एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु एक दुर्लभ बीमारी का शिकार हो गई हैं। एक्ट्रेस ने अपनी इंस्टा पोस्ट में इस बीमारी का नाम मायोसाइटिस (Myositis) बताया है। जो कि एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। यह कोई एक बीमारी नहीं है, बल्कि कई बीमारियों का ग्रुप है। जो कि शरीर को धीरे-धीरे तोड़ती है और सबसे बड़ी परेशानी यह है कि डॉक्टर्स के पास इसका कोई पुख्ता इलाज नहीं है।
क्या है मायोसाइटिस?मायोसाइटिस से शिकार मरीज के अंदर सूजन आने लगती है। यह सूजन आमतौर पर कंधे, हाथ, पैर, जांघ, कमर और कूल्हों की मांसपेशियों में आती है। लेकिन यह खाने की नली, दिल और फेफड़ों को भी प्रभावित कर सकती है।
सीताराम भारतीय इंस्टीट्यूट एंड होली फैमिली हॉस्पिटल के सीनियर ऑर्थोपेडिक और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ बीरेन नाडकार्णी ने बताया कि मायोसाइटिस एक रुमेटोलॉजिकल डिजीज है। जिसमें चलने-फिरने में मदद करने वाली मांसपेशियों में सूजन, दर्द और कमजोरी आ जाती है।
हेल्थलाइन के मुताबिक, सामंथा रुथ प्रभु को होने वाली मायोसाइटिस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। जिसमें कई तरह की बीमारी होती है। इन्हें आप मायोसाइटिस के टाइप भी कह सकते हैं। कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं।
- पॉलीमायोसाइटिस एक आम प्रकार है। यह धड़ के करीब वाली मसल्स से शुरू होती है और धीरे-धीरे बाकी शरीर में फैलती है।
- डर्मेटोमायोसाइटिस बीमारी स्किन को प्रभावित करती है और आंख, चेहरे, गर्दन, छाती और कमर पर रैशेज होने लगते हैं।
- इंक्लुज़न-बॉडी मायोसाइटिस बीमारी कलाई, उंगली, जांघ जैसे छोटे मसल्स ग्रुप में सूजन व कमजोरी पैदा करती है और यह
पुरुषों में ज्यादा होती है।
- जुवेनाइल मायोसाइटिस बीमारी 18 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है।
- टॉक्सिक मायोसाइटिस बीमारी में कुछ दवाओं के सेवन से सूजन व कमजोरी आती है।
मायोसाइटिस के लक्षण क्या हैं? मायोसाइटिस के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं। लेकिन यह एक मसल्स से शुरू होकर धीरे-धीरे दूसरी मसल्स और अंगों को प्रभावित करती है। जिसमें आगे चलकर फूड पाइप, आंख और दिल की मांसपेशी भी कमजोर हो सकती हैं। मायोसाइटिस मरीज स्वास्थ संबंधित कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता हैं जैसे
- बुखार
- अचानक वजन घटना
- थकान
- रैशेज
- खाने में परेशानी
- कमजोरी
- मांसपेशियों में दर्द
- सांस लेने में परेशानी, आदि
मायोसाइटिस डिजीज का कारण क्या है? डॉक्टर्स का कहना है कि यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, तो इसमें इम्यून सिस्टम गलत तरीके से काम करने लगता है। शरीर में इंफेक्शन के बिना भी वह उससे लड़ने में लगा रहता है। जिसके कारण यह रैशेज, दर्द और कमजोरी आती है।
मायोसाइटिस का इलाजएक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु ने पोस्ट में लिखा कि डॉक्टरों को भरोसा है कि वो इस बीमारी से जल्द ही पूरी तरह ठीक हो जाएंगी। लेकिन, इस डिसऑर्डर का कोई पुख्ता इलाज नहीं है। इसके लक्षणों को कंट्रोल और खत्म करने के लिए थेरेपी व दवाएं दी जाती हैं।
डॉक्टर्स ने बताया ये संभावित इलाज- इम्युनोसप्प्रेसिव दवाओं और स्टेरॉइड का इस्तेमाल
- एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग, योगा जैसी फिजीकल थेरेपी
- हेल्दी डाइट