हाई ब्लड प्रेशर बन सकता हैं जान को आफत, ये 6 फल करेंगे इसे कंट्रोल

हृदय, रक्त को धमनियों में पंप करके रक्त प्रवाह को विनियमित करता है और इसपर लगने वाले दबाव को ही रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर कहते हैं। ब्लड प्रेशर के कम ज्यादा होने पर गंभीर समस्‍या का भी खतरा रहता है। इस दौरान थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप जिसे हाइपरटेंशन (Hypertension) के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर बीमारी है। यह पुरुषों और महिलाओं में एक बड़ी समस्या है। जब भी धमनियों में फैट और वसा की मात्रा बढ़ जाती है तो हाई ब्लड प्रेशर की संभावना बढ़ जाती है। इसके कारण दिल की बीमारी जैसे कई परेशानियां हो सकती है। ज्यादा नमक, ज्यादा अल्कोहल और पोटैशियम की कम मात्रा लेना, स्ट्रेस, एक्सरसाइज कम करना, मोटापा या फैमिली हिस्ट्री हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देता है। सामान्य रक्तचाप 120/80 से नीचे कुछ भी माना जाता है। प्रीहाइपरटेंशन को 120 से 129 के बीच सिस्टोलिक रीडिंग और 80 से कम डायस्टोलिक रीडिंग माना गया है। हाइपरटेंशन को 130/80 या उससे अधिक को माना गया है। बीपी अधिक होने पर सोडियम की मात्रा बेहद कम कर दी जाती है। तेल और घी के सेवन पर भी रोक लगा दी जाती है। ऐसे में आप अपनी डाइट चार्ट में बदलाव कर ब्‍लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं ब्लड प्रेशर बढ़ने पर कौन से फल आप खा सकते हैं –

कीवी

कीवी फल बाहर से भूरा और अंदर से मुलायम व हरे रंग का होता है। इसके अंदर काले रंग के छोटे-छोटे बीज होते हैं, जिन्हें खाया जा सकता है। इसका स्वाद मीठा होता है। कीवी का सेवन उच्च रक्तचाप की समस्या में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, कीवी में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण भी होता है। कीवी में विटामिन सी, फोलेट,फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। इसके सेवन से पाचन शक्ति में सुधार होता है, इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होता है। कीवी फ्रूट हृदय रोग की समस्या को रोकने के लिए फायदेमंद हो सकता है। कीवी में कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जिससे यह हृदय संबंधी रोग से बचा सकता है। इसके साथ ही कीवी में एंटीऑक्सीडेंट गुण शामिल होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी और ई के एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में सहायक हो सकते हैं। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाली क्षति से भी शरीर को बचा सकते हैं। कीवी का सेवन हमें कैंसर से भी बचाता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी, पॉलीफेनोल्स, एंटीट्यूमर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है।

तरबूज

गर्मी में आने वाला फल तरबूज न सिर्फ स्वाद में बढ़िया होता है बल्कि यह शरीर को भी कई तरह से फायदा पहुंचाता है। इसलिए गर्मियों में इस फल को अपने आहार में जरूर शामिल करें। तरबूज में सबसे अधिक पानी की मात्रा होता है। इसी के साथ इसमें अमीनो एसिड, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन ए, लाइकोपीन, मैग्नीशियम जैसे तत्‍व भी मौजूद होते हैं, जो धमनियों और नसों पर बनने वाले प्रेशर को कम करते हैं। इसके साथ ही तरबूज में मौजूद फाइबर शरीर की पाचन क्रिया का दुरुस्त रखने में भी मदद करते हैं। साथ ही में इसमें मौजूद पानी पेट में जलन होने जैसी समस्या को दूर रखता है। गर्मी से बचने के लिए तरबूज का सेवन करना चाहिए। तरबूज में इलेक्ट्रलाइट्स होते हैं जो शरीर को लू लगने से बचाते हैं। तरबूज की यह खास प्रॉपर्टी बॉडी को बाहरी गर्मी से लड़ने में मदद करती है और शरीर को कूल रखती है। तरबूज आपने वजन को भी बढ़ने नहीं देता। इसमें मौजद पानी और फाइबर पेट को भरा रखते हैं, जिससे डायट कंट्रोल होती है और वेट लॉस होता है।

