वर्तमान समय में देखा जा रहा हैं कि लोग अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं और उनकी तोंद निकलती जा रही हैं। पेट की यह लटकती चर्बी बेहद भद्दी लगती हैं जो कि बीमारियों का भी कारण बनती हैं। इसलिए इसे नियंत्रित करना जरूरी हो जाता है। ऐसे में आप योग की मदद ले सकते हैं जो आपके शरीर, आत्मा और दिमाग तीनों के लिए बहुत लाभकारी है। आप नियमित रूप से योगासन करके वजन कम कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे योगासन की जानकारी देने जा रहे हैं जो इस पेट की लटकती चर्बी को घटाने में आपकी मदद करेंगे। इन योग का आपके शरीर पर तेज से असर पड़ेगा और जल्द ही आपको फिट बॉडी मिलेगी। तो आइये जानते हैं पेट की चर्बी घटाने वाले इन योगासन के बारे में...
सूर्य नमस्कार
योगा का ये आसन सबसे प्रसिद्ध है। सूर्य नमस्कार का मतलब होता है, सूरज का अभिवादन करना। इस योगासन में 12 योग मुद्राओं को शामिल किया गया है। ये योगासन पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। सूर्य नमस्कार को 10 से 15 मिनट तक करना काफी होता है। इसमें शरीर की पानी की मात्रा संतुलित रहती है और अनावश्यक तत्व बाहर निकल जाते हैं। इस आसन से शरीर के लगभग हर अंग की कसरत हो जाती है।
ताड़ासन
पेट की चर्बी कम करने के योगासन के रूप में ताड़ासन का अभ्यास करना एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है। इसे करने से पूरे शरीर में खिंचाव महसूस हो सकता है। साथ ही रक्त का प्रवाह बेहतर हो सकता है। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि अन्य योगासनों के साथ ताड़ासन का अभ्यास पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, मोटापा कम करने के अलावा इसे लंबाई बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
त्रिकोणासन
इस योगासन में अपने दोनों पैरों को फैलाकर हाथों को बाहर की ओर खोलते हैं। फिर सीधे हाथ को धीरे-धीरे नीचे की तरफ सीधे पैर की ओर लाते हैं। अब कमर को नीचे की ओर करते हुए नीचे देखना होता है। इसके बाद सीधी हथेली को जमीन पर रखते हैं। वहीं उल्टे उल्टे हाथ को ऊपर की ओर ले जाते हैं। यह प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराई जाती है।
उत्तानपादासन
उत्तान का अर्थ होता है ऊपर उठा हुआ और पाद का अर्थ पैरों से होता है। इस आसन में पैरों को थोड़ा-सा ऊपर उठाया जाता है, इसलिए यह उत्तानपादासन कहलाता है। यह लेटकर किया जाने वाला महत्वपूर्ण आसन है। पेट की चर्बी को कम करने में यह आसन मददगार हो सकता है। दरअसल, एक शोध में जिक्र मिलता है कि अन्य आसनों के साथ इस योगासन का अभ्यास मोटापे को कम करने में मदद कर सकता है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि उत्तानपादासन पेट कम करने में सहायक हो सकता है।
वीरभद्रासन
वीरभद्रासन को योद्धा मुद्रा कहते हैं। इस आसन में आपकी पोजीशन पहाड़ों पर जाने वाली मुद्रा के जैसी होती है। इसमें अपने पैर को पीछे की ओर खींचते हुए दूसरे पैर को आगे कूदने की पोजीशन में बना लें। फिर हाथों को जोड़कर सिर को ऊपर तक से जाएं। अब अपने हाथ को छाती के सामने ले जाते हुए खींचे हुए पैरों को सीधा कर लें। फिर दूसरे पैर को अभी भी 90 डिग्री पर रखें और दोनों हाथों को खींचकर बाहर की तरफ फैला लें।
पार्श्वकोणासन
पार्श्व का मतलब बगल होता है। यह योग करते समय शरीर पार्श्व की मुद्रा बनाता है, इसलिए यह पार्श्वकोणासन कहलाता है। इसे नियमित रूप से करने से कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं, एक शोध में जिक्र मिलता है कि पार्श्वकोणासन का अभ्यास कूल्हे और जांघ की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है। इससे हम यह मान सकते हैं कि इसे करने से कुछ हद तक पेट की चर्बी भी कम की जा सकती है। हालांकि, यह पेट की चर्बी को कम करने में कितना कारगर होगा, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
पूर्वोत्तनासन
इस आसन को करने के लिए पैरों पर बैठकर उन्हें आगे की ओर खींचें। अब अपने हाथों को हिप्स के पीछे ले जाएं और पैरों की तरफ करें। फिर पैरों से शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं और सिर को पीछे की तरफ ले जाने की कोशिश करें। यह पोजिसन पुश-अप करने की मुद्रा का ठीक उल्टी होती है। यह आसन से आपकी पीठ, कंधों, हाथ, रीढ़ की हड्डी, कलाई और जंग लगी मांसपेशियों के लिए अच्छा है।
पादहस्तासन
यह दो शब्दों के योग पद यानी पैर और हस्त यानी हाथों के योग से बना है। यह योग करते समय हाथों को जमीन पर पैरों के साथ सटा कर रखा जाता है, जिस कारण इसे पादहस्तासन कहा जाता है। पादहस्तासन का नियमित अभ्यास पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में उन आसनों को शामिल किया गया है, जो पेट के मोटापे को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन योगासनों में पादहस्तासन का नाम भी शामिल है। इसलिए, पेट की चर्बी करने के लिए इस आसन का अभ्यास किया जा सकता है।
मालासन
इस मुद्रा में पेट और कमर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। इसे नियमित करने से गैस और और कब्ज की परेशानी से निजात मिलती है। पेट के दर्द से आराम मिलने के साथ-साथ पेट की चर्बी खत्म होती है। मलासन से घुटनों, जोड़ों, पीठ और पेट का तनाव खत्म होता है और इनका दर्द कम होता है। शुरुआत में आप इस आसन को उतना ही करें, जितना आपसे किया जा सके। धीरे-धीरे आप इसे पूरा कर पाएंगे।
अर्धचक्रासन
पेट कम करने के योगासन की श्रेणी में यह भी खड़े होकर किया जाने वाला योग है। संस्कृत में अर्ध का मतलब होता है आधा और चक्र का मतलब पहिये से होता है। यह आसन करते हुए शरीर की मुद्रा आधे पहिये जैसी नजर आती है, इसलिए यह अर्धचक्रासन कहलाता है। पेट की चर्बी कम करने के योगासन के रूप में इसे कर सकते हैं। एक शोध के अनुसार, इसे करने से पेट पर दवाब बनता है और इससे पेट की चर्बी धीरे-धीरे कम हो सकती है। इसलिए, पेट कम करने के आसन में इसे शामिल किया जा सकता है।