गंजे पुरुषों पर कोरोना संक्रमण के खतरे की रिसर्च, जानें क्या हैं मामला

जब से कोरोना संक्रमण आया हैं तब से अब तक 68 लाख से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुका हैं। इसकी रोकथाम के लिए लगातार वैक्सीन और दवाई पर भी रिसर्च जारी हैं। इसी के साथ ही अबतक कोरोना को लेकर विभिन्न शोध, अध्ययन और सर्वे हुए हैं जिनमें से कुछ के खुलासे बेहद हैरान करने वाले रहे हैं। ऐसा ही कुछ गंजे पुरुषों पर कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर सामने आया हैं अमेरिका में हुई दो स्टडी में जिसके अनुसार गंजे पुरुषों को कोरोना के गंभीर संक्रमण का ज्यादा खतरा है।

यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता कार्लोस वैम्बियर का कहना है कि कोरोना संक्रमण होने और स्थिति गंभीर होने से गंजेपन का भी संबंध है। रिपोर्टों के मुताबिक, कोरोना से गंजेपन का संबंध समझने के लिए दो रिसर्च स्टडी की गईं और दोनों में ही नतीजे एक जैसे ही निकले।

पहली रिसर्च स्टडी स्पेन के अस्पताल में 41 कोरोना मरीजों पर की गई। इसमें सामने आया कि इनमें से 71 फीसदी मरीज गंजे थे। दूसरी स्टडी 122 पुरुषों पर हुई, जो कि अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित हुई। इसके मुताबिक, 122 में से 79 फीसदी कोरोना मरीज गंजे थे।

शोधकर्ताओं के मुताबिक पुरुषों में पाया जाने वाला सेक्स हार्मोन 'एंड्रोजन' जो गंजेपन का कारण होता है, वही हार्मोन कोरोना वायरस की संक्रमण की क्षमता को बढ़ा सकता है। इसका एक मतलब यह भी है कि ये हार्मोन दवा के असर को भी कम करता है। इसलिए कोरोना मरीजों को ठीक होने में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लगता है।

इस स्टडी के शोधकर्ता कार्लोस का कहना है कि एंड्रोजन हार्मोन कोरोना के लिए कोशिका को संक्रमित करने का द्वार हो सकता है। वहीं, कुछ शोधकर्ताओं का कहना है कि गंजेपन और कोरोना का संबंध समझने के लिए अभी और अधिक शोध करने की जरूरत है।