आयुर्वेद का हमारे जीवन में बड़ा महत्व माना गया हैं जिसमें बताए गए उपायों और नुस्खों से निरोगी जीवन मिलता हैं। आयुर्वेद में अश्वगंधा के भी कई उपयोग बताए गए हैं जिसमें ऊर्जा, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन आदि तत्व पाए जाते हैं। इसी के साथ ही इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी स्ट्रेस, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो सेहत को मजबूत बनाने का काम करते हैं। महिलाओं के लिए तो अश्वगंधा किसी वरदान से कम नहीं हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह अश्वगंधा महिलाओं की सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करता हैं।
महिलाओं के सेक्सुअल फंक्शन में सुधारअश्वगंधा महिलाओं में सेक्सुअल फंक्शन को बेहतर बनाने में उपयोगी है। इससे संबंधित रिसर्च भी सामने आई है, जिससे यह पता चलता है कि जो महिलाएं अश्वगंधा का सेवन करती हैं उनमें सेक्सुअल डिस्फंक्शन को कम करने में सहायता मिलती है।
मेनोपॉज के दौरान अश्वगंधामेनोपॉज के दौरान अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है। यह महिलाओं में हार्मोंस के सिक्रिशन को रेगुलेट करने में मददगार है। इससे अलग अश्वगंधा एंडोक्राइन सिस्टम को उत्तेजित करने में भी उपयोगी है। ऐसे में जो महिलाएं मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स, तनाव, हॉट फ्लैश आदि समस्याओं से परेशान रहती हैं। वह मेनोपॉज के दौरान अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है।
एंटी एजिंग के रूप में अश्वगंधाअश्वगंधा के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल को दूर करने में उपयोगी हैं। इसके अलावा यह बढ़ती उम्र को रोकने में भी मददगार है। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर पॉलीफिनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो त्वचा के लिए बेहद उपयोगी है। ऐसे में इसके सेवन से महिलाओं में एजिंग के लक्षण कम होते नजर आ सकते हैं।
घुटनों के दर्द को कम करने में मददगारयदि महिलाएं घुटने के दर्द से परेशान है तो वे ऐसे में अश्वगंधा के सेवन से अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो न केवल सूजन से राहत दिलाने में उपयोगी हैं बल्कि दर्द को कम करने के लिए अश्वगंधा महिलाओं के बेहद काम आ सकता है।
थायराइड से राहतजो महिलाएं थायराइड की समस्या से परेशान हैं वे अपनी डाइट में अश्वगंधा को जोड़ सकती हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में यह थायराइड ग्रंथि के कार्य को सुधार करने में उपयोगी हैं। महिलाएं नियमित रूप से अश्वगंधा के सेवन से थायराइड की समस्या दूर कर सकते हैं।
वेजाइनल इंफेक्शन से राहतयदि महिलाएं वेजाइना में होने वाले इन्फेक्शन से परेशान हैं तो यह महिलाएं अश्वगंधा के सेवन से अपनी इस समस्या को दूर कर सकती हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जो न केवल वेजाइनल इन्फेक्शन को दूर करने में उपयोगी है बल्कि इसके सेवन से वेजाइना में खुजली की समस्या, वेजाइना में सूजन की समस्या या वेजाइना से दुर्गंध आने की समस्या को भी दूर किया जा सकता है।
फर्टिलिटी की समस्या से राहतफर्टिलिटी की समस्या आज के समय में आम होती जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाएं अत्यधिक तनाव, हार्मोन डिसबेलेंस, शरीर में पोषक तत्वों की कमी या कोई हेल्थ से संबंधित समस्या का शिकार हो रही हैं। ऐसे में अश्वगंधा के अंदर पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व न केवल हार्मोन को नियंत्रित कर सकते हैं बल्कि फर्टिलिटी में सुधार भी ला सकते हैं।
महिलाओं को कितनी मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए?एक स्वस्थ व्यक्ति अश्वगंधा की सूखी जड़ का 3 से 6 ग्राम खुराक का सेवन कर सकता है। इससे संबंधित एक रिसर्च भी सामने आई है। हालांकि अश्वगंधा का सेवन महिलाओं की उम्र, उनकी सेहत व अन्य कारणों पर भी निर्भर करता है। अश्वगंधा का सेवन महिलाएं दिन और रात दोनों मे से किसी भी एक समय कर सकती हैं। अश्वगंधा का सेवन नियमित रूप से किया जा सकता है। लेकिन इसका एक निश्चित समय होता है।