आधुनिक खराब जीवनशैली के कारण लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने की समस्या सामने आने लगी हैं जिसे फैटी लिवर के नाम से जाना जाता हैं। लिवर से जुड़ी समस्याओं में सबसे घातक बीमारी फैटी लिवर ही मानी जाती है। लिवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा फैट जमा होने से लिवर की प्रक्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता हैं और कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। इस स्थिति में आपको अपने खानपान पर ध्यान देने की जरूरत होती है और ऐसी चीजों के सेवन से बचना चाहिए जो फैटी लिवर को बढ़ाने का काम करते है। आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका फैटी लिवर के दौरान सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
फ्राइड फूड्स फैटी लिवर की समस्या होने पर फ्राइड फूड्स खाने से बचना चाहिए। फ्राइड फूड्स मे ऑयल के कारण फैट बहुत ज्यादा होता है। यही फैट लिवर के आसपास जमा होकर फैटी लिवर का कारण बनता है। इसलिए फैटी लिवर की समस्या होने पर सबसे पहले तेल वाली चीजें खाना छोड़ें।
नमकफैटी लिवर की समस्या होने पर बहुत ज्यादा नमक वाली चीजों का सेवन भी अवॉइड करना चाहिए। नमक का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर और डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ा सकता है। ज्यादा नमक शरीर के लिए हानिकारक होता है इसलिए फैटी लिवर की समस्या होने पर खाने में नमक का अधिक सेवन न करें। पैकेटबंद चिप्स, नमकीन, सूप, नूडल्स और स्नैक्स में बहुत ज्यादा नमक का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इनसे दूरी बनाएं।
व्हाइट ब्रेडफैटी लिवर के मरीजों को व्हाइट ब्रेड का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में रोगियों के लिए समस्या बढ़ सकती है।
चावलफैटी लिवर की समस्या होने पर चावल का सेवन भी नहीं करना चाहिए क्योंकि चावल हाई ग्लाइसेमिक फूड है, जो फैटी लिवर की समस्या को बढ़ा सकता है। इसके अधिक सेवन से शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ती है, जिस कारण फैट बढ़ता है। इसलिए फैटी लिवर में चावल कम खाने की सलाह दी जाती है।
रेड मीटअगर आप फैटी लिवर की समस्या से परेशान हैं तो आपको रेड मीट और बीफ का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है और ये फैटी लिवर के रोगियों के लिए समस्या बढ़ा सकता है।
रिफाइंड अनाजप्रोसेस्ड और रिफाइंड अनाज जैसे व्हाइट ब्रेड, पास्ता और व्हाइट राइस बेहद नुकसानदायक होते हैं। रिफाइड अनाज को तैयार करने के लिए इन्हें कई प्रक्रिया से गुजरना होता है और इस प्रक्रिया के दौरान इसमें पाए जाने वाले फाइबर को अलग कर दिया जाता है। अनाज जब फाइबर रहित हो जाते हैं, तो ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाते हैं। रिफाइड अनाज की जगह पर आप होल वीट और होल ग्रेन (साबुत अनाज) खा सकते हैं।
एल्कोहलफैटी लिवर की बीमारी होने पर एल्कोहल का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। फैटी लिवर में एल्कोहल बेस्ड ड्रिंक्स भी नहीं पीनी चाहिए। एल्कोहल के अधिक सेवन से फैटी लिवर धीरे-धीरे लिवर सिरोसिस में बदल सकता है, जो कि और भी खतरनाक बीमारी है।
शुगर
शुगर फैटी लिवर को बढ़ाता है। खाने में शुगर का अधिक सेवन डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है, जो परोक्ष रूप से फैटी लिवर को ट्रिगर कर सकते हैं। फैटी लिवर वाले लोगों को आइस्क्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स और कैंडी आदि से दूर रहना चाहिए। ये चीजें शरीर में वसा बढ़ाने का काम भी करती हैं। शू शुगर के सेवन से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा काफी बढ़ जाती है, जिससे फैटी लिवर की समस्या होती हैं।