सामान्य समझकर इन 10 लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं पुरुष, बन सकते हैं गंभीर बीमारी का कारण

अक्सर देखने को मिलता हैं कि परिवार की जिम्मेदारी और काम के बोझ के चलते पुरुष अपने लिए समय नहीं निकाल पाते हैं जिसके कारण उनकी सेहत को नुकसान पहुंचता हैं। कई बार उनकी तबियत खराब होती हैं लेकिन काम के चलते वे इसे नजरअंदाज कर देते हैं और डॉक्टर से परामर्श नहीं लेते हैं। ये लक्षण आपको आज मामूली लग रहे हों लेकिन ये किसी खतरनाक बीमारी के संकेत भी हो सकते है। पुरुषों द्वारा बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज करना भविष्य में भारी पड़ सकता हैं। एक उम्र के बाद रेगुलर जांच होना बहुत जरूरी हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। आइये जानते हैं इनके बारे में...

पेशाब की समस्या

पुरुषाें काे पेशाब से जुड़ी किसी भी समस्या काे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। दरअसल, पेशाब की समस्या मुख्य रूप से बुजुर्गाें में देखने काे मिलती है। इसलिए अगर आपकाे छाेटी उम्र या युवास्था में यह समस्या हाे रही है, ताे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जब प्राेस्टेट बढ़ता है, ताे यह उस ट्यूब पर दबाव डालता है जाे मूत्राशय से मूत्र ले जाती है। इससे यूरिन पास करने में मुश्किल हाे सकती है। सही से यूरिन पास न हाेना कैंसर और प्राेस्टेट राेग का संकेत हाेता है। इतना ही नहीं पेशाब करते समय जलन, दर्द और रात में बार-बार पेशाब आने जैसे संकेत भी नजरअंदाज नहीं किए जाने चाहिए। ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर सकते हैं।

छोटी सांस आना

अचानक छोटी सांस आना फेफड़ों संबंधी समस्या हो सकती है। यदि आपको सीढ़ी चढ़ने पर सांस लेने में परेशानी होती है और आप अपने आप को थका हुआ महसूस करते हैं तो उसे मामूली ना समझे।यह हार्ट फेल या फिर अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकती है। इसके अलावा ऐसा अस्थमा के कारण भी हो सकता है।

अंडकोष पर गांठ

अंडकाेष पर गांठ हाेना पुरुषाें काे परेशान कर सकता है। वैसे ताे अंडकाेष पर मौजूद अधिकांश गांठ हानिरहित हाेते है, लेकिन कुछ गांठ अन्य बीमारी के संकेत भी हाे सकते हैं। इसलिअ आप समय-समय पर अंडकाेष की जांच कराके रहना चाहिए। इससे आपकाे वृषण कैंसर के शुरुआती लक्षणाें का पता लगने में मदद मिलेगी। यह कैंसर 20-35 साल की आयु वर्ग के पुरुषाें में बेहद सामान्य है। लेकिन अंडकाेष की सभी गांठे कैंसर नहीं हाेते हैं, इनमें से कुछ गांठ लिक्विड इक्ट्ठा हाेने, संक्रमण और नसाें में सूजन की वजह से भी हाे सकते हैं। इससे अंडकाेष में दर्द भी हाे सकता है।

सीने में दर्द

मांसपेशियों की दिक्कत या फिर पाचन तंत्र बिगड़ने से भी सीने में दर्द हो सकता है लेकिन अगर ये दिक्कत आपको अक्सर रहती है और सीने में जलन होती है तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं। ये भी पेट या गले के कैंसर, हृदय रोग या हार्ट फेल का संकेत हो सकता है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दिल का दौरा ज्यादा पड़ता है। सीने में होने वाले दर्द के पैटर्न पर ध्यान दें और डॉक्टर को इसकी सही जानकारी दें।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन

