2025 की टॉप 10 फिल्मों की लिस्ट जारी: ‘छावा’ सबसे आगे, साउथ की 6 फिल्मों ने मारी बाज़ी

साल 2025 के पहले पांच महीनों में भारतीय सिनेमा ने एक बार फिर अपनी ताकत को साबित किया है। खास बात यह रही कि इस बार दक्षिण भारतीय फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर शानदार कलेक्शन किया, बल्कि विषयवस्तु, प्रस्तुति और तकनीकी दक्षता के दम पर दर्शकों के दिल भी जीत लिए। साउथ की फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता का एक बड़ा कारण यह है कि वे मजबूत स्क्रिप्ट, क्षेत्रीय सांस्कृतिक रंगों और तकनीकी उत्कृष्टता को बड़े कैनवास पर पेश करने में माहिर हो चुकी हैं। इसके साथ ही पैन-इंडिया रिलीज़ के चलते अब भाषाई सीमाएं लगभग समाप्त हो चुकी हैं। ऐसे में हिंदी भाषी दर्शक भी तमिल, तेलुगु, मलयालम फिल्मों को उतना ही पसंद कर रहे हैं जितना अपनी पारंपरिक बॉलीवुड फिल्मों को। ऑरमैक्स मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 की अब तक की टॉप 10 फिल्मों में से 6 फिल्में साउथ इंडस्ट्री से हैं, जो इस बदलाव का बड़ा प्रमाण है।

1. छावा – ₹693 करोड़

विक्की कौशल स्टारर छावा शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म ऐतिहासिक घटनाओं और वीरता की कहानियों को रोमांचक सिनेमाई अंदाज़ में दर्शाती है। फिल्म की भव्यता, संवाद, बैकग्राउंड स्कोर और युद्ध दृश्य दर्शकों को थिएटर में बांधकर रखने में सफल रहे। समीक्षकों ने इसे विक्की कौशल के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक बताया है। यही वजह रही कि इसने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर अब तक 693 करोड़ रुपये का रिकॉर्डतोड़ कलेक्शन किया।

2. संक्रांति की वस्तुनम – ₹222 करोड़

दग्गुबाती वेंकटेश अभिनीत इस सामाजिक-पारिवारिक ड्रामा फिल्म ने आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के साथ ही हिंदी पट्टी के दर्शकों को भी प्रभावित किया। फिल्म की कहानी एक ग्रामीण परिवार की पारंपरिक संस्कृति और आधुनिकता के टकराव को दिखाती है। भावनात्मक गहराई और शक्तिशाली अभिनय के चलते इसने 222 करोड़ रुपये की कमाई की और दूसरे स्थान पर रही।

3. रेड 2 – ₹200 करोड़

अजय देवगन की रेड 2 पहली रेड फिल्म की सीक्वल है जिसमें एक बार फिर टैक्स रेड की कहानी दिखाई गई है। फिल्म में भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को दमदार तरीके से दिखाया गया है। पावरफुल संवाद और थ्रिलिंग स्क्रीनप्ले के चलते इसने 200 करोड़ की कमाई कर ली और अजय देवगन के स्टारडम को फिर साबित किया।

4. गुड बैड अगली – ₹183 करोड़

यह फिल्म एक एक्शन-थ्रिलर है जिसमें नैतिकता, बदला और अंडरवर्ल्ड के बीच जटिल संबंधों को दिखाया गया है। इसमें मल्टी-स्टार कास्ट और हाई ऑक्टेन एक्शन सीक्वेंस ने दर्शकों को खूब लुभाया। फिल्म ने 183 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया।

5. गेम चेंजर – ₹153 करोड़

राम चरण और कियारा आडवाणी की इस पॉलिटिकल थ्रिलर में भ्रष्टाचार, प्रशासनिक सुधार और युवाओं की भूमिका को दिखाया गया है। फिल्म ने तकनीकी रूप से बेहतरीन प्रोडक्शन और प्रभावशाली डायलॉग्स से दर्शकों को जोड़े रखा। पैन इंडिया रिलीज़ के जरिए फिल्म ने 153 करोड़ रुपये की कमाई की।

6. थुडरुम – ₹141 करोड़

मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल की इस फिल्म ने केरल से बाहर भी शानदार प्रदर्शन किया। फिल्म एक इंटेंस क्राइम थ्रिलर है, जो एक पत्रकार और गैंगस्टर के बीच की जटिलता को दर्शाती है। इसकी गहन स्क्रिप्ट, सस्पेंस और मोहनलाल की दमदार उपस्थिति ने इसे 141 करोड़ की श्रेणी में पहुंचाया।

7. स्काई फोर्स – ₹130 करोड़


अक्षय कुमार की देशभक्ति से प्रेरित यह फिल्म एयरफोर्स की एक सच्ची घटना पर आधारित है। फिल्म में देशसेवा, बलिदान और टेक्नोलॉजी का बेहतरीन तालमेल देखने को मिला। एक्शन और भावनात्मक दृश्यों की वजह से यह फिल्म 130 करोड़ क्लब में शामिल हो गई।

8. एल2 एम्पुरान – ₹126 करोड़

यह मोहनलाल की लूसिफर फिल्म की सीक्वल है। यह फिल्म राजनीति, सत्ता संघर्ष और मीडिया की भूमिका को एक रोचक कहानी में पिरोती है। फिल्म की गहराई, तेज़ रफ्तार कहानी और सिनेमेटोग्राफी ने इसे मलयालम इंडस्ट्री की एक और ब्लॉकबस्टर बना दिया।

9. ड्रैगन – ₹122 करोड़

इस फैंटेसी-ऐक्शन फिल्म में विशेष प्रभावों और विजुअल ग्राफिक्स का जबरदस्त इस्तेमाल किया गया है। यह युवा दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुई। अनोखी कहानी, दमदार बैकग्राउंड म्यूज़िक और CGI के ज़रिए ड्रैगन ने 122 करोड़ की कमाई की।

10. सिकंदर – ₹121 करोड़

सलमान खान की इस एक्शन फिल्म को बड़ी उम्मीदों के साथ रिलीज़ किया गया था। हालांकि इसकी स्क्रिप्ट अपेक्षाओं पर पूरी नहीं उतरी, फिर भी सलमान के फैन बेस और एक्शन सीन्स की वजह से इसने 121 करोड़ की कमाई की और टॉप 10 में जगह बनाई।

2025 के बॉक्स ऑफिस ट्रेंड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दर्शक अब केवल स्टार पावर से नहीं, बल्कि दमदार कंटेंट, नई कहानी और प्रभावशाली प्रस्तुतियों से प्रभावित होते हैं। साउथ की फिल्में इस कसौटी पर लगातार खरी उतर रही हैं। तकनीक, कलात्मकता और क्षेत्रीय संवेदनाओं को एक साथ जोड़ना उनकी सबसे बड़ी ताकत बन चुका है। आने वाले महीनों में बॉलीवुड को अपनी स्क्रिप्ट और प्रस्तुति के स्तर को ऊपर उठाना होगा ताकि वह इस दौड़ में पिछड़ न जाए।