कोरोना से ठीक होने के बाद भी दिल को खतरा, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ेगा भारी

कोरोना की दूसरी लहर में लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं, हांलाकि अब इससे ठीक होने वालों का आंकड़ा नए मरीज से भी ज्यादा हैं। कोरोना मरीजों के फेफड़ों पर असर कर रहा हैं। लेकिन कोरोना से ठीक होने के बाद अब लोगों के दिल को नुकसान पहुंच रहा हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि दिल को खतरा दिखाने वाले लक्षणों की समय पर पहचान कर उचित इलाज पाया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको उन लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता हैं।

सीने में दर्द

अगर आपको अपने दिल में किसी तरह की बेचैनी हो रही है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। इसमें सीने में भारीपन, सीने में दर्द, बेचैनी होना शामिल है। ऐसे स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि ऐसा न करने पर ये आपकी गर्दन, बाहों या अन्य भागों में भी फैल सकता है।

ज्यादा पसीना आना

ज्यादा पसीना आना हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षणों में से एक है। वहीं, अगर आप कोरोना से ठीक हो गए हैं और आपको पसीना खूब आ रहा है तो आपको अपने शरीर का तापमान मापना चाहिए। वहीं, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए।

सांस फूलना

अगर किसी को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो ये समस्या बढ़ी न बन जाए, इसलिए इस लक्षण पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप ठीक से सांस नहीं ले पा रहे हैं, तो हो सकता है कि आपके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में ऑक्सीजन की कमी हो रही हो। ऐसे में ये आपके फेफड़ों समेत दिल को भी प्रभावित कर सकता है।

ऑक्सीजन लेवल में गिरावट आना

आपको ऑक्सीजन का लेवल समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए। चाहे आप कोरोना से ठीक हो चुके हैं, लेकिन आपको ऑक्सीजन के लेवल को मापते रहना है। अगर ऑक्सीजन का लेवल कम होता है तो इसका अनियमित दिल की धड़कन और अन्य चीजों पर इसका बुरा परिणाम हो सकता है।

चक्कर आना

अगर आपको चक्कर आ रहे हैं। साथ ही इतनी थकान लग रही है कि आपका खड़ा होना और बैठना तक मुश्किल हो रहा है, तो फिर आपको जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। चक्कर आना कार्डियक अरेस्ट का एक बड़ा चेतावनी वाला लक्षण हो सकता है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरुर करें)