आम

फलों का राजा आम किसे पसंद नहीं होते हैं। आम में मुख्य रूप से फाइबर और बीटा कैरोटीन मौजूद होता है, जिससे ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। आम में फाइबर और विटामिन सी खूब होता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलन बनाने में मदद मिलती है। आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है। इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन और फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मददगार होते हैं। आम को पौरुष बढाने वाला फल भी कहा जाता है। इसमें विटामिन ई अधिक पाया जाता है और इससे सेक्स क्षमता बढ़ती है। इसके साथ ही आम में ऐसे कई एंजाइम्स होते हैं जो प्रोटीन को तोड़ने का काम करते हैं। इससे भोजन जल्दी पच जाता है। साथ ही इसमें उपस्थित साइर्टिक एसिड, टरटैरिक एसिड शरीर के भीतर क्षारीय तत्वों को संतुलित बनाए रखता है।

स्ट्रॉबेरी

दिल के आकार से काफी मिलता-जुलता ये फल बहुत ही नाजुक होता है। स्वाद में ये हल्का मीठा और हल्का खट्टा होता है। चटक लाल रंग का ये फल बेहद रसीला होता है। स्ट्रॉबेरी एकमात्र ऐसा फल है जिसके बीज बाहर की ओर होते हैं। आपको जानकर आश्चर्य हो लेकिन दुनियाभर में 600 किस्म की स्ट्रॉबेरी पाई जाती है, जिनका स्वाद, रंग और आकार एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए और के पाया जाता है। इसके अलावा ये कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस, पोटैशियम और डायट्री फाइबर्स से भी भरा होता है। अच्छी बात ये भी है कि इसमें सोडियम, कोलेस्ट्रॉल और फैट न के बराबर होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं,जिससे हाई ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है। इसमें मौजूद लाइकोपीन त्वचा की झुर्रियों और बारीक रेखाओं को साफ करने का काम करता है। आप चाहें तो स्ट्रॉबेरी खाकर इसका लाभ ले सकते हैं या फिर दूध के साथ इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।

केला

केले को पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है। इसमें विटामिन A, B, B6, C, आयरन, कैल्शियम, मैगनीशियम, रिबोफ्लेविन, नियासिन, फोलिक एसिड, पोटैशियम आदि ऐसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं, तो इंसान की बेहतर सेहत के लिए बहुत जरूरी हैं। केले के सेवन से बीपी को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद पोटेशियम,ओमेगा-3, फैटी एसिड होता है। केले का सेवन खून को पतला कर धमनियों में रक्त के संचालन को दुरुस्त करता है। केले में पाया जाने वाला मैग्नीशियम शरीर में जाकर रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने से धमनियों में रक्त का संचालन सही रहता है। रोजाना एक केला खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित होता है। खून की कमी और एनीमिया की समस्या शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन न मिलने की वजह से होती है। ऐसे में केले में आयरन की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है।

शकरकंद

शकरकंद को स्वीट पोटैटो के नाम से भी जाना जाता है और इसमें ऊर्जा का खजाना होता है। शंकरकंद खाने से दिल की बीमारियां दूर हो सकती है क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो आपके शरीर से खराब कोलेस्टॉल को कम करता है।शकरकंद में पोटैशियम की मात्रा भी होती है, इसलिए ये आपको हाई ब्लड प्रेशर से बचाने में मदद कर सकती है। जैसा की शकरकंद में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है इसलिए इसके सेवन से पाचन तंत्र अच्छा होता है। इसके साथ ही ये आपको कब्ज से राहत दिलाने में फायदेमंद साबित होता है। ऐसे में अगर आपको पेट की किसी तरह की परेशान है तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। शकरकंद में भरपूर मात्रा में आयरन होता है। आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता। शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार रहता है।

हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने के तरीके:

- डैश डाइट फॉलो करें जिसमें फल, सब्जी और बिना या कम फैट वाली चीजों के खाने की बात कही गई है।
- The National High Blood Pressure Education Program के अनुसार 2,300 मिली ग्राम से ज्यादा सोडियम न लें। सोडियम की मात्रा सिर्फ 1500 ही सही मानी गई है।
- बढ़ते वजन को कम करें।
- अल्कोहल का सेवन और स्मोकिंग कम करें।
- योग, प्राणायाम और व्यायाम जैसे एक्सरसाइज को नियमित रूप से करें।