बच्चों के सही विकास को जरूरी हैं ये आहार, पोषक तत्वों की होती है भरपाई

शरीर के सही विकास के लिए जरूरी होता हैं कि संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन किया जाए। खासतौर से बचपन के दिनों में सही विकास के लिए समुचित आहार लेना जरूरी हैं। बचपन का पोषण युवावस्था और बुढ़ापे के स्वास्थ्य का निर्धारण करता है। बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो इसके लिए बचपन से ही उन्हें सही आहार देना बहुत जरूरी हो जाता है। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्वों की शरीर में भरपाई करते हो और बच्चों के सही विकास में मददगार साबित हो। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

बादाम

हर सुबह मुट्ठी भर बादाम बच्चों की याददाश्त, दृष्टि और यहां तक मानसिक विकास में मदद कर सकता हैं। बादाम में कई प्रकार के खनिज, विटामिन और स्वस्थ वसा पाया जाता है, जो शरीर के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। भीगे हुए बादाम के सेवन को स्वास्थ्य विशेषज्ञ सेहत के लिए और भी अधिक फायदेमंद मानते हैं। अध्ययनों के अनुसार बादाम, हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सहायक है। इसमें निहित प्रमुख पोषक तत्व विटामिन ई, बच्चों को लंबाई बढ़ाने में सहायक माना जाता है।

अनाज एवं धान्य

1-3 वर्ष की आयु के बच्चे के लिए 2 कप अनाज एवं जौ प्रतिदिन और 4-6 वर्ष की आयु के बच्चे के लिए 4 कप अनाज एवं बाजरा प्रतिदिन शामिल करें। ये प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन एवं बी-काॅम्प्लैक्स बिटामिन के अच्छे स्रोत हैं। कसा हुआ गाजर, कटा हुआ प्याज, शिमला मिर्च, चुकंदर आदि को उपमा चपाती, डोसा या इडली में मिलाया जा सकता है। यह खाने को अधिक स्वादिष्ट एवं पोषक तत्वों से भरपूर बनाता है।

दाल

भोजन में कम से कम एक कप दाल प्रतिदिन शामिल करें। सैंडविच, ओट्स, कटलेट या नियमित रूप से नाश्ते की चीजें जैसे वेजिटेबल-उपमा, डोसा इडली या पराठा में कुछ अंकुरित दालें मिलाकर अपने बच्चे के भोजन को पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं।

अंडे

वसा और प्रोटीन का समृद्ध स्रोत अंडे, सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। एक बड़े अंडे में करीब छह ग्राम प्रोटीन होता है। इसमें मौजूद एमीनो एसिड हड्डियों के निर्माण को बढ़ावा देता है और उन्हें मजबूत बनाता है। बच्चों के समुचित विकास के लिए रोजाना अंडा खिलाना चाहिए। अंडे में अच्छी मात्रा में प्रोटीन के साथ ही विटामिन-डी, विटामिन-बी, ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ फोलिक एसिड होता है। इससे बच्चे का दिमाग तेज होता है और काम करने की क्षमता का भी विकास होता है।

डेयरी उत्पाद

प्रोटीन के अलावा, हड्डियों की बेहतर संरचना और मजबूती के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। डेयरी उत्पाद जैसे दही, पनीर, दूध और मक्खन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। दूध स्वस्थ वसा, फास्फोरस और मैग्नीशियम प्रदान करता है जो बच्चे की लंबाई को बढ़ाने में मदद कर सकता है। एक गिलास दूध में करीब आठ ग्राम तक प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों के निर्माण में भी सहायक है। दूध विटामिन डी का भी बहुत ही बढ़िया सोर्स है। वहीं दूध में आयोडीन, नियासिन के साथ ही विटामिन-ए, बी2 और जिंक जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। छोटे बच्चे के लिए दूध को कंप्लीट फूड माना जाता है।

केला

बच्चों के लिए केला भी एक सुपर फूड होता है। अपने बच्चे को केला जरूर खिलाएं। केले में विटामिन B6 के साथ ही साथ विटामिन C, विटामिन A, पोटैशियम, मैग्निशियम, बाओटिन और फाइबर भी होता है। बच्चों को केले से इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। बच्चे के डाइजेशन के लिए केला अच्छा होता है।

फल और सब्जियां

बच्चों के सही विकास के लिए फल और सब्जियां भी बड़ी ही जरूरी होती हैं। फल और सब्जियों से नौनिहालों के शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। इससे उनका शरीर कई तरह के संक्रमणों से सुरक्षित होता है। सब्जियों में ढेरों पोषक तत्व, कई सारे विटामिन और फाइबर भी होते हैं, जो बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।

घी

घी एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरा होते हैं। इसमें डीएचए भी भरपूर होता है। घी खाने से बच्चों की इम्यूनिटी अच्छी रहती है और उनकी हड्डियां मजबूत बनती हैं। घी शरीर को मजबूती देता है।