‘ओएमजी 2’ की एक्ट्रेस यामी ने ‘गदर 2’ से टक्कर पर कही यह बात, फिल्म को A सर्टिफिकेट मिलने से हैरान हैं पंकज

आम तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब दो बड़ी फिल्में एक ही दिन रिलीज हो। ऐसे में उनके बीच टक्कर होना स्वाभाविक है। अब लम्बे समय बाद ऐसा होने जा रहा है। दरअसल 11 अगस्त को सनी देओल-अमीषा पटेल की ‘गदर 2’ और अक्षय कुमार-यामी गौतम की ‘ओएमजी 2’ सिनेमाघरों में रिलीज होगी। दोनों का ही पहला पार्ट सुपरहिट रहा था। इन्हें लेकर फैंस में जबरदस्त क्रेज है।

इस बीच एक्ट्रेस यामी गौतम ने इस क्लैश पर रिएक्शन दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान यामी से उनकी फिल्म ‘ओएमजी 2’ और ‘गदर 2’ की टक्कर पर सवाल किया गया। इस पर यामी ने कहा कि मेरे पास ‘गदर 2’ कटआउट के साथ हैंडपंप की एक फोटो है। मैं उसे पोस्ट करूंगी और सनी देओल सर को विश करूंगी। हम सभी उनके फैन हैं और उन्हें पसंद करते हैं। हम सभी ने गदर को थिएटर्स में देखा है और मैं विश करती हूं कि मूवी को इस बार और ज्यादा दर्शक मिले। वैसे 'गदर 2’ की एक अलग ऑडियंस हैं, जबकि हमारी फिल्म की अलग।

मुझे उम्मीद है कि दर्शक दोनों ही फिल्मों को देखेंगे। जैसे हाल ही में दो बड़ी फिल्में ‘ओपेनहाइमर’ और ‘बार्बी’ एक साथ रिलीज हुई थीं और दोनों ने ही अच्छी कमाई की। दोनों की अपनी अलग ऑडियंस है। मुझे उम्मीद है कि हमारे यहां पर बार्बीहाइमर जैसा कुछ हो।

पंकज त्रिपाठी ने इसलिए दिया ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का उदाहरण

'ओएमजी 2' को कई कट्स के साथ 'A' सर्टिफिकेट दिया गया है। बहुत लंबे समय बाद यह पहली बार है जब किसी मुख्यधारा की फिल्म में इतने सारे कट लगाने के लिए कहा गया है। अमित राय के डायरेक्शन में बनी 'ओएमजी 2' भारत में यौन शिक्षा पर आधारित है। पंकज त्रिपाठी भी इस फिल्म में खास भूमिका निभा रहे हैं।

हालिया इंटरव्यू में जब पंकज से 18+ दर्शकों के लिए रिलीज की जाने वाली इस फिल्म के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि A प्रमाण पत्र दिया गया है, जिससे हम थोड़े आश्चर्यचकित हैं। जब हम एक कहानी बताते हैं, तो हमें आम तौर पर पहले से पता होता है कि फिल्म में हिंसा है या नहीं, जैसी ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में थी। जब हम यह फिल्म बना रहे थे, तो किसी का भी ऐसा इरादा नहीं था। हम 12+ सर्टिफिकेट की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता। जो हो गया, हो गया। इसके लिए सेंसर बोर्ड की आलोचना करने से कोई फायदा नहीं होगा। आइए आगे बढ़ें।

मुझे लगता है कि इसके बारे में चर्चा और बातचीत होगी, जैसे U/A जैसे प्लेटफार्मों पर जहां दर्शक 12+ हैं। हमें यहां भी इसके बारे में निर्णय लेना चाहिए। यह नजरिये और सदस्यों का मामला है, वह संस्था बदलती रहती है। सेंसर बोर्ड एक संस्था है और जैसे हाल ही में सिनेमा एक्ट और पायरेसी को लेकर संशोधन हुआ था, समय के साथ लोग इसमें भी बदलाव लाएंगे। एकमात्र अफसोस यह है कि 12-17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जो संदेश था, वह अब इससे वंचित हो जाएगा।