एलर्जी की वजह बनते हैं ये 7 आहार, संभलकर करें इनका सेवन

जिंदा रहने के लिए भोजन जरूरी हैं जिससे ना सिर्फ हमारा पेट भरता हिन् बल्कि शरीर को जरूरी पोषण और एनर्जी मिलती हैं। आपका आहार ही निश्चित करता हैं कि इम्‍यून सिस्‍टम कैसा रहेगा। लेकिन अब जरा सोचिए कि आपका आहार ही आपके प्रतिरक्षा तंत्र में गड़बड़ी पैदा कर दें तो। जी हां, देखने को मिलता हैं कि कई लोगों को कुछ चीजों के सेवन से एलर्जी होते हैं और शरीर को नुकसान पहुचता हैं। फूड एलर्जी तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से भोजन में पाए जाने वाले हानिरहित प्रोटीन को शरीर के लिए खतरा मानती है। पिछले कुछ सालों में खाने से होने वाली एलर्जी के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। किसी भी भोजन से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो अधिक फूड एलर्जी का कारण बनते हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में...

# अंडे

सुपरफूड होने के बावजूद, अंडे सबसे आम प्रकार की एलर्जी में से एक हैं। यह संभव है कि किसी को अंडे की सफेदी से एलर्जी हो और हो सकता है कि इसकी जर्दी का सेवन पूरी तरह से ठीक हो या फिर इसके विपरीत। इसे एग वाइट एलर्जी कहा जाता है।

# सोयाबीन

यूं तो सोयाबीन शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है, लेकिन कभी-कभी इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन ही एलर्जी का मुख्य कारण बन जाता है। इस एलर्जी की वजह से नाक बहना, खुजली होना, मुंह में झनझनाहट, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिख सकते हैं। ऐसे लोगों को सोयायुक्त किसी भी तरह के खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिये।

# गेहूं

एक गेहूं एलर्जी गेहूं में पाए जाने वाले प्रोटीन में से एक एलर्जी की प्रतिक्रिया है। यह बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। हालांकि, गेहूं एलर्जी वाले बच्चे अक्सर 10 वर्ष की आयु में तक पहुंचने तक इसे दूर कर देते हैं। गेहूं एलर्जी गेहूं में सैकड़ों प्रोटीनों में से किसी के प्रति संवेदनशीलता के कारण हो सकती है। एकमात्र उपचार एक गेहूं-मुक्त आहार है, लेकिन बहुत से लोग स्कूल की उम्र तक पहुंचने से पहले इसे दूर कर देते हैं।

# मछली

मछलियों से एलर्जी आम है और यह एक मछली से दूसरी मछली तक हो सकती है। अगर किसी ने दूषित मछली का सेवन कर लिया तो एलर्जी हो सकती है। इसलिए लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे क्या और कैसी गुणवत्ता वाले फूड आइटम्स का सेवन करते हैं।

# गाय का दूध

गाय के दूध से एलर्जी ज्यादातर शिशुओं और छोटे बच्चों में होती है, खासकर जब उन्हें छह महीने की उम्र होने से पहले गाय का दूध देना शुरू कर दिया जाता है। यह सबसे आम बचपन की एलर्जी में से एक है, जिससे 2-3% बच्चे प्रभावित होते हैं।

# सूखे मेवे

कभी-कभी कुछ व्यक्तियों को बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट और मूंगफली जैसे मेवे खाने से सांस लेने में तकलीफ, गले में खिंचाव या खराश, मुंह में झनझनाहट या शरीर पर रैशेज होने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। परहेज नहीं रखने से यह एलर्जी बहुत गंभीर भी साबित हो सकती है।

# मूंगफली

मूंगफली से एलर्जी बहुत आम है और गंभीर और संभावित रूप से घातक एलर्जी का कारण बन सकती है। हालांकि, दो स्थितियों को अलग माना जाता है, क्योंकि मूंगफली एक फलियां है। फिर भी, मूंगफली एलर्जी वाले लोगों को अक्सर पेड़ के नट्स से भी एलर्जी होती है। जबकि लोगों को मूंगफली एलर्जी विकसित करने का कारण ज्ञात नहीं है, यह माना जाता है कि मूंगफली एलर्जी के पारिवारिक इतिहास वाले लोग सबसे अधिक जोखिम में हैं।