ग्वार फली : नियमित रूप से सेवन करने पर नहीं होती पेट संबंधी समस्याएं, ये रोग भी भागते

सब्जियां स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी गुणकारी होती हैं। ऐसी ही एक सब्जी है ग्वार फली, जो हरे रंग की फली होती है। यह लेगुमिनोसे परिवार से संबंध रखती है। इसका वैज्ञानिक नाम सिआमोप्सिस टेट्रागोनोलोबा है। इसका उपयोग सब्जी बनाने के अलावा औषधीय गुणों के कारण स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं और ये पोषक तत्व मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल व हृदय की बीमारी जैसी कई समस्याओं से बचाने या फिर उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

सर्दी हो या गर्मी आपने बाजार में कुछ ऐसी सब्जियों को देखा होगा, जो पूरे सालभर उपलब्ध होती हैं और काफी फायदेमंद मानी जाती हैं। इन्हीं में से एक है ग्वार की फली, जिसे अंग्रेजी भाषा में क्लस्टर बीन से भी जाना जाता है। ग्वार की फली सालभर उपलब्ध रहने वाली एक लेग्युमिनस प्रकार की सब्जी है।

हालांकि यह एक आम प्रकार की सब्जी है, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में कुछ ही लोग जानते हैं। ज्यादातर लोग सर्दियों के दिनों में ग्वार की फली खाना पसंद करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि आप इसे गर्मियों में नहीं खा सकती हैं। अगर आप इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो आपको निश्चित रूप से इस सब्जी का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं किन लोगों के लिए गर्मियों में फायदेमंद है ये सब्जी।

- ग्वार की फली में ग्वार गम निकलता है जो अक्सर कब्ज, दस्त और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के प्राकृतिक उपचार में कारगर साबित होता है। नियमित रूप से ग्वार की फली का सेवन करने पर आपको पेट संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं।

- वे लोग, जो ये शिकायत करते हैं कि उन्हें भूख नहीं लगती है उन्हें नियमित रूप से ग्वार की फली का सेवन करना चाहिए। ग्वार की फली भूख बढ़ाती है, पाचन शक्ति सुधारती है, जिसके कारण आपमें खाने की इच्छा जगती है। दरअसल ग्वार की फली में मौजूद फाइबर मल प्रवृत्ति को बेहतर बनाकर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।


- अगर आप डायबिटीज के शिकार हैं तो आपको नियमित रूप से ग्वार की फली का सेवन करना चाहिए क्योंकि ये आपका ब्लड शुगर नहीं बढ़ाती है। दरअसल ग्वार की फली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है साथ ही इसमें मौजूद टैनिन और फ्लेवोनोइड्स, आपके ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक है।


- ग्वार की फली आपके दिल के लिए भी काफी अच्छी है क्योंकि ये एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करती है। ग्वार की फली में मौजूद डायटरी फाइबर, फोलेट, और पोटेशियम हृदय संबंधी समस्याओं से सुरक्षा भी प्रदान करते हैं।


- ग्वार की फली गर्भावस्था के दौरान आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड के स्रोत के रूप में काफी फायदेमंद मानी जाती है। कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर ग्वार की फली गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करती है। इतना ही नहीं आयरन की मौजूदगी के कारण ग्वार की फली एनीमिया में भी फायदेमंद मानी जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है।