कोको पाउडर का नाम लेते ही मन में सबसे पहला ख्याल चॉकलेट का आता है।कोको पाउडर का इस्तेमाल चॉकलेट, केक, मिल्क शेक बनाने के साथ ही सालों सेस्वास्थ्य लाभ के लिए भी किया जाता रहा है।कोको बीन्स को पीसकर बनाए जाने वाले पाउडर को कोको पाउडर कहा जाता है।कोको पाउडर में काफी कम फैट होता है। अधिकतर लोग कोको पाउडर को चॉकलेटभी समझ लेते हैं, जो सही नहीं है। कोको पाउडर से चॉकलेट बनती है, लेकिनचॉकलेट या उसे पीसकर कोको पाउडर नहीं बनता है ।
कोको पाउडर के फायदे
1. ओरल हेल्थ के लिए कोको पाउडर के फायदेकोको को ‘फूड ऑफ गॉड’ का दर्जा दिया गया है।कोको पाउडर का इस्तेमाल कईस्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए किया जासकता है। इसी स्टडी में ओरलहेल्थ के लिए कोको के उपयोग का जिक्र भी मिलता है ।वहीं दूसरी ओर, कोको में टैनिन पाया जाता है, जो दांतों को कैरीज (Caries, दांतोंका खराब होना) से बचाने में कुछ हद तक मदद कर सकता है। वहीं, कोको मेंमौजूद कैफिन और थेयोब्रोमाइन को भी कैरीज को रोकने के लिए लाभदायक माना
है। बस ध्यान रखें कि फैट फ्री कोका ही यह काम कर सकता है।
2. वजन घटाने में कोको पाउडर के फायदेमाना जाता है कि कोको का सेवन करने से मोटापे को भी नियंत्रण में किया जासकता है। कोको में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में लेप्टिन नामक हॉर्मोन कोबढ़ाता है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसी वजह से माना जाताहै कि कोको पाउडर वजन घटाने में लाभदायक हो सकता है।
3. हृदय रोग (कार्डियोवस्कुलर डिजीज) में कोको पाउडर के फायदेकोको पाउडर को हृदय रोग से बचाव के लिए भी लाभकारी माना गया है। सबसेपहले तो कोको पाउडर वजन घटाकर हृदय संबंधी रोग से बचाने में मदद करसकता है। दरअसल, बढ़ता वजन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाने का काम करताहै । कोको में मौजूद प्राकृतिक पॉलीफेनॉल्स का सेवन करने से हृदय स्वस्थ रहताहै। इसके साथ ही कोको में मौजूद फ्लेवानोल्स शरीर में सामान्य रक्त प्रवाह कोसुनिश्चित करते हैं। हृदय स्वास्थ्य के लिए कोको का सेवन 200mg मात्रा में कियाजाना चाहिए ।
4. मस्तिष्क और याददाश्त के लिए कोको के लाभ
कोको को मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना गया है। इसमें मौजूदफ्लेवेनोल्स में कोग्नेटिक (मानसिक क्षमता) बढ़ाने का प्रभाव हो सकता है। यहदिमाग के कार्य को बेहतर करके थकान और अनिंद्रा को दूर कर सकता है।याददाश्त में आने वाली कमी और नई चीजों को समझने में होने वाली दिक्कत कोदूर करने में भी कोको को फायदेमंद माना गया है। इसी वजह से मस्तिष्कस्वास्थ्य को लेकर कोको पर भविष्य में अधिक शोध करने का जिक्र स्टडी में है।कोको में मौजूद फ्लेवोनोइड मस्तिष्क कार्य में सुधार करने में मदद कर सकता है।दरअसल, यह न्यूरल टिशू तक ब्लड पहुंचाता है, जो दिमाग के लिए बेहतर होताहै ।
5. अस्थमा में कोको पाउडर के लाभ
प्राकृतिक कोको पाउडर, जो मीठा न हो उसे दमा से बचाव यानी अस्थमा के मरीजोंके लिए अच्छा माना गया है। इसमें एंटी-अस्थमैटिक कंपाउंड थियोब्रोमाइन और थियोफिलाइन पाए जाते हैं। कोको पाउडर में फैट नहीं होता है क्योंकि इसे तैयार करते समय इसमें से फैट निकाल दिया जाता है। कोको पाउडर में 1.9% थियोब्रोमाइन होता है। इसी वजह से माना जाता है कि कोको पाउडर दमा को कम करने में मदद कर सकता है।