एक्टर संजय कपूर की बेटी और अनिल कपूर व बोनी कपूर की भतीजी शनाया के फिल्मी दुनिया में कदम रखने को लेकर पिछले कई दिनों से अटकलें लगाई जा रही थीं। शनाया अब बॉलीवुड में डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। वह ‘12वीं फेल’ फेम एक्टर विक्रांत मैसी की फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ में नजर आएंगी। यह लव स्टोरी पर बेस्ड होगी। इसमें शनाया एक थिएटर एक्ट्रेस की भूमिका में दिखेंगी। विक्रांत एक ब्लाइंड म्यूजीशियन का रोल प्ले करेंगे।
यह फिल्म 2025 में रिलीज हो सकती है। पीपिंगमून की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की पॉपुलर शॉर्ट स्टोरी ‘द आइज हैव इट’ पर आधारित होगी। यह म्यूजिकल बैकड्रॉप पर सेट रहेगी। इसमें प्यार, यादें और विश्वास समेत कई चीजों को दिखाया जाएगा। इसके डायरेक्टर संतोष सिंह रहेंगे। संतोष ने इससे पहले ‘ब्रोकन बट ब्यूटीफुल’, ‘अपहरण’, ‘रणनीति : बालाकोट एंड बियॉन्ड’ जैसी वेब सीरीज बनाई थी।
शनाया से पहले इस फिल्म में लीड रोल के लिए मेकर्स तीन एक्ट्रेस तारा सुतारिया, अलाया एफ और ‘लापता लेडीज’ फेम प्रतिभा रांटा के साथ बात कर रहे थे लेकिन इस रोल के लिए शनाया उन्हें परफेक्ट लगीं। शनाया को भी किसी बढ़िया ब्रेक का इंतजार था। इससे पहले शनाया का नाम करण जौहर-शशांक खेतान की अर्बन ट्राइंगल फिल्म ‘बेधड़क’ और हॉटस्टार की सीरीज ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के लिए आगे आया था, लेकिन ये प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चले गए।
बता दें शनाया चंकी पांडे की बेटी अनन्या और शाहरुख खान की बेटी सुहाना की पक्की दोस्त हैं। अनन्या और सुहाना एक्टिंग की पारी शुरू कर चुकी हैं। सुहाना ने पिछले साल ही नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘द आर्चीज’ से डेब्यू किया था, जबकि अनन्या ने अपने पैर जमा लिए हैं।
मुसीबत में फंसे साउथ इंडियन सुपरस्टार नागार्जुन, अतिक्रमण का लगा आरोपसाउथ सुपरस्टार नागार्जुन अक्किनेनी के फैंस को परेशान करने वाली खबर है। नागार्जुन के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसमें उनके ऊपर अवैध रूप से जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया गया है। हैदराबाद के माधापुर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज हुई है। कासिरेड्डी भास्कर रेड्डी नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई है, जो NGO जनम कोसम मनसाक्षी फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं।
रेड्डी ने आरोप लगाया है कि नागार्जुन ने अवैध तरीके से एन कन्वेंशन सेंटर का निर्माण करवाया। बता दें कि नागार्जुन के एन कन्वेंशन सेंटर को अगस्त में ध्वस्त कर दिया गया था। उस समय भी सेंटर को जल निकायों और सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए अवैध निर्माणों को हटाने के अभियान के तहत ही गिराया गया था। उसकी कीमत सैकड़ों करोड़ रुपए में थी। कथित तौर पर थम्मिडीकुंटा झील के फुल टैंक लेवल (एफटीएल) और बफर जोन के अंदर यह विवादित जमीन आती है।
रेड्डी ने एक्टर की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा है कि बीते कई साल से नागार्जुन अतिक्रमण की गई जमीन के जरिए अवैध रूप से भारी मात्रा में राजस्व कमा रहे थे। इससे पहले नागार्जुन ने तोड़फोड़ को गैरकानूनी बताते हुए कहा था कि यह स्थगन आदेशों के खिलाफ है और बिना किसी पूर्व सूचना के किया गया है। इसी के साथ उन्होंने कहा था कि यह भूमि निजी है और किसी भी टैंक योजना पर अतिक्रमण नहीं किया गया है।