'पद्मावती' विवाद पर प्रधानमंत्री की खामोशी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कसा तंज

पिछले एक माह से हिन्दुस्तान के हर अखबार, टीवी चैनल, गाँव की चौपाल और शहरों में स्थित चाय की थडिय़ों पर एक ही चर्चा-ए-आम हैं कि क्या निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक फिल्म 'पद्मावती' प्रदर्शित होगी या फिर यह 'किस्सा कुर्सी का' की तरह डिब्बाबंद हो जाएगी। राजस्थान से शुरू हुआ पद्मावती का विरोध धीरे-धीरे पूरे हिन्दुस्तान में फैला और अब यह राजनीतिक मोर्चे पर सतरंगी इन्द्रधनुष की तरह चमक रहा है।

पद्मावती को लेकर भारतीय जनता पाटी के बड़े-बड़े नेता अपना बयान दे रहे हैं। इनमें वे नेता भी शामिल हैं जिन्हें अपने शहर का इतिहास मालूम नहीं लेकिन वे पद्मावती के खिलाफ बोल रहे हैं। हाल ही में भाजपा के एक नेता सूरजपाल सिंह अम्मू ने यहाँ तक कह डाला कि, पद्मावती की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाक काटने लाने वाले को 5 करोड और सिर काटकर लाने वाले को 10 करोड रुपये दिए जाएंगे।

वही जहाँ पद्मावती के खिलाफ़ आवाजे उठ रही है वही दूसरी तरफ़ पूरा बॉलीवुड संजय लीला भंसाली की पद्मावती के साथ है। अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विट के जरिये अपनी राय व्यक्त करतें हुए फिल्म 'पद्मावती' के विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिग बी की चुप्पी पर निशाना सादा। शत्रुघन ने बुधवार को ट्वीट किया, "चूंकि पद्मावती एक ज्वलंत मुद्दा बन गया है, लोग पूछ रहे हैं कि महान अभिनेता अमिताभ बच्चन, सबसे बहुमुखी अभिनेता आमिर खान और सबसे लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख खान की इस पर कोई टिप्पणी क्यों नहीं आई है। और हमारे सूचना प्रसारण मंत्री और हमारे सबसे लोकप्रिय माननीय प्रधानमंत्री इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।"

वही आज दुबारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुप्पी पर तंज कसते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहाँ कि संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को लेकर चल रहे विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुप्पी साधे रखते 'बहुत देर' हो चुकी है।

उन्होंने यह भी कहा, "कुछ स्तर पर, मैं भाजपा में अपने सहयोगियों की चुप्पी को समझ सकता हूं। आखिर वे क्या कह सकते हैं, जब बदमाशों और सीमा लांघने वाले तत्वों को खुली छूट दे दी गई है? फिर भी मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारे गतिशील प्रधानमंत्री और शीर्ष नेतृत्व के लिए चुप रहते बहुत देर हो चुकी है।"

शत्रुघ्न ने कहा, "पद्मावती' एक उग्र मुद्दा बन चुका है और सीमा लांघने वाले बदमाश तत्व खुलेआम धमकियां दे रहे हैं। वे भंसाली और दीपिका पादुकोण को मारने की धमकी दे रहे हैं, ऐसे में शीर्ष नेतृत्व चुप कैसे रह सकता है? यह समय हमारे माननीय प्रधानमंत्री के लिए यह कहने का है कि 'बहुत हो चुका'। यदि आप गुंडों को एक स्वतंत्र शासन देते हैं, तो वे उन सीमाओं को पार करते रहेंगे जिसे हम नियंत्रित नहीं कर सकेंगे।"

उन्होंने कहा, "हमारे देश के सबसे मूल्यवान फिल्म निमार्ताओं में से एक को धमकाया और अभित्रस्त किया जा रहा है और सभी लोग इसे दूसरे तरीके से देख रहे हैं। यह शर्मनाक है! हमेशा अन्याय का विरोध करने में निडरता से सामने आने वाले शबाना आजमी और जावेद अख्तर ने बाहर आकर हिंसा की निंदा की है।"

वही उनका यह भी मानना है कि जो लोग रिलीज होने का विरोध कर रहे हैं, उन्हें फिल्म 'पद्मावती' दिखा देना ठीक रहेगा। उन्होंने कहा, "यदि आप अपने इरादों में ईमानदार हैं, तो आप प्रदर्शनकारियों को फिल्म दिखाने से क्यों डरते हैं? दिखा दो और बात खत्म करो।"

बता दे, फिल्म की रिलीज़ को 'स्वेछा' से स्थगित कर दिया गया है। फिल्म की निर्माता और वितरक वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'पद्मावती' की निर्माण कंपनी वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स ने अपनी पूर्वनिर्धारित तारीख 1 दिसंबर, 2017 को फिल्म की रिलीज स्थगित कर दी है।