछ भी खाते हैं तो उनका शुगर लेवल तेजी से बढ़ने लगता है, जिसकी वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में कुछ कारगर जूस है जिनके सेवन से शुगर के स्तर को तेज़ी से कंट्रोल किया जा सकता है। तो चलिए आइए जानते है वे कौन से जूस है तो आपकी डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद असरदार हैं।
करेले का जूस रखते हैं शुगर कंट्रोलडायबिटीज के मरीजों के लिए करेला बेहतरीन दवा है। करेले में पाए जाने वाले विभिन्न विटामिन जैसे विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C के अलावा विटामिन B ग्रुप के तत्व थायमिन और राइबोफ्लेविन डायबिटीज को कंट्रोल रखने में बेहद मददगार हैं। ये सभी तत्व पैंक्रियाज को इंसुलिन के उत्पादन में सहायता करते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है। शुगर के मरीज़ रोज़ सुबह खाली पेट इस जूस का सेवन करेंगे तो कुछ ही दिनों में शुगर कंट्रोल में आ जाएगी।
टमाटर का जूस रखता हैं शुगर कंट्रोलटमाटर हमारे खाने का स्वाद तो बढ़ाता ही है सेहत के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद है। ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए टमाटर का सेवन किया जा सकता है। टमाटर में लाइकोपिन भरपूर मात्रा में होता है जो शुगर के मरीज़ों के लिए बेहद फायदेमंद है। एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर टमाटर में पाया जाने वाला तत्व प्यूरिन ब्लड में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। ऐसे में अगर टमाटर का जूस डायबिटीज के मरीजों को दिया जाए तो काफी लाभदायक साबित होता है।
ककड़ी का जूस रखते हैं शुगर कंट्रोलककड़ी और खीरा जैसी सब्ज़ियां भी शुगर के मरीज़ों के लिए बेहद उपयोगी है। इसमें विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम सहित डायटरी फाइबर और विटामिंस भरपूर मात्रा में मौजूद होते है। ककड़ी का जूस पीने से इन सभी पोषक तत्वों का प्रभाव शरीर पर पड़ता है और रक्त में शुगर की मात्रा कम हो जाती है।
सदाबहार के फूल और पत्तियां रखते हैं शुगर कंट्रोलमैडागास्कर या सदाबहार का पौधा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मददगार साबित होता है। इस पौधे की पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व मौजूद होता है जिससे, पैंक्रियाज का बीटा सेल्स को कार्य करने में मदद मिलती है। ये सेल्स इंसुलिन का उत्पादन करते हैं जिससे रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा कंट्रोल में रहती है।
नीम-गिलोय का रस शुगर कंट्रोल के लिएनीम और गिलोय के जूस का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होता है। यह एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर भी है। यह रस कमजोर लीवर और सांस की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी अच्छा है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में यह बहुत मदद करता है। जहां नीम में लीवर से जुड़ी समस्या को ठीक करने के गुण हैं, वहीं गिलोय का उपयोग लीवर डिसीज, मूत्र पथ संक्रमण और दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए किया जाता है।