गर्मियां आते ही सोडा पीने के शौकीन लोगों को ज्यादा सोडा पीने का बहाना मिल जाता है। सोडा देखने में तो पानी की तरह होता है पर ये इंसान के लिए किस हद तक खतरनाक हो सकता है इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। हम आपको ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर शर्तिया आप सोड़ा का सेवन छोड़ देंगे...
- एक सिंगल कैन सोडा शुगर के 10 चम्मच के बराबर होता है, इतनी मात्रा में शुगर और वो भी खासकर लिक्विड फोर्म में ब्लड शुगर को बढ़ा देता है और इससे शरीर में इंसुलिन का खतरा भी बढ़ जाता है।
- यह न केवल आपके दांतों में सड़न पैदा करता है बल्कि इसमें अत्यधिक मात्रा में मौजूद रिफाइंड शुगर, कैलोरी की मात्रा बढ़ाकर मोटापा बढ़ाने का काम करती है।
- सिर्फ सोडा ही नहीं बल्कि ड्रिंकिंग सोडा जिस बॉटल या केन में बाजार में उपलब्ध है, वह भी हानिकारक है। इनमें टॉक्सिक केमिकल बिस्फेनॉल होता है, जो एक नहीं कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम्स को पैदा करता है।
- अगर आप कैलोरी कम करने के लालच में डाइट सोडा लेना पसंद करते हैं, तो जान लीजिए कि यह आपके किडनी की कार्यक्षमता पर भी बुरा प्रभाव डालता है।
- सोडा पीने की आदत लगना तो और भी खतनाक है। हर दिन ड्रिंकिंग सोडा का सेवन, आपके लिए डायबिटीज के खतरे को 25 प्रतिशत तक बढ़ा देता है।
- 20 ऑन्स सोडा यानि 240 कैलोरी बर्न करने के लिए आपको हर बार सोडा पीने के बाद लगभग 1 घंटा पैदल चलने की जरूरत होती है।
- सोडा में पाया जाने वाला फास्फोरिक एसिड आपकी हड्डियों में मौजूद कैल्सियम को चुरा लेता है। इतना ही नहीं यह हड्डियों के घनत्व को भी कम कर देता है।
- रोजाना सोडा का प्रयोग, आपके मेटाबॉलिज्म में परिवर्तन करने में काफी हद तक प्रभावी होता है और वजन कम करना बेहद कठिन हो जाता है।
- सोडा की अत्यधिक मात्रा या अधिक सेवन, अस्थमा एवं श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे सांस संबंधी अन्य रोगों की संभावना बढ़ जाती है।
- सोडा पीने से हृदय संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है। जिन लोगों को पहले से हृदय संबंधी समस्या है, उनके लिए यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है।
- ड्रिंकिंग सोडा लगातार आपके लिवर को प्रभावित करता है और यह लिवर के लिए उतना ही घातक होता है, जितना कि अल्कोहल। इसमें मौजूद फैटी लिवर एसिड बेहद घातक होता है।
- डाइट सोडा वजन कम करने से ज्यादा वजन बढ़ाने में मददगार साबित होता है। इसका सेवन करने वाले लोगों में, सेवन न करने वाले लोगों की अपेक्षा मोटापे का खतरा अधिक होता है।