बढ़ता वजन आज के समय में एक बड़ी परेशानी बनकर सामने आया हैं। लोगों के शारीरिक श्रम में कमी आई हैं और इसी के साथ ही खानपान में ऐसी चीजों को शामिल किया जाता हैं जो बढ़ते वजन के लिए प्रभावी होते हैं। जय लोग अपने वजन पर नियंत्रण रखने के लिए व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करते हैं लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हो पाता हैं क्योंकि आपको खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत होती हैं। ऐसे में वजन को कम करने और हेल्दी बने रहने के लिए आपको अपने मेटाबॉलिज्म पर भी उतना ही ध्यान देने की जरूरत है। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो मेटाबॉलिज्म के लिए अच्छी नहीं मानी जाती हैं और जिनका सेवन आपके वजन कम नहीं होने का कारण बनता हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...
रिफाइंड अनाज
जाहिर तौर पर पास्ता, ब्रेड और पिज्जा जैसी चीजें सेहत के लिए अच्छी नहीं होती हैं लेकिन अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं तो ये बिल्कुल भी ना खाएं। अगर खाना भी है तो इसकी मात्रा सही रखें। ज्यादा मात्रा में ग्लूटन, स्टार्च और फाइटिक एसिड मेटाबॉलिज्म को नुकसान पहुंचाते हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की एक स्टडी के मुताबिक, रिफाइंड की जगह साबुत अनाज खाने से कैलोरी तेजी से घटती है क्योंकि साबुत अनाज से मेटाबॉलिज्म ज्यादा एक्टिव होता है।
एनर्जी बार या एनर्जी ड्रिंक
ये पढ़कर आपको हैरानी होगी क्योंकि एनर्जी बार तो एनर्जी बढ़ाते हैं। फिर इनसे मेटाबॉलिज्म स्लो कैसे होता है? दरअसल एनर्जी बार्स आपके शरीर में एनर्जी रिलीज कर देते हैं क्योंकि इनमें कैफीन और शुगर बहुत अधिक होता है। लेकिन इन्हीं कारणों से ये आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो भी कर देते हैं। इसलिए आप एनर्जी बार या एनर्जी ड्रिंक का सेवन न करें। इसके बजाय नैचुरल एनर्जी बूस्टर जैसे- केला, खजूर, बादाम, नारियल पानी आदि पिएं।
अल्कोहल
सीमित मात्रा से ज्यादा शराब सेहत के लिए हानिकारक है। महिलाओं को हर दिन एक और पुरुषों को दो से अधिक ड्रिंक नहीं करनी चाहिए। इससे ज्यादा ड्रिंक मेटाबॉलिज्म पर असर डालती है। ज्यादा शराब पीने से शरीर की वजन घटाने की क्षमता 73% तक कम हो जाती है। ज्यादा शराब पीने से शरीर में एसीटैल्डिहाइड बनता है। यह विषैला पदार्थ शरीर के पाचन तंत्र के लिए खतरनाक होता है।
फ्रूट जूस
फ्रूट जूस शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। फ्रूट जूस में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और इसकी वजह से ब्लड ग्लुकोज बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ब्लड ग्लुकोज बढ़ जाने से मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है। इसका मतलब ये है कि आप कैलोरी कम बर्न कर रहे हैं और फैट ज्यादा बढ़ा रहे हैं।
मीठी चीजें
मीठी चीजें खासकर जिन्हें चीनी डालकर बनाया गया है, उनके सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। संयोग से चीनी भी व्हाइट ही है। इसलिए व्हाइट शुगर का प्रयोग बहुत-बहुत कम करें। ये आपके मेटाबॉलिज्म को तो धीमा करता ही है, साथ ही शरीर की कई बीमारियों और रोगों का भी कारण बनता है। मीठी चीजें ज्यादा खाने से आपके खून में शुगर की मात्रा बढ़ती है। ये बढ़ा हुआ ब्लड शुगर शरीर की नाजुक तंत्रिकाओं को नष्ट कर सकता है। इससे डायबिटीज के साथ-साथ अंगों के डैमेज होने का भी खतरा रहता है।
रेस्टोरेंट फ्राइड फूड
रेस्टोरेंट के फ्राइड फूड्स में हाइड्रोजेनेटेड ऑयल या फिर ट्रांस फैट होता है। ये मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देते हैं। वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार मोनोअनसैचुरेटेड फैट की जगह ट्रांस फैट वाली डाइट लेने से वजन तेजी से बढ़ता है। यहां तक कि इस फैट के साथ कैलोरी की मात्रा भी असर नहीं करती। फ्राइड फूड वजन मोटापा बढ़ाता है और सेहत के लिए नुकसानदायक भी होता है।
फ्रोजेन फूड
फ्रोजेन फूड में कैलोरी और फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ये मेटाबॉलिज्म को बहुत धीमा कर देते हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए कई फ्रोजेन फूड में हाइड्रोजेनेटेड ऑयल के रूप में खूब सारा शुगर, नमक और ट्रांस फैट डाला जाता है। ये सारी चीजें मोटापे को दोगुनी तेजी से बढ़ाती हैं।
फ्लेवर्ड योगर्ट
योगर्ट को बहुत हेल्दी माना जाता है क्योंकि ये प्रोबायोटिक फूड होता है। लेकिन अधिकतर लोग फ्लेवर्ड योगर्ट खाते हैं। जबकि फ्लेवर्ड योगर्ट न ही हेल्दी होता है और न ही आपके पाचन के लिए सही होता है। फ्लेवर्ड योगर्ट को खाने से भी आपका मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। फ्लेवर्ड योगर्ट में प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में नहीं होता है और न ही इनमें गुड बैक्टीरिया होता है। इसके अलावा इन्हें टेस्टी बनाने के लिए इसमें रिफाइंड शुगर का भी प्रयोग किया जाता है। इसलिए आपको फ्लेवर्ड योगर्ट नहीं खाना चाहिए। हां, अगर आप ग्रीक योगर्ट खाते हैं, तो ये हेल्दी भी होता है और आपके शरीर को कई बीमारियों से भी बचाता है।