शारीरिक संबंध बनाने के दौरान इरेक्शन न होने की वजह से पेनिट्रेशन में दिक्कत आने की समस्या को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या स्तंभन दाेष कहते हैं। इसे आम भाषा में नपुंसकता कहा जाता है। यह समस्या गलत लाइफस्टाइल, तनाव के वजह से इन दिनाें पुरुषाें में कॉमन हाे गई है। इसके लक्षण नजर आते ही आपकाे तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। क्याेंकि स्थिति गंभीर हाेने पर यह हृदय राेग, डायबिटीज और हाइपरटेंशन का भी कारण बन सकता है। यह ब्लड फ्लाे में कमी का संकेत हाेता है, जिसका असर दिल-दिमाग और शरीर के कई हिस्साें पर पड़ता है।

मूड और पर्सनलिटी में बदलाव

मूड में बदलाव आना डिप्रेशन का भी संकेत हो सकता है। पूरी दुनिया में 45 साल से कम के पुरुषों में डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या करने की संभावा ज्यादा होती है। हालांकि मूड में बदलाव सा मानसिक तनाव हर बार डिप्रेशन नहीं हो सकता है। अगर आपने व्यक्तित्व में किसी तरह का बदलाव महसूस कर रहे हैं तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल भी ना करें।

तिल में बदलाव

तिल एक किसी की शरीर पर पाए जाते हैं। किसी के चेहरे, किसी के नाक ताे किसी के पीठ पर तिल हाेते ही है। कुछ लाेगाें के शरीर में 10 से भी अधिक तिल हाेते हैं। तिल अपने आकार और रंग नहीं बदलते हैं। ऐसे में अगर तिल अपना रंग या आकार बदले, ताे यह किसी समस्या का संकेत हाे सकता है। इसके अलावा तिल से खून निकलना, तिल पर खुजली लगना या दर्द महसूस हाेना जैसे लक्षण भी पुरुषाें काे कभी नजरअंदाज नहीं करने चाहिए। अगर आपके शरीर में ऐसे बदलाव नजर आते हैं, ताे तुरंत त्वचा राेग विशेषज्ञ से संपर्क करें। रंग और आकार बदलने वाले तिल कैंसर का संकेत हाे सकते हैं। अगर तिल का आधा भाग दूसरे से मेल नहीं खाता, तिलाें के किनारे धुंधला हाेना, तिल के रंग में परिवर्तन, तिल का आकार लगातार बढ़ना आदि तिल से जुड़े ऐसे संकेत हैं, जिन्हें पुरुषाें काे कभी नजरअंदाज नहीं करने चाहिए।

बार-बार होने वाला सिरदर्द

वैसे तो सिर में दर्द होना आम है। लेकिन 40 के पार होने पर अगर आपको कभी भी बार-बार सिर में दर्द होने लगे, तो यह कोई मामूली बात नहीं है। आपको इसके लिए तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। दरअसल, बढ़ती उम्र में आपका शरीर बड़े पैमाने पर परिर्वतन से गुजरता है। इसलिए और ज्यादा नुकसान से बचने के लिए समय पर इसका इलाज करें।

निगलने में परेशानी

अगर आप पुरुष हैं और आपकाे निगलने में परेशानी हाे रही है, ताे कभी भी इस लक्षण काे नजरअंदाज न करें। इसे डिस्फेजिया कहा जाता है। यह समस्या एसिड रिफ्लक्स की वजह से हाेता है। निगलने में परेशानी किसी गंभीर एलर्जी या एसाेफाजाल कैंसर का शुरुआती लक्षण हाे सकता है। दरअसल, अधिक एसिड रिफ्लक्स की वजह से भाेजन नली में बदलाव आने लगते हैं, जिससे पुरुषाें में समस्या बढ़ने लगती है। इसलिए समय पर आपकाे डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए, ताकि समस्या न बढ़े।

लगातार वजन कम हाेना

लगातार वजन कम हाेना भी पुरुषाें में गंभीर बीमारी का संकेत हाे सकता है। अगर आप वजन कम करने की डाइट ले रहे हैं, साथ ही एक्सरसाइज भी कर रहे हैं ताे इससे वजन कम हाेना सामान्य है। लेकिन अगर आप वजन घटाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, फिर भी लगातार वजन कम हाे रहा है ताे आपकाे थाेड़ा सतर्क हाेने की जरूरत हाेती है। वजन कम हाेने पर आपकाे थायरॉइड, डायबिटीज जैसे टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।