2 News : यह कंटेस्टेंट बना KKK 14 का दूसरा फाइनलिस्ट, इस एक्टर ने तृप्ति के साथ रेप सीन पर की खुलकर बात

रोहित शेट्टी का स्टंट बेस्ड रियलिटी शो 'खतरों के खिलाड़ी 14' इन दिनों दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहा है। अब जल्द ही इसका समापन होने वाला है। इस बीच एक्टर शालीन भनोट 'KKK 14' के दूसरे फाइनलिस्ट बन गए हैं। एक्टर करण वीर मेहरा ने पिछले सप्ताह ही फाइनल का टिकट कटा लिया था। शनिवार (21 सितंबर) को टेलीकास्ट हुए सेमीफाइनल वीक के पहले एपिसोड में कंटेस्टेंट्स को फिनाले में दूसरा स्थान हासिल करने के लिए बहुत मुश्किल स्टंट करते हुए दिखाया गया।

शालीन ने अपनी परफॉर्मेंस से सबको चौंका दिया। शालीन ने ये खुशखबरी फैंस के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की है। एपिसोड की शुरुआत में रोहित ने शो में ट्विस्ट लाते हुए कंटेस्टेंट्स को बताया कि दिन के अंत तक एक और फाइनलिस्ट का नाम सामने आ जाएगा। पहला स्टंट गश्मीर महाजनी, सुमोना चक्रवर्ती और निमृत कौर अहलूवालिया ने किया। इसमें गश्मीर ने सबसे कम समय लेकर बाजी मारी। दूसरा टास्क पार्टनर स्टंट था जो नियति फतनानी और शालीन ने मिलकर पानी पर पूरा किया।

कृष्णा श्रॉफ और अभिषेक कुमार इसे पूरा नहीं कर पाए। दिन के आखिरी स्टंट में नियति, गश्मीर और शालीन ने एक-दूसरे को चुनौती पेश की। नियति और गश्मीर इसे पूरा करने में विफल रहे। शालीन ने इसे पूरा किया। रोहित ने नतीजे की घोषणा की और शालीन को दूसरे फाइनलिस्ट के रूप में घोषित किया। आज रविवार को निमृत, गश्मीर, नियति, कृष्णा, अभिषेक और सुमोना में फाइनल के लिए मुकाबला होगा। ग्रैंड फिनाले अगले वीकेंड पर होगा।

राहुल बोस ने ‘बुलबुल’ फिल्म में निभाया था डबल रोल, तृप्ति के साथ रेप सीन पर बोले...

एक्टर राहुल बोस अपनी नई फिल्म “बर्लिन” के प्रमोशन के दौरान एक पुराने अनुभव को साझा करते हुए सुर्खियों में आ गए। उन्होंने 2020 में रिलीज हुई एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा निर्मित हॉरर-थ्रिलर फिल्म ‘बुलबुल’ के रेप सीन पर खुलकर बात की। फिल्म में तृप्ति डिमरी, अविनाश तिवारी, पाउली दाम और राहुल ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई थीं। राहुल दो भाइयों यानी डबल रोल में। दोनों भाई फिल्म में तृप्ति के कैरेक्टर ‘बुलबुल’ से रेप करते हैं।

यह सीन फिल्म के सबसे कठिन और संवेदनशील सीन में से एक था। राहुल ने बताया शूट से पहले मैंने तृप्ति को एक ‘सेफ वर्ड’ (सुरक्षित शब्द) दिया था, जिसे वह सीन के दौरान उपयोग कर सकती थीं यदि वह असहज महसूस करतीं। यह शब्द था ‘राहुल’। मैंने तृप्ति से कहा था कि अगर यह सीन तुम्हें ट्रिगर करता है, तो बस ‘राहुल’ कहना और मैं तुरंत रुक जाऊंगा। यह सेफ वर्ड इस बात का संकेत था कि वह किसी भी पल सीन रोक सकती हैं और खुद को सुरक्षित महसूस कर सकती हैं।

तृप्ति बहुत मजबूत, केंद्रित और प्रतिभाशाली हैं। उनके साथ काम करना बेहद खुशी की बात थी। हमारा रिश्ता बहुत दयालु और मजेदार था। जब कैमरा रोल करता, तो मैं एक जानवर का रूप धारण कर लेता था, लेकिन तृप्ति के साथ संवाद ने सुनिश्चित किया कि सीन की संवेदनशीलता को सही ढंग से संभाला जाए।