वैजयंती माला और चिरंजीवी को मिला पद्म विभूषण अवार्ड, सम्मान से खुश दोनों स्टार्स ने ऐसे जताई अपनी भावनाएं

बॉलीवुड की गुजरे जमाने की दिग्गज एक्ट्रेस वैजयंती माला और मशहूर साउथ इंडियन स्टार चिरंजीवी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। पद्म विभूषण भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। दोनों स्टार्स को यह अवार्ड कला के क्षेत्र में योगदान देने के लिए मिला है। राष्ट्रपति ने गुरुवार (9 मई) शाम राष्ट्रपति भवन में हुए ‘नागरिक अलंकरण समारोह-द्वितीय’ में साल 2024 के लिए पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया।

90 साल की वैजयंती ने सम्मान पाने पर कहा कि साल 1969 में मुझे पद्म श्री मिला था और अब पद्म विभूषण मिला है। मैं बहुत खुश और आभारी हूं। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारत सरकार हैं, जिन्होंने मेरी कला-नृत्य के साथ-साथ फिल्मों को भी मान्यता दी है। बता दें कि वैजयंती एक मशहूर क्लासिकल डांसर भी हैं।

50 और 60 के दशक में उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। वैजयंती ने 16 साल की उम्र में एक तमिल फिल्म से करिअर शुरू किया था। वैजयंती को खास तौर से 'देवदास', 'मधुमति', 'नया दौर' और 'साधना' जैसी फिल्मों से शौहरत मिली। वैजयंती ने साल 1970 में फिल्म 'गंवार' करने के बाद एक्टिंग छोड़ दी थी।

साउथ इंडियन स्टार चिरंजीवी कर चुके हैं 150 से ज्यादा फिल्में

दूसरी ओर, चिरंजीवी (68) ने अवार्ड मिलने पर खुशी जताते हुए सभी का आभार जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “कला प्रेमियों को, उन सभी को जिन्होंने कला के क्षेत्र में मेरा समर्थन किया उनको आभार।” चिरंजीवी का असली नाम कोनिडेला शिव शंकर वरप्रसाद राव है, लेकिन फिल्मों में आने के बाद वे मेगास्टार चिरंजीवी के नाम से मशहूर हो गए। चिरंजीवी ने अपने अब तक के करिअर में 150 से भी ज्यादा फिल्में की हैं और कई रिकॉर्ड बनाए।

साल 2006 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया और अब पद्म विभूषण से नवाजा गया। चिरंजीवी पहले ऐसे साउथ एक्टर हैं, जो साल 1987 में हुए ऑस्कर समारोह में शामिल हुए। चिरंजीवी ने करिअर के शुरुआत में बॉलीवुड में भी काम किया और यहां भी ख्याति हासिल की। उन्होंने तेलुगु के अलावा तमिल और हिंदी फिल्मों में काम किया। वे आज एक पैन इंडिया सुपरस्टार हैं।