Pfizer-BioNTech और Moderna की कोरोना वैक्सीन में क्या है अंतर, अमेरिका की स्वास्थ्य विशेषज्ञ शेयर की जानकारी

वैक्सीन बनने में तकरीबन 15 साल तक का वक्त लग सकता था लेकिन वैज्ञानिकों ने कोरोना की वैक्सीन बनाने में सिर्फ कुछ ही दिनों का समय लिया। यूएस फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की ओर से फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-BioNTech) और मॉडर्ना (Moderna) की वैक्सीन (Vaccine) को परमिशन दी गई है। इसी बीच अमेरिका की एक एक्सपर्ट अमांडा होवेल (Amanda Howell) ने इन दोनों वैक्सीन की तुलना की है जो की सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रही है। इस तुलना से लोगों को जानकारी मिलेगी की दोनों वैक्सीन में किया फर्क है। ये है वैक्सीन में प्रमुख अंतर...

- अमांडा ने फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) को 95% कारगर बताया है जबकि मॉडेर्ना (Moderna COVID-19 vaccine) को 94.5% कारगर बताया है
- फाइजर की 30 एमसीजी (MCG) डोज 21 दिन में एक बार दी जाती है जबकि मॉडेर्ना को 100 एमसीजी MCG) डोज 28 दिन के गैप में दी जाती है
- फाइजर की 5 डोज की शीशी होती है जबकि मॉडेर्ना की 10 डोज की शीशी होती है।
- फाइजर को 0.9% सोडियम क्लोराइड के साथ मिलाया जाता है वहीं मॉडेर्ना में किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती है

- फाइजर वैक्सीन को -112 से -76 डिग्री फैरेनहाईट में रखा जाता है वहीं मॉडेर्ना को -13 से -5 डिग्री फैरेनहाईट के तापमान में रखा जाता है
- फाइजर के ट्रायल में 36 हजार 621 लोग शामिल थे वहीं मॉडेर्ना में 30 हजार 350 लोग ट्रायल में मौजूद थे
- फाइजर को 16 साल या उससे अधिक की उम्र के लोगों को लगाने की अनुमति मिली है वहीं मॉडेर्ना को 18 साल से ऊपर वाले लोगों को लगाई जानी है
- फाइजर (Pfizer Vaccine) को 10 दिसंबर 2020 को तीसरे फेज के बाद प्रभावी बताया गया था वहीं मॉडेर्ना (Moderna COVID-19 vaccine) को 30 नवंबर 2020 को तीसरे फेज में कारगर बताया गया था