मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा हैं। जहां पहले सर्दी की कंपकंपाहट थी वह अब गर्मियों की तपन में बदलती नजर आ रही हैं। मौसम के इस बदलाव के साथ ही आहार में भी बदलाव लाने की जरूरत पड़ती हैं ताकि शरीर को स्वस्थ रखा जा सकें। गर्मी का मौसम आ गया है। इस मौसम में खान पान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है, जरा सी लापरवाही हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। जितना जरूरी इस मौसम में पानी हैं उतना ही उचित खानपान भी। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे गर्मियों के इन दिनों में परहेज कर लेना चाहिए। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...
चाय और कॉफी
अधिकांश लोग चाय और कॉफी का आनंद लेते हैं। हालांकि गर्मी के मौसम में चाय और कॉफी का सेवन कम से कम करना चाहिए या इससे बचना चाहिए। चाय और कॉफी हमारे शरीर में गर्मी के मौसम में बहुत अधिक गर्मी पैदा करती है। गर्मियों में चाय या कॉफी पीने से पेट में गैस और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
ऑयली जंक फूड
गर्मियों में ज्यादा ऑयली और जंक फूड से बचना चाहिए। जी हां, यूं तो हर किसी को हर समय फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए, लेकिन गर्मियों में आपको अपने शरीर और त्वचा पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। तला हुआ भोजन पहले से ही गर्म दिनों के दौरान त्वचा को ऑयली बनाता है। इससे त्वचा की समस्याओं जैसे पिंपल्स हो सकते है। इसके अलावा पिज्जा, बर्गर जैसी चीजों के सेवन से आपका डाइजेशन खराब होता है और आपको कब्ज और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
गरम मसाला
गरमी का मौसम आते ही गरम मसाले और ऑयली भोजन से बचना चाहिए। खासतौर पर खाने में मिर्च डालते समय चम्मच को पकड़कर रखें। काली मिर्च, दालचीनी, लौंग और तेजपत्ते जैसे मसाले गर्म प्रकृति के होते हैं, इसलिए गर्मियों में इनका बिना सोचे-समझे सेवन करने से मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है और हॉट फ्लैश आने लगती है।
अदरक
अदरक में एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ-साथ और भी कई गुण होते हैं। जहां इसे खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है वहीं गर्मी के मौसम में यह खतरनाक हो सकता है। इसमें प्राकृतिक गर्मी पैदा करने वाले प्रभाव होते हैं जो सेवन करने पर शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं। अदरक का सेवन कम करने के लिए गर्मी एक अच्छा समय है।
मांसाहार
मछली, चिकन, मांस, समुद्री भोजन और अत्यधिक ग्रेवी वाले
व्यंजन खाने के लिए गर्मी उपयुक्त समय नहीं है। वास्तव में इससे व्यक्ति
को और अधिक पसीना आता है और पाचन की समस्याएं भी हो जाती हैं। ज्यादा
मसालेदार खाने के सेवन से डायरिया भी हो सकता है।
लहसुन
लहसुन
का वार्मिंग प्रभाव पड़ता है और एंटीऑक्सीडेंट विशेषताओं के अलावा चयापचय
दर को बढ़ाता है। नतीजतन, इसके अत्यधिक सेवन की सलाह नहीं दी जाती है।
सर्दियों के दिनों में रोजाना 2 या 3 कलियों का सेवन करना आम बात है। गर्मी
के दिनों में आप अपनी जरूरत के हिसाब इसकी मात्रा में कटौती की जा सकती
है।
अलसी
अलसी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। हालांकि, गर्मियों के करीब आते ही इनका सेवन सीमित कर देना चाहिए। अगर आपको पित्त असंतुलन है तो आपको अलसी खाने से भी बचना चाहिए। क्योंकि गर्मियों के दौरान अलसी के सेवन से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे रक्तचाप में वृद्धि, गर्मी लगना आदि। इसलिए गर्मी के मौसम में अलसी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
ठंडा पानी पीने से बचें
गर्मियों में ठंडा पानी पीने से हमारी
प्यासी बुझती हैं लेकिन एकदम चिलचिलाती गर्मी से आकर ठंडा पानी पीने से
बचना चाहिए। शरीर खुद को एडजस्ट करने के लिए थोड़ा समय लेता है।
रेफ्रिजरेटर का ठंडा पानी आपको गर्मी से राहत दे सकता है, लेकिन इससे गले
में खराश और बुखार हो सकता है। इसलिए आप मटके का पानी पिएं। ये आपके
स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।