सुबह के समय कुछ मिनटों की वॉक से मिलेंगे ये 10 चमत्कारी फायदे

स्वस्थ जीवन जीने की कामना सभी करते हैं लेकिन उसके लिए अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करते से कतराते हैं। आपके कुछ मिनट का आलस आपको बीमार बना रहा हैं। देखा जा रहा हैं कि आजकल लोगों की फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम हो गई है और मेंटल एक्टिविटी बढ़ गई है। इसके कारण लोग शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से परेशानी झेल रहे हैं। ऐसे में आपको शारीरिक व्यायाम की बहुत जरूरत हैं। अगर आप व्यायाम नहीं करना चाहते हैं तो सुबह-सुबह या शाम को लच के बाद टहलने के लिए निकल सकते हैं। वॉकिंग सबसे सरल और बेहतरीन एक्सरसाइज है। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ मिनटों की वॉक से सेहत को मिलने वाले चमत्कारी फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...


गठिया रोग के लिए असरदार


एक शोध के अनुसार यह पता चला है कि मॉर्निंग वॉक करने से ओस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर कोई गठिया की समस्या से ग्रस्त है तो उससे एक हफ्ते में कम से कम 150 मिनट तक आसान शारीरिक गतिविधि करना चाहिए। इस शारीरिक गतिविधियों में वॉकिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग करना फायदेमंद माना जाता है।

पाचन में होता है सुधार

बता दें कि अगर आप रात का खाना खाने के बाद कुछ देर टहलते हैं तो आपका पेट और आंतें सक्रिय रहते हुए काम करत हैं। जिससे भोजन खाने की नली में तेजी से आगे बढ़ता है, इससे पाचन तंत्र अपना कार्य आसानी से कर सकते हैं और संभावित कब्ज, पेप्टिक अल्सर एवं कोलोरेक्टल कैंसर आदि की जोखिम को कम होती है। इसके साथ ही इन बीमारियों से पैदा होने वाले चिड़चिड़ेपन से भी मुक्ति मिलती है। साथ ही शरीर भी तरोताजा रहता है।

डायबिटीज रहेगी नियंत्रित

डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। इसकी दवाएं व्यक्ति को ताउम्र खानी पड़ती है। तमाम रिसर्च बताती हैं कि यदि व्यक्ति नियमित तौर पर सैर करे तो वो डायबिटीज को नियंत्रित रख सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि वॉक डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है।

इम्यूनिटी बढ़ाने में करता है मदद

किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता दृढू होनी चाहिए। अगर किसी इंसान के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है तो वह कई बीमारियों का शिकार हो सकता है। वैज्ञानिक शोध में यह पाया गया है कि रोजाना 30 मिनट मॉर्निंग वॉक करने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है जिसके वजह से प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।


दिल की सेहत रखे दुरुस्त

खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा, बीपी और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इनकी वजह से दिल की सेहत पर असर पड़ता है और हार्ट संबन्धी समस्याओं का रिस्क बढ़ता है। रोजाना कम से कम आधा से एक घंटे की मॉर्निंग वॉक से इन सभी समस्याओं में राहत मिलती है। वजन और कोलेस्ट्रॉल कम होता है, बीपी नियंत्रित रहता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है और हार्ट अटैक तथा स्ट्रोक का जोखिम भी कम हो जाता है।


फेफड़ों के लिए लाभकारी

कोरोना काल में लोग अपने फेफड़ों की सेहत को लेकर ज्यादा फिक्रमंद हुए हैं क्योंकि कोरोना सीधे लंग्स पर ही अटैक करता है। हमारे जीवन के लिए जितना जरूरी हार्ट की सेहत है, उतनी ही लंग्स की भी है। कई शोध बताते हैं कि लंग्स को सुरक्षित और तंदुरुस्त बनाए रखने में मॉर्निंग वॉक काफी लाभकारी है।


वजन घटाने में होती है मदद

इसके अलावा अगर आप रोजाना रात का खाना खाने के बाद टहलते हैं तो बढ़े हुए वजन को कम करने में भी आपको मदद मिलती है। क्योंकि ऐसा करने से एक्सट्रा कैलोरी बर्न हो जाती है। रात में हैवी खाना खाने के बाद नियमित वॉकिंग से आप अपनी बढ़ी हुई कैलोरी को काफी हद तक कम या संतुलित कर सकते हैं। इस तरह आप अपना वजन नियंत्रित कर सकते हैं।


डिप्रेशन से करती बचाव

आज के समय में लोगों पर इतना ज्यादा दबाव है कि वे तनावग्रस्त बने रहते हैं और इसी स्थिति के बीच कब डिप्रेशन में आ जाते हैं, उन्हें अहसास भी नहीं होता। डिप्रेशन को लोग हो सकता है गंभीरता से न लेते हों, लेकिन वास्तव में डिप्रेशन व्यक्ति से कुछ भी करा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि व्यक्ति रोजाना मॉर्निंग वॉक करे तो उसकी मानसिक शक्ति मजबूत होती है। मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है। ऐसे में मॉर्निंग वॉक डिप्रेशन के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है।


कैंसर के रिस्क को करता है कम

कई वैज्ञानिक शोधों के अनुसार यह पता चला है कि मॉर्निंग वॉक कैंसर के रिस्क को भी कम करने में सक्षम है। सप्ताह में करीब 3 घंटे का मॉर्निंग वॉक स्तन कैंसर के रिस्क को कम करता है वहीं 6 घंटे का वाॅक कोलन कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। रोजाना मॉर्निंग वॉक करने से महिलाओं से संबंधित कैंसर का रिस्क भी कम होता है।


दिमागी कार्यक्षमता में बढ़ोतरी लाए

रोजाना नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक करने से मानसिक स्थिति मजबूत होती है साथ में दिमागी कार्यक्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। इतना ही नहीं रोजाना मॉर्निंग वॉक करने से कई मानसिक समस्याओं से भी राहत मिलती है। जो इंसान डिमेंशिया का शिकार है उसके लिए मॉर्निंग वॉक करना बेहद फायदेमंद माना जाता है।