लहसुन भारतीय भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जिसका आयुर्वेद में भी बड़ा महत्व माना गया हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता हैं और कई रोगों से लड़ने में मददगार साबित होता हैं। आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि लहसुन की एक कली सेहत को कितने फायदे पहुंचा सकती हैं, लेकिन सेवन करने का तरीका सही होना चाहिए। जी हां, खाली पेट लहसुन का सेवन आपकी सेहत के लिए बहुत लाभदायक साबित होता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इससे आपकी सेहत को मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में...
हाई बीपी से बचाए
कई लोगों का मानना है कि लहसुन खाने से हाइपरटेंशन के लक्षणों से आराम मिलता है। यह न केवल ब्लड सर्कुलेशन को नियमित करता है, बल्कि दिल से संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है। साथ ही, लीवर और मूत्राशय को भी सुचारू रूप से काम करने में सहायक होता है।
डायरिया दूर करे
पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे डायरिया आदि के उपचार में भी लहसुन रामबाण का काम करता है। कुछ लोग तो यह दावा भी करते हैं कि लहसुन तंत्रिकाओं से संबंधित बीमारियों को दूर करने में बहुत लाभकारी होता है, लेकिन केवल तभी जब इसे खाली पेट खाया जाए
भू
ख बढाए
यह डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करता है और भूख भी बढ़ाता है। जब भी आपको घबराहट होती है तो पेट में एसिड बनता है। लहसुन इस एसिड को बनने से रोकता है। यह तनाव को कम करने में भी सहायक होता है।
वैकल्पिक उपचार
जब डिटॉक्सिफिकेशन की बात आती है तो वैकल्पिक उपचार के रूप में लहसुन बहुत प्रभावी होता है। लहसुन शरीर को सूक्ष्मजीवों और कीड़ों से बचाता है। अनेक तरह की बीमारियों जैसे डाइबिटीज़, ट्युफ्स, डिप्रेशन और कुछ प्रकार के कैंसर की रोकथाम में भी यह सहायक होता है।
श्वसन तंत्र को मजबूत बनाएं
लहसुन श्वसन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह अस्थमा, निमोनिया, ज़ुकाम, ब्रोंकाइटिस, पुरानी सर्दी, फेफड़ों में जमाव और कफ आदि की रोकथाम व उपचार में बहुत प्रभावशाली होता है।
ट्यूबरकुलोसिस में लाभकारी
ट्यूबरकुलोसिस (तपेदिक) में लहसुन पर आधारित इस उपचार को अपनाएं। एक दिन में लहसुन की एक पूरी गांठ खाएं। टी।बी में यह उपाय बहुत असरदार साबित होता है।