जंगली बादाम भी सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद जितना साधारण, देखें-कौनसी समस्याएं करता है दूर

दिमाग को तेज करने में बादाम बहुत ही फायदेमंद होता है। इसलिए अधिकतर मां-बाप अपने बच्चों को बादाम खिलाते हैं। इसके अलावा बादाम के कई अनगिनत फायदे हैं, जिसे जानकर हर कोई इसका सेवन करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जंगली बादाम भी सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होता है, जितना साधारण बादाम? जंगली बादाम के सेवन से सिरदर्द, पेट दर्द जैसी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। जंगली बादाम के बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट बताते हैं कि इसकी पत्तियों से लेकर बीजों तक का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि बनाने के लिए किया जाता है। यह समुद्र तटीय इलाकों की ऊंचाईयों पर अधिक होता है। यह देखने में नुकीले आकार के होते हैं। इसकी पैदावर हर साल गर्मियों में होती है।

जंगली बादाम के उपयोगी भाग -

आयुर्वेद के अनुसार जंगली बादाम के पेड़ के निम्न भाग सेहत के लिए उपयोगी
हैं.

1. पत्तियां
2. तने की छाल
3. बीज
4. फल

दस्त रोकने में सहायक है

आप भी कभी न कभी दस्त की समस्या से परेशान जरूर हुए होंगे और तब समझ में नहीं आता कि क्या करें जिससे जल्दी आराम मिले। इसके लिए आप जंगली बादाम का उपयोग कर सकते हैं। जंगली बादाम की पत्तियों और छाल में टैनिन नामक तत्व पाया जाता है जो दस्त को रोकने में मदद करता है। खुराक संबंधीजानकारी के लिए नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें। इसी तरह अगर आप पेट दर्द से परेशान हैं तो जंगली बादाम की पत्तियों के रस की 5 एमएल मात्रा लें और इसमें काला नमक मिलाकर इसका सेवन करें। इसे
पीने से पेट दर्द से आराम मिलता है।

कुष्ठ रोग का करता है इलाज

स्किन पर होने वाली समस्या को जंगली बादाम की पत्तियों से दूर किया जा सकता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट के अनुसार, इसकी पत्तियों के रस को स्किन पर लगाने से कुष्ठ रोग तक का इलाज किया जा सकता है। पत्तियों से रस को निकालने के लिए जंगली बादाम की कुछ पत्तियां लें। इसे अच्छी तरह कूटें और अपने हाथ की मदद से इससे रस निकालें। अब इस रस को कुष्ठ रोगी के शरीर पर लगाएं। इससे स्किन की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक हो सकती है।

घावों को ठीक करने में मदद करता

शरीर के किसी भी हिस्से में घाव होने पर यह बहुत जरूरी है कि आप घाव को संक्रमित होने से बचाएं और घरेलू उपचारों की मदद से घावों का इलाज करें। विशेषज्ञों के अनुसार जंगली बादाम की पत्तियों और छाल को पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक होते हैं। घाव के साथ साथ कुष्ठ रोगों में भी यह घरेलूउपाय कारगर है।

बुखार से राहत दिलाता है

बुखार होने पर आमतौर पर अधिकांश लोग एलोपैथी दवा खाकर तुरंत बुखार सेआराम पा लेते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआत में आपको घरेलूउपायों से बुखार को ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए उसके बाद आराम ना मिलने पर एलोपैथी का सहारा लेना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार जंगली बादाम की तने की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार में आराम मिलता है। खुराक संबंधी अधिक जानकारी के लिए नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।