2 News : विवेक को फिल्मों में लाने के लिए सुरेश ने बेले खूब पापड़, इस एक्टर को है स्मृति की बेहतर वापसी का भरोसा

बॉलीवुड में कई फिल्मों में काम कर चुके एक्टर सुरेश ओबेरॉय (77) ने कुबूल किया है कि बेटे विवेक ओबेरॉय (47) को फिल्मों में लाने के लिए उन्हें खूब पापड़ बेलने पड़े थे। सुरेश ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने बचपन से ही विवेक की परवरिश ऐसे की थी कि वो एक एक्टर बने। इसके लिए मैंने अपने लिंक्स का इस्तेमाल किया। मैंने FTII के पासआउट एक्टर्स से विवेक को गाइडेंस दिलवाई। इसके अलावा मैंने विवेक को एक्टिंग क्लासेस भी दिलवाई।

एक वक्त ऐसा था जब मैं विवेक की तस्वीरें लिए फिल्म प्रोड्यूसर्स के ऑफिस के बाहर बैठा रहता था। ये मेरी लाइफ का दूसरा स्ट्रगल था। मेरी ये मेहनत काम आई और दिग्गज फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा ने विवेक को अपनी फिल्म ‘कंपनी’ में ब्रेक दिया। इसमें विवेक की एक्टिंग को पसंद भी किया गया। उल्लेखनीय है कि सुरेश इन दिनों कम ही फिल्मों में नजर आते हैं। उनकी पिछली फिल्म ‘एनिमल’ थी, जो सुपरहिट रही। वे कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका’ और शाहिद कपूर की फिल्म ‘कबीर सिंह’ में भी थे।

दूसरी ओर, विवेक फिलहाल किसी बॉलीवुड फिल्म में नहीं दिख रहे। वे पिछले दिनों रोहित शेट्टी की पहली वेब सीरीज इंडियन पुलिस फोर्स में सिद्धार्थ मल्होत्रा और शिल्ला शेट्टी के साथ नजर आए थे। विवेक का झुकाव इन दिनों हिंदी से ज्यादा अन्य भाषाओं के सिनेमा की ओर है। पिछले कुछ समय में वे तेलुगू फिल्म ‘खुदीराम बोस’ और मलयालम फिल्म ‘कड़वा’ में दिखे हैं।

स्मृति ईरानी को अमेठी से झेलनी पड़ी हार, एक्टर सुधांशु पांडे ने लिखा...

टीवी एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन स्मृति ईरानी (48) को हाल ही लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद स्मृति ने एक भावुक नोट लिखा था। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में बताते हुए उनके प्रति जनता के विश्वास के लिए आभार व्यक्त किया। एक्ट्रेस मौनी रॉय के साथ मनोरंजन जगत के कई कलाकारों ने स्मृति के प्रयासों की सराहना की।

अब ‘अनुपमा’ फेम अभिनेता सुधांशु पांडे ने भी स्मृति का समर्थन किया है। सुधांशु ने स्मृति की इंस्टाग्राम पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, “आपने हमेशा देश का सम्मान बढ़ाया है और हमारे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा रही हैं। आप और भी बेहतर वापसी करेंगी। जय महाकाल...जय श्री राम...

उल्लेखनीय है कि भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वालीं स्मृति कांग्रेस नेता किशोरीलाल शर्मा से हार गईं। स्मृति साल 2003 में भाजपा से जुड़ी थीं। उन्होंने मई 2019 से जून 2024 तक केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में कार्य किया। स्मृति के वर्कफ्रंट पर नजर डालें तो उन्हें एकता कपूर के सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से प्रसिद्धि मिली। उन्होंने कई टीवी शो में काम किया है।