एक्टर विवेक ओबेरॉय (48) ने हाल ही में अपने दिल टूटने को लेकर बात की और बताया कि उन्हें ऐसा लगता था जैसे वे जिंदगीभर सिंगल रहेंगे। विवेक ने मेन एक्सपी से बात करते हुए विवेक ने कहा कि कई लोग उल्टी दिशा में जाते हैं। वे अपने रास्ते में आने वाली हर लड़की को डेट करने का फैसला करते हैं और कभी भी सीरियसली कमिटेड नहीं होने की कसम खाते हैं क्योंकि इससे बहुत दुख होता है। मैं 4-5 साल तक सदमे में था। हम अक्सर ट्रीटमेंट की प्रॉसेस के बजाय इमोशनल रिएक्शन पर फोकस करते हैं।
मेरी इमोशनल रिएक्शन 4-5 साल तक चली। जब तक मुझे प्रियंका नहीं मिली तब तक ये मुश्किल था। मैं नेगेटिव मेंटेलिटी में फंस गया था। मुझे लग रहा था कि मैं जिंदगीभर सिंगल रहूंगा। मैं भूल गया कि मैं वाकई में कौन था, एक लड़का जो डेडिकेशन के साथ प्यार में था। मैंने खुद को बदल लिया और खुद को सजा दे रहा था। मेरी सलाह है कि अपना बहुत कुछ किसी ऐसे इंसान को देने से बचें जिसने उनका भरोसा ना कमाया हो।
अगर ये आपकी गलती नहीं थी और आप बिल्कुल बेकसूर थे, लेकिन आपका इस्तेमाल या दुर्व्यवहार किया गया, तो अपनी सुरक्षा करना जरूरी है। जब तक आपको तसल्ली न हो जाएं कि वो शख्स इसके काबिल है, तब तक किसी को अपना बहुत कुछ न दें। उल्लेखनीय है कि विवेक का नाम एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ जुड़ा और उनके रिलेशनशिप की अफवाहें खूब चर्चा में रहीं। साल 2010 में विवेक ने प्रियंका अल्वा के साथ शादी रचा ली थी। उनके एक बेटा और एक बेटी है।
शाहरुख खान के साथ काम करना अद्भुत होता है : विवेक ओबेरॉयविवेक ओबेरॉय पिछले कुछ सालों से कम ही फिल्मों में नजर आ रहे हैं। उन्होंने कई शानदार मूवी में काम किया है। हालांकि उन्होंने ‘हम तुम’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा बनने से मना कर दिया था। अब विवेक ने इसकी वजह बताई है। विवेक ने कहा कि उस समय मेरे पास दो रास्ते थे, या तो मैं ‘ओम शांति ओम’ को चुनता या फिर ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ को, क्योंकि डेट क्लैश हो रही थी।
दोनों ही फिल्मों में मुझे नेगेटिव रोल निभाना था। मैंने अपूर्वा लखिया की एक्शन-थ्रिलर चुनी क्योंकि सबसे पहले तो मुझे अपना किरदार पसंद आया। दूसरी बात ये थी कि जब फराह खान ने मुझे ‘ओम शांति ओम’ के लिए अप्रोच किया तब तक मैं ‘शूटआउट’ के अपने किरदार के बारे में पूरी तरह से रिसर्च कर चुका था। मैं पुलिस से मिला, मैंने क्राइम फाइलें पढ़ीं और अपने किरदार को विजुअलाइज करना शुरू कर दिया था।
मैं 4-5 महीने पहले ही अपने रोल के लिए तैयारी कर चुका था। तब उस प्वॉइंट पर गियर बदलना और दूसरे रोल में सूट-बूट पहनकर ढलना थोड़ा मुश्किल था। हालांकि अपने करिअर में शाहरुख खान के साथ काम करना अद्भुत होता है। मुझे ‘साथिया’ में शाहरुख के साथ कुछ रातों के लिए शूट करने का मौका मिला, जिसमें बहुत मजा आया।