जींस को नया बनाये रखने के कुछ आसान तरीकें

फैशन रोज बदलता है। डिजाइन रोज नए आते हैं। पुरुषों के पास फैशन के बहुत कम अवसर होते हैं, जबकि महिलाओं/युवतियों के पास इसकी लंबी कतार होती हैं। महिलाएँ/युवतियाँ नित दिन नया फैशन करती हैं। बदलते फैशन के दौर में आज भी एक वस्त्र ऐसा है जो पिछले चार दशकों से भारत में समान रूप से पहना जा रहा है। अस्सी के दशक में शुरू हुआ यह दौर बिना किसी रूकावट के जारी है। इसे स्त्री/पुरूष समान रूप से पहनते आ रहे हैं। आप सोच रहे होंगे ऐसा कौन सा वस्त्र है जिसकी हम बात कर रहे हैं। दिमाग पर ज्यादा जोर डालने की जरूरत नहीं है हम आपको बताते हैं उस वस्त्र का नाम—जींस—है।

जींस आज के दौर का सबसे जरूरी वस्त्र हो गया है। फिर चाहे वे लडके हो या लड़कियां जींस आज एक ऐसा कपडा बन गया है जिसकी जरूरत हर किसी को लगती है और आवश्यकता भी है। जींस आपके व्यक्तित्व में निखार लाती है। हर एक की अलमारी में यह पाया जाता है। आप ठाट बाट से रहें या न रहें जींस एक ऐसा परिधान है जिसे आप दिन भर पहने रहना अवश्य पसंद करेंगे। फेडेड जींस फैशन में है परन्तु गलत जगह पर जींस का कलर फेड होने से जींस पर धब्बे दिखते हैं और कपडा पुराना दिखता है। यदि आपको जींस पसंद है तो यहाँ हम आपको जींस को नया बनाये रखने के कुछ तरीके बता रहे हैं।

जींस को फ्रीजर में रखें

आपने जींस को फ्रीजर में रखने के बारे में सुना होगा। इससे जींस से आने वाली बदबू दूर हो जाती है और जींस में उपस्थित बैक्टीरिया और हानिकारक पदार्थ नष्ट हो जाते हैं। जींस लें तथा इसकी अच्छी सी तह बनायें। अब इसे एक प्लास्टिक बैग में रखें और चारों तरफ से सील कर दें। जींस की इस प्रक्रिया को स्टरलाईजिंग करना कहते हैं क्योंकि इससे जींस में उपस्थित बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और जींस पूरे दिन फ्रेश रहती है। इससे उस बदबू से भी छुटकारा मिलता है जो अक्सर जींस को बिना धोये पहनने के कारण आती है।

वाशिंग मशीन से नहीं अपितु हाथ से धोयें जींस

जींस को हाथों से ही धोना चाहिए, जहाँ तक संभव हो जींस को हाथों से धोएं क्योंकि ऐसा करने से कपडा सिकुड़ता नहीं है। इससे जींस पर तनाव नहीं पड़ता। जींस जितनी रफ दिखती है उतनी होती नहीं अत: आपको इसकी उचित देखभाल करनी चाहिए। एक बाल्टी लें तथा उसे पानी से भर लें। इस बाल्टी में 2-3 चम्मच डिटर्जेंट मिलाएं और जींस को इसमें भिगो दें। अब इसे हाथ से धोएं और 60 मिनिट बाद निचोड़ लें। इससे जींस फे्रश और नई दिखाई देगी।

वाशिंग मशीन में जींस को धोने से उसमें स्थायी तौर सलवटें पड़ जाती हैं जिन्हें प्रेस करने के बावजूद हटाना मुश्किल हो जाता है। प्रयास करके जींस को हाथ से धोने और साफ करने का प्रयत्न करें। हालांकि आजकल माताएँ अपने बच्चों लडक़े/लड़कियों की जींस को वाशिंग मशीन में ही धोती हैं। इस तरह धोने से जींस की उम्र कम हो जाती है और वह जल्दी फट जाती है।

टैग चेक करें

आपकी जींस पर लगा हुआ टैग इसके रख रखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जींस में लगा हुआ टैग आपको बताता है कि आपकी जींस में में किस कपडे का उपयोग किया गया है और इसे किस-किस प्रकार धोना चाहिए। यदि यह प्री वॉश, प्री डिस्ट्रेस्ड है तो इसका अर्थ यह है कि जींस का पहले भी उपयोग किया जा चुका है और इसे पहले धोया जा चुका है। ऐसी स्थिति में जींस को ठंडे पानी में रखें ताकि यह सिकुड़े नहीं। यदि आपकी जींस पर कच्चा, सूखा या सिंगल वॉश लेबल लगा हुआ है तो इसका अर्थ है कि जींस को अभी तक धोया नहीं गया है और इसका रंग अभी पूरी तरह सेट नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में जींस पर लगे हुए दिशा निर्देशों का पालन करें। यदि आपकी जींस पर सन्फोरिज्ड टैग लगा हुआ है तो इसका अर्थ है आपकी जींस इस प्रकार बनी हुई है कि यह सिकुड़ेगी नहीं। अधिकाँश जींस में सन्फोरिज्ड टैग लगा हुआ होता है जिनमें कपडा बहुत कम सिकुड़ता है। ऐसी स्थिति में जींस को गर्म पानी में भिगोयें इससे जींस सिकुडेंगी। एक बार जब यह बताये हुए साइज की हो जाती है तो आप इसका उपयोग प्रतिदिन कर सकते हैं।

गर्मी से बचाएँ

एक महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी जींस को गर्मी से बचाएँ क्योंकि इससे कपडे पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आपको जींस को हवा में सुखाना चाहिए और उसे सीधे सूरज की रोशनी में नहीं रखना चाहिए। जींस को हवा में सुखाने में दो दिन तक का समय लग सकता है अत: आपको उसके अनुसार प्लान बनाना चाहिए। आप फेब्रिक सॉफ्टनर्स का उपयोग भी कर सकते हैं जो आपके डेनिम को सॉफ्ट बनाता है तथा उसे लम्बे समय तक फ्रेश रखता है।

ड्राईक्लीन करना चाहिए

आपको जींस को हमेशा ड्राईक्लीन करना चाहिए क्योंकि जींस से धूल, कीटाणु और दाग निकालने का यह उत्तम तरीका है। जींस के किनारों पर जमने वाला तेल ड्राईक्लीन से आसानी से निकल जाता है। ड्राईक्लीन एक महंगा विकल्प है परन्तु महीने में एक बार इसे किया जा सकता है। इससे जींस अच्छी रहती है और हमेशा नई दिखती है।