तनाव से मुक्ति दिलाये सुखासन, जाने और फायदे

चिंता और तनाव ऐसी चीज हैं जो इंसान को अन्दर ही अन्दर से समाप्त कर देते हैं, इसलिए जरूरी हो जाता है कि तनाव को जल्द दूर किया जाए। और इस तनाव को समाप्त करने के लिए योग से अच्छा तरीका कुछ नहीं हो सकता। योग में कई तरह के आसन होते हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस आसन की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं सुखासन। तो चलिए जानते हैं सुखासन की विधि और फायदे के बारे में।

* सुखासन करने की विधि


सबसे पहले पैरों को शरीर के सामने फैला कर बैठ जाएं। दाएं पैर को मोड़कर पंजे को बाई जांघ के नीचे रखें। बाएं पैर को मोड़कर पंजे को दाहिनी जांघ के नीचे रखें। हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें। सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर बिना कोई तनाव डाले, उन्हें सीधा रखें। आँखों को बंद कर लें। पूरे शरीर को ढीला रखें। इस आसन को दस मिनट तक करे।

* सुखासन करने के फायदे

- ध्यान के आसनों में सुखासन बहुत ही आरामदायक आसन है।

- जो लोग ध्यान वाले कठिन आसनों में नहीं बैठ सकते हों, वे इस आसन का उपयोग कर सकते हैं।

- यह बिना तनाव, कष्ट और पीड़ा के शारीरिक और मानसिक संतुलन प्रदान करता है।