दिमाग को नुकसान पहुंचा रही हैं लाइफस्टाइल की ये गलत आदतें, बदलाव लाना बहुत जरूरी

वर्तमान समय की लाइफस्टाइल बहुत अव्यवस्थित और असंतुलित हो गई हैं जिसका असर उनकी दिमाग की सेहत पर पड़ रहा हैं। जी हां, शरीर और दिमाग दोनों एक दूसरे से जुड़े होते हैं। शरीर की गलत आदतों की वजह से दिमाग को नुकसान उठाना पड़ता हैं। शरीर को किसी भी काम को करने की कमांड दिमाग ही देता है और दिमाग काम करना बाद कर देगा तो जल्द ही शरीर भी काम करना बंद कर देगा। ऐसे में आपको अपनी लाइफस्टाइल की उन आदतों को बदलने की जरूरत हैं जो दिमाग की मांसपेशियों को प्रभावित कर रही हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकती हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

पर्याप्त पानी ना पीना

अक्सर लोग अपने कामकाज में इतने ज्यादा बिजी हो जाते हैं कि वो पानी कम पीते हैं। अगर आप भी ये करते हैं तो जान लें कि ऐसा करना आपके दिमाग पर भी खराब असर डाल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी ना केवल आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है बल्कि आपके दिमाग को भी हेल्दी रखता है। अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पिएंगे तो शरीर के साथ-साथ आपके दिमाग पर भी बुरा असर पड़ सकता है।


धूम्रपान करना

धूम्रपान करने की ये खराब आदत आपको मुसीबत में डाल सकता है। यह न केवल स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को बढ़ाता है बल्कि दिमाग पर भी असर डालता है। रोजाना धूम्रपान करने से आपकी याददाश्त खराब हो सकती है इसके अलावा आपको डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

मीठे का ज्यादा सेवन

बहुत लोगों को इतना ज्यादा मीठा पसंद होता है कि वो एक बार में तीन से चार मिठाई के पीस खा जाते हैं। अगर उन्हें मीठा ना मिलें तो वो चीनी भी खाने से नहीं पीछे हटते। अगर आपकी भी मीठा खाने की ज्यादा आदत है तो इसे बदल लें। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा मीठा खाना से आपकी स्मरण शक्ति को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए मीठा खाने की बजाय हेल्दी चीजों का सेवन करें जो आपके दिमाग के लिए अच्छी हों।

जंक फूड का सेवन

हमारे खान-पान का असर सीधा दिमाग पर पड़ता है। जंक फूड और शुगर का अधिक सेवन करने से दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ता है। रिफाइंड शुगर खाने से दिमाग का विकास धीमा हो जाता है। डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि स्वस्थ दिमाग के लिए हेल्दी डाइट को फॉलो करें। आप अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियों और नट्स को शामिल करें। एक्सपर्ट के मुताबिक पोषक तत्व का सेवन करने से डिप्रेशन जैसी समस्या से दूर रह सकते हैं।

फोन का ज्यादा इस्तेमाल

कई लोग घंटों तक फोन पर बात करते रहते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो ये जान लें कि इससे आपके दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है। मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। जिसकी वजह से नींद में कमी, दिनभर सुस्त रहना, सिरदर्द होना और तनाव होना जैसी कई समस्याएं की चपेट में आ सकते हैं।

देर से सोना

देर से सोना न केवल सेहत के लिए खतरनाक बल्कि यह हमारे दिमाग को भी काफी प्रभावित करता है। देर से सोने की खराब आदत बीमारियों के लिए जिम्मेदार है साथ साथ इसका दिमाग पर भी असर पड़ता है। डॉ जुगल किशोर के अनुसार एक इंसान को 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए, वहीं समय पर सोना चाहिए। रात को देर से सोने से अगली सुबह देर से उठते है जो कि दिमाग के लिए हानिकारक है। स्लीप साइकिल में गड़बड़ी की वजह से डिप्रेशन की स्थिति बन सकती है। पर्याप्त नींद लेने से दिमाग और शरीर दोनों को स्वस्थ रहते हैं।

व्यायाम ना करना

कई लोग शारीरिक व्यायाम नहीं करते हैं। यहां तक कि कोई ऐसा काम भी नहीं करते हैं जिससे उनका शरीर एक्टिव रहे। ऐसा करने से आपके शरीर के अलावा दिमाग पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसके साथ भी ब्रेकफास्ट को मिस ना करें। ये सुबह का पहला मील होता है। इससे दिमाग को एनर्जी और न्यूट्रीशन मिलते हैं। ऐसे में इसे स्किप करने से भी बुरा असर पड़ सकता है।

इनएक्टिव लाइफस्टाइल

इनएक्टिव लाइफस्टाइल का शरीर और दिमाग पर काफी असर पड़ता है। इनएक्टिव लाइफस्टाइल को लेकर बहुत से लोगों में कंफ्यूजन होता हैं। डॉ जुगल किशोर ने हमे बताया कि इनएक्टिव लाइफस्टाइल शारीरिक काम न के बराबर होता है और इस लाइफस्टाइल में ऑफिस वर्क भी आता है, क्योंकि आजकल लोग अपना अधिक समय ऑफिस में देते हैं। ऑफिस में 8 घंटे तक कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से न केवल सेहत बल्कि दिमाग पर भी गहरा असर पड़ता है।