आमिर की सबसे बुरी फ़िल्में, जो वह खुद देखना पसंद नहीं करते

आमिर खान को बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से जाना जाता हैं क्योंकि वे फिल्म में अपना काम परफेक्शन के साथ करना पसंद करते हैं। उनकी ऐसी कई फ़िल्में हैं जिनको कई बार देखने के बाद भी देखने का अपना मजा हैं। लेकिन इसी के साथ ही उनकी ऐसी कई फ़िल्में भी हैं जिन्होंने दर्शकों को निराश किया और खुद आमिर ने भी शायद इन फिल्मों को दुबारा नहीं देखा होगा। जी हाँ, आज हम आपको बताने जा रहे हैं आमिर खान की कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जो वाकई में बहुत बुरी थी। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

* अव्वल नंबर

देव आनंद साहब की ये फिल्म क्रिकेट पर आधारित थी। इसके सितारे थे देव साब,आदित्य पंचोली और आमिर खान। इस फिल्म में आमिर एक एक उभरते हुए क्रिकेटर का किरदार निभाया था। यह फिल्म इतनी बुरी है कि अगर आप दोस्तों के साथ इसे देख रहे है तो मज़े करेंगे। इस फिल्म में क्रिकेट और आतंकवाद को जिस तरह मिलाया गया है बस पूछिए ही मत।

* तुम मेरे हो

आमिर खान की इस फिल्म के बारे में जो कुछ भी कहा जाए वो कम है। इस फिल्म में क्या नहीं था? नाग नागिन, आदिवासी जंगल। एक से बढ़कर एक गाने और डायलोग ऐसे की बस हंस हंस कर लोटपोट हो जाओ। एक ऐसे दौर की कहानी जहाँ बाल विवाह, नाग नागिन, नागमणि, सब कुछ होता था, और होता भी इस तरीके से था कि आप सोच भी नहीं सकते।

* जवानी जिंदाबाद

इस फिल्म का शायद आपने नाम भी नहीं सुना होगा और शायद आमिर को भी ये फिल्म याद नहीं होगी। लेकिन अगर कभी मौका मिले तो ये फिल्म ज़रूर देखना। आमिर खान की ही नहीं तीनों खान में भी किसी ने शायद ही ऐसे फिल्म कभी की हो। ये फिल्म देखकर लगता है कि ना किसी कलाकार ने फिल्म की कहानी पढ़ी ना निर्देशक को कोई मतलब था। लेकिन एक बात तो है ये फिल्म बुरी फिल्मों की क्लासिक है। वैसे नाम c ग्रेड फिल्म का लगता है पर ये फिल्म दहेज़ समस्या के बारे में है।

* परम्परा

इस फिल्म के साथ जितने बड़े बड़े नाम जुड़े थे। उसके हिसाब से ये फिल्म बहुत ही ज्यादा वाहियात थी। यश चोपड़ा, आमिर खान, विनोद खन्ना और सैफ अली खान जैसे सितारों से सजी ये फिल्म बोक्सोफ्फिस पर ऐसी गिरी की ना इसे बनाने वाले ना इसमें काम करने वाले कभी इस फिल्म का जिक्र करते है।