दिग्गज फिल्ममेकर वासु भगनानी की पूजा एंटरटेनमेंट्स इन दिनों मुसीबतों में फंसा हुआ है। प्रोडक्शन हाउस को लेकर लगातार एक के बाद एक कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। पिछले दिनों प्रोडक्शन हाउस के क्रू मेंबर्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि उन्हें उनका बकाया पैसा नहीं मिला है। अब ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसी साल ईद (11 अप्रैल) को सिनेमाघरों में रिलीज हुई 'बड़े मियां छोटे मियां' में काम करने वाले स्टार्स को भी उनका पेमेंट नहीं मिला है।
इस लिस्ट में एक्टर टाइगर श्रॉफ, सोनाक्षी सिन्हा, अलाया एफ और मानुषी छिल्लर के नाम शामिल हैं। बड़े बजट में बनी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से दम तोड़ दिया था। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि टाइगर को उनका भुगतान अभी तक नहीं मिला है। टाइगर ने पैसे नहीं मिलने की बात पर चुप्पी साध रखी है। हालांकि जब से उन्हें पता चला है कि फिल्म से जुड़े स्टाफ और क्रू को उनका पैसा नहीं मिला है तो वो चाहते हैं कि उनका पेमेंट जल्द से जल्द क्लीयर किया जाए।
टाइगर के नजदीकी सूत्र ने बताया कि अभी तक BMCM के किसी भी एक्टर को उनका पेमेंट नहीं मिला है। कई बार दरख्वास्त करने के बावजूद प्रोडक्शन हाउस ने उनकी बात अनसुनी कर दी। सभी एक्टर्स ने प्रमोशन किया था ताकि फिल्म को कोई नुकसान नहीं हो, लेकिन अभी तक उन्हें पेमेंट नहीं दिया गया है।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने बताया कि वासु उनकी 3 फिल्मों ‘मिशन रानीगंज’, ‘गणपथ’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में काम करने वाले क्रू मेंबर्स का 65 लाख रुपए बकाया है। हमने पूजा एंटरटेनमेंट को कई लेटर लिखे कि वो क्रू मेंबर्स का पेमेंट कर दें, लेकिन वो सिर्फ समय मांग रहे हैं।
‘पंचायत’ फेम एक्टर पंकज झा ने पंकज त्रिपाठी पर लगाया था ये आरोपलोकप्रिय वेब सीरीज ‘पंचायत’ में विधायक जी का किरदार निभाने वाले एक्टर पंकज झा ने हाल ही में एक्टर पंकज त्रिपाठी पर तंज कसा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि लोग अपने स्ट्रगल को भी कैश करने के साथ उसे ग्लैमराइज करने की कोशिश करते हैं। अब पंकज ने इसका जवाब दिया है। ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ फेम पंकज त्रिपाठी ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने कभी भी अपने स्ट्रगल को रोमांटिसाइज्ड नहीं किया।
हां, ये जरूर बताया है कि जब मैं काम की तलाश में था तो मेरी पत्नी कमाती थी। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं अपनी कमर पर गमछा बांधूंगा और अंधेरी स्टेशन के बाहर सोऊंगा। जब हम मुंबई आए तो मेरी लाइफ अच्छी खासी खुशहाल थी, मैंने कभी भी इसे ग्लैमराइज करने या सहानुभूति पाने की कोशिश नहीं की।
कोई भी एक्टर हो उसे अकेले ही अपनी जर्नी पूरी करनी होती है। अपनी लड़ाई हम खुद ही लड़ते हैं। जब आप इन स्टोरी को पढ़ेंगे या सुनेंगे तो कुछ लोग इंस्पायर हो सकते हैं। और यदि वे ऐसा नहीं भी करते, तो भी यह कोई इश्यू नहीं है। किसी को भी अपनी लाइफ अपनी मर्जी से जीना चाहिए।