शरीर को ठंडक देता है बेल, खून-पाचन हो या शुगर हर बीमारी से दिलाता है निजात

बेल को आयुर्वेद में जड़ी-बूटी के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। भारत में बेलपत्र के पत्तों का इस्तेमाल पूजा के लिए भी किया जाता है। गर्मियों का मौसम आते ही तमाम तरह की बीमारियों जैसे कि दस्त, लू लगना, पेचिश आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है। ऐसे मौसम में बेल का सेवन इन सभी समस्याओं से आराम दिलाने में बहुत कारगर है।

आम तौर पर लोग जूस या शरबत के रुप में बेल का सेवन ज्यादा करते हैं। इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर की गर्मी को कम करता है। इस फल का हर हिस्सा ही सेहत के लिए गुणकारी है, बाहर से यह फल जितना ही कठोर होता है अंदर से उतना ही मुलायम और गूदेदार होता है। आइए जानते हैं इस फल के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में :—


पाचन

बेल फल पाचन के लिए मुख्य रूप से फायदेमंद है। बेल का इस्तेमाल गर्मियों में ठंडक प्रदान करता है और पाचन में मुख्य भूमिका निभाता है। पाचन से जुड़ी समस्याओं के उपचार के लिए आयुर्वेद में इसका उपयोग करने और वायरस, कवक और बैक्टीरिया से संक्रमण का मुकाबला करने में यह फल मुख्य भूमिका निभाता है। बेल फल से निकाले गए यौगिक खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने में शक्तिशाली प्रभाव दिखाते हैं। बैक्टीरिया शिगेला पेचिश बृहदान्त्र में कोशिकाओं को बांधता है, जिससे दस्त, बुखार और पेट दर्द होता है। बेल फल इस बैक्टीरिया से बचाव करके दस्त से छुटकारा दिलाता है।

एनर्जी बढ़ाने के लिए

बेल के फायदे गर्मियों में खास तौर पर जाने जाते हैं। गर्मियों में अकसर आपको सड़क किनारे बेल पत्र जूस की रेहड़ी जरुर मिलेगी। लू भरे दिन में बेल पत्र का जूस पीने से शरीर को एनर्जी मिलती है जिससे गर्मी सहन करने की क्षमता बढ़ने में मदद मिलती है। अगर आप गर्मी में बाहर हैं तो साफ और सेहतमंद बेल पत्र जूस का सेवन अवश्य करें। इसके अलावा नींबू पानी, गन्ने का जूस, नारियल पानी का भी सेवन कर सकते हैं।


खून साफ करने में मदद

बेल के जूस में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो खून को साफ़ करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से खून शुद्ध होता है और खून में संक्रमण की वजह से होने वाली कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। ताजे बेल के गूदे को निकालकर रातभर के लिए पानी में भिगोकर रखें और सुबह उसे मैश करके खाएं।

मधुमेह में फायदेमंद होते हैं बेल के पत्ते

मधुमेह से पीड़ित मरीजों के लिए बेल के पत्ते फायदेमंद होते हैं। दरअसल इसमें एक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो मधुमेह के विपरीत कार्य करता है और शुगर के स्तर और इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करता है। सुबह खाली पेट बेल की पत्तियां चबाने से फायदा मिलता है।


कैल्शियम से भरपूर

बेल में दूसरा प्रचुर मात्रा में मौजूद कैल्शियम हड्डियों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। यह दांतों, हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकता है। यह चोटों के मामले में रक्त के नुकसान को नियंत्रित करने में भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए

बेल के फायदे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं। आपको बता दें कि बेल के पत्तों में मेथेनॉल की खूबियां पाई जाती हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करती हैं। बेल के फायदे प्राप्त करने के लिए आप इसका सेवन चाय, शरबत या पानी के रूप में कर सकते हैं।


त्वचा के लिए

बेल के फायदे त्वचा के लिए भी कई सारे हैं। बेल पत्र के फायदे त्वचा के लिए प्राप्त करने के लिए बेल पत्र जूस का सेवन रोजाना करना चाहिए। इसके अलावा बेल पत्र जूस में शहद डालकर पीने से भी त्वचा स्वस्थ रहती है। बेल में सोरलिन नाम का तत्व पाया जाता है जो त्वचा को सूरज की किरणों से बचाकर रखता है। इसलिए बेल पत्र के जूस को डाइट में जरुर शामिल करें।

इम्यूनिटी भी बढ़ाता है बेल

शोध में पाया गया है कि बेल का सेवन प्रतिरक्षा तंत्र को उत्तेजित करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। इसमें प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देता है और घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।

नोट : यह सलाह केवल आपको सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए दी गई है। आप किसी भी चीज का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।