Bday Spcl: शिवाजी राव गायकवाड़ से ऐसे बना ‘रजनीकांत’, भगवान की तरह पूजा जाता है इन्हें

कभी बस अड्डे पर कुली और फिर बैंगलूरू परिवहन निगम में कंडक्टर के तौर पर काम करने वाली भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत (Rajinikanth) आज अपना 68वां जन्म दिन (Rajinikanth's 68th birthday) मना रहे हैं। फिल्मों के बाहर आम जिन्दगी में सामान्य व्यक्ति की तरह दिखने वाले रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर, 1950 को बेंगलूरू में हुआ। उनके बचपन का नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है, मूल रूप से वे मराठी हैं। उनके पिता रामोजी राव गायकवाड़ एक हवलदार थे। मां जीजाबाई की मौत के बाद चार भाई-बहनों में सबसे छोटे रजनीकांत को अहसास हुआ कि घर की माली हालत ठीक नहीं है, जिसके चलते उन्होंने कुली का काम करना शुरू किया। कुछ वर्षों तक कुली का काम करने के बाद उन्होंने बेंगलूरू परिवहन सेवा में बस कंडक्टर के तौर पर काम किया। एक कंडक्टर के तौर पर भी उनका अंदाज निराला था। वह अलग तरह से टिकट काटने और सीटी मारने की अपनी शैली को लेकर यात्रियों और दूसरे बस कंडक्टरों के बीच मशहूर थे। विपरीत परिस्थितियों में रहने वाले रजनीकांत को बचपन से ही अभिनय का शौक था। उन्होंने कई नाटकों में अभिनय किया। इसी के चलते उनके अभिनय का यह शौक धीरे-धीरे जुनून में बदल गया।

इस वजह से उन्होंने अपना काम छोडक़र चेन्नई के अद्यार फिल्म इंस्टीट्यूट में अभिनय का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। इंस्टीट्यूट में एक नाटक के दौरान तमिल फिल्मों के सुप्रसिद्ध निर्देशक के.बालचन्द्रन की नजर रजनीकांत पर पड़ी। वे रजनीकांत से खासे प्रभावित हुए और उन्होंने रजनीकांत को वहीं पर अपनी एक फिल्म में काम करने का न्यौता दिया। इस तरह उनके करियर की शुरूआत के.बालचंद्रन निर्देशित तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागंगाल’ (1975) से हुई, जिसमें रजनीकांत ने खलनायक की भूमिका निभाई थी। यह भूमिका यूं तो छोटी थी, लेकिन इसने उन्हें आगे और भूमिकाएँ दिलाने में मदद की। इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था। इससे पहले के.बालचंद्रन कमल हासन को भी अपनी फिल्मों के जरिये तमिल सिनेमा में प्रस्तुत कर चुके थे। बालचंद्रन इस मामले में भारतीय सिनेमा के इन दो दिग्गज अभिनेताओं के गुरु हैं।

रजनीकांत ने एथीरात कॉलेज की छात्रा लता से शादी की है। लता ने कॉलेज मैग्जीन के लिए उनका एक साक्षात्कार लिया था। उन्होंने 26 फरवरी, 1981 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में सात फेरे लिए। आज उनकी दो बेटियां हैं- ऐश्वर्या रजनीकांत और सौंदर्या रजनीकांत और उनकी पत्नी लता ‘द आश्रम’ नामक एक स्कूल चलाती हैं। बेटी ऐश्वर्या की शादी अभिनेता धनुष के साथ 18 नवंबर, 2004 को हुई थी। उनकी छोटी बेटी तमिल फिल्म उद्योग में निर्देशक, निर्माता और ग्राफिक डिजाइनर है। 3 सितंबर 2010 को वह उद्योगपति आश्विन रामकुमार के साथ शादी के बंधन में बंधी। लेकिन वर्तमान में उनका अपने पति से तलाक का मुकदमा चल रहा है। कहा जाता है अपनी बेटी का घर बचाने की रजनीकांत ने भरपूर कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सके।

खलनायक के तौर पर फिल्म करियर शुरू करने वाले रजनीकांत का फिल्मी करियर उतार-चढ़ाव से भरा है। शुरूआती दौर में उन्होंने खलनायकी के साथ-साथ छोटी-छोटी भूमिकाओं का निर्वाह किया लेकिन अन्तत: उन्होंने परदे पर नायक के तौर पर अपनी पुख्ता पहचान बनाई। तेलुगू फिल्म ‘छिलाकाम्मा चेप्पिनडी’ (1975) में उन्हें मुख्य अभिनेता की भूमिका मिली। इस फिल्म की सफलता के बाद उन्होंने कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा। कुछ सालों में ही रजनीकांत तमिल सिनेमा के महान सितारे बन गए और तब से सिनेमा जगत में एक प्रतिमान बने हुए हैं।

वर्ष 1983 में उन्होंने हिन्दी फिल्मों में कदम रखा। यह निर्णय उन्होंने 1981 में कमल हासन के हिन्दी फिल्मों में सफलता प्राप्त करने के बाद उठाया था। कमल हालस को जहाँ निर्देशक के.बालचंद्रन ने ‘एक दूजे के लिए’ से हिन्दी दर्शकों से रू-ब-रू कराया था, वहीं रजनीकांत को दक्षिण के लिए निर्माता-निर्देशक ए.पूर्णचंद्र राव और टी.रामाराव ने हिन्दी फिल्म ‘अंधा कानून’ के जरिये पेश किया। एक्शन से लबरेज ‘अंधा कानून’ ने रजनीकांत को हिन्दी सिनेमा में कमल हासन से ज्यादा सफलता दिलाई। हालांकि इस फिल्म की सफलता में अमिताभ बच्चन का भी बड़ा योगदान था। रजनीकांत ने अन्य देशों की फिल्मों में भी काम किया है, जिनमें अमेरिका की फिल्में भी शामिल हैं। बॉलीवुड में उन्होंने ‘अंधा कानून’ के बाद ‘मेरी अदालत’, ‘जॉन जॉनी जनार्दन’, ‘भगवान दादा’, ‘दोस्ती दुश्मनी’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘असली नकली’, ‘हम’, ‘खून का कर्ज’, ‘क्रांतिकारी’, ‘चालबाज’, ‘इंसानियत के देवता’, ‘गैर कानूनी’, ‘तमाचा’, ‘गंगवा’, ‘वफादार’ जैसी हिंदी फिल्मों से एक खास मुकाम बनाया है। अपने समय में रजनीकांत ने हिन्दी सिनेमा के कमोबेश सभी नायकों अमिताभ, जितेन्द्र, धर्मेन्द्र, विनोद खन्ना, गोविन्दा, संजय दत्त, राकेश रोशन, शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम किया।

वर्ष 2014 में रजनीकांत छह तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्डस से नवाजे गए, जिनमें से चार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और दो स्पेशल अवार्डस सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए मिले। साल 2000 में उन्हें सरकार द्वारा पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा 45वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (2014) में रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनेल्टिी ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया। आज 69वें वर्ष में प्रवेश करने वाले रजनीकांत अभी भी बतौर नायक फिल्मों में काम कर रहे हैं। गत 29 नवम्बर को प्रदर्शित हुई उनकी फिल्म 2.0 बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त तहलका मचा रही है। इस फिल्म को तमिल, तेलुगु और हिन्दी के अलावा 10 अन्य भाषाओं में डब करके प्रदर्शित किया गया है। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म वैश्विक स्तर पर 600 करोड़ के जादुई आंकड़े को छूने में सफल हो गई है। वहीं बात करें भारतीय भाषाओं की तो इस फिल्म ने 350 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त कर ली